आंध्र प्रदेश के वेंकटेश्वर मंदिर में मची भगदड़, 9 श्रद्धालुओं की मौत

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में स्थित काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार को एकादशी के मौके पर मची भगदड़ में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में 8 महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं। हादसे में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज नजदीकी अस्पताल में जारी है।

स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, दर्शन के दौरान भारी भीड़ में अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे मंदिर की रेलिंग टूट गई और भगदड़ मच गई। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। राज्य सरकार ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

महिलाएं और बच्चे फंसे, रेलिंग टूटते ही मचा हड़कंप

सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि मंदिर की सीढ़ियों पर भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। रेलिंग टूटने के बाद लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। कई महिलाएं और बच्चे भीड़ में दब गए। लोग बाहर निकलने के लिए चीखते-चिल्लाते रहे, जबकि कई श्रद्धालु दूसरों के ऊपर चढ़कर बचने की कोशिश करते दिखे।

हादसे के बाद लोगों ने मिलकर घायल महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला। कई श्रद्धालु बेहोश अवस्था में जमीन पर पड़े दिखाई दिए।

गृह मंत्री ने दी जानकारी

आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री अनीता ने बताया कि मंदिर में हर सप्ताह करीब 1,500 से 2,000 श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन एकादशी होने के कारण इस बार भीड़ बहुत अधिक थी। उन्होंने कहा कि मंदिर पहली मंजिल पर स्थित है, जहां जाने के लिए करीब 20 सीढ़ियां हैं। भीड़ बढ़ने से धक्का-मुक्की हुई और रेलिंग टूट गई, जिससे यह हादसा हुआ।

उत्तर का तिरुपति कहा जाता है वेंकटेश्वर मंदिर

श्रीकाकुलम का काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर आंध्र प्रदेश के प्रमुख और प्राचीन मंदिरों में से एक है। इसे “उत्तर का तिरुपति” भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी पूजा-पद्धति तिरुपति बालाजी मंदिर से मिलती-जुलती है। यह मंदिर 11वीं–12वीं सदी के दौरान चोल और चालुक्य शासकों के काल में निर्मित माना जाता है।

हर साल एकादशी, कार्तिक मास और अन्य पर्वों पर यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।