भारी बारिश ने बढ़ाई सासाराम की मुसीबत, कई इलाकों में पानी भरा

सासाराम और डेहरी अनुमंडल क्षेत्र में शुक्रवार रात से लगातार हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। कैमूर पहाड़ी से निकलने वाली नदियां और झरने उफान पर हैं, जिससे मैदानी इलाकों के दर्जनों गांवों में जलभराव की स्थिति बन गई है। इससे जनजीवन प्रभावित हो गया है और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप है और तेजी से बढ़ता जलस्तर बाढ़ का रूप ले चुका है।

काव नदी में बढ़े पानी से जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में जलजमाव हो गया है, जहां मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में भी करीब चार फीट तक पानी भर गया है। जमुहार और महादेवा पंचायत सहित कई गांवों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।

एसडीएम निलेश कुमार ने बताया कि राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। तिलौथू प्रखंड के गांवों—चटनी बीघा, राकियान और कोडार—में मां तुतला

भवानी झरना के उफान से पानी चार से पांच फीट तक पहुंच गया है। यहां कई कच्चे मकान गिर गए हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं और बिजली आपूर्ति बाधित है।

रा लो मो के जिलाध्यक्ष कपिल सिंह ने बताया कि जिले के तिलौथू, सासाराम और डेहरी प्रखंड में बाढ़ जैसे हालात हैं। किसानों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं और गरीब तबके के कई घर ढह गए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से तुरंत राहत कार्य शुरू करने और क्षति का आकलन कर मुआवजा देने की मांग की है।