कुराकाओ बना फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने वाला सबसे छोटा देश

कोनकाकाफ फुटबॉल इतिहास में मंगलवार का दिन यादगार बन गया, जब कैरेबियाई द्वीप कुराकाओ फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने वाला दुनिया का सबसे छोटा देश बन गया। मात्र 1,56,000 की आबादी वाला यह देश जमैका के खिलाफ किंग्सटन में खेले गए मुकाबले में 0-0 से ड्रॉ हासिल कर अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप 2026 के लिए अपनी जगह पक्की करने में सफल रहा। मैच के दौरान जमैका ने अधिकतर समय दबदबा बनाए रखा और गोल करने के कई मौके भी गंवाए। अंतिम मिनटों में मिले पेनाल्टी को वीएआर द्वारा रद्द किया जाना कुराकाओ के लिए निर्णायक साबित हुआ।

कुराकाओ के ‘ब्लू वेव’ कहलाने वाले इस टीम को नीदरलैंड्स के अनुभवी रणनीतिकार डिक एडवोकाट ने तैयार किया, हालांकि पारिवारिक आपातकाल के चलते वे इस अहम मैच में मौजूद नहीं थे। छह मैचों में 12 अंकों के साथ टीम जमैका से एक अंक आगे रही। कुराकाओ ने वर्ल्ड कप इतिहास में आईसलैंड (2018 में 3.5 लाख आबादी) का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे छोटे आबादी वाले क्वालीफाई करने वाले देश का खिताब अपने नाम कर लिया। यह उपलब्धि ऐसे पहले संस्करण में हासिल हुई है, जिसमें 48 टीमें हिस्सा ले रही हैं।

इसी दिन हैती ने भी 1974 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर इतिहास रच दिया। राजनीतिक उथल-पुथल के कारण अपने घरेलू मैच कुराकाओ में खेलने को मजबूर हैती ने निकारागुआ को 2-0 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की। लुशियस डॉन डीडसन और रुबेन प्रोविडेंस के गोल टीम के लिए निर्णायक साबित हुए। वहीं होंडुरस और कोस्टा रिका का मुकाबला बिना गोल के ड्रॉ रहा, जिसके बाद हैती 11 अंकों के साथ ग्रुप सी में शीर्ष पर रहा।

इस बीच पनामा ने एल सल्वाडोर को 3-0 से हराकर अपनी ऑटोमेटिक कोनकाकाफ बर्थ सुनिश्चित की। सुरीनेम, हालांकि प्लेऑफ में पहुंच चुका था, लेकिन सीधे क्वालीफाई करने की उसकी उम्मीदें समाप्त हो गईं। कुल मिलाकर, कुराकाओ की यह उपलब्धि न केवल इस छोटे द्वीप के लिए बल्कि पूरे कैरेबियाई क्षेत्र और वैश्विक फुटबॉल इतिहास के लिए एक बड़े मील के पत्थर के रूप में देखी जा रही है।