अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव का असर हेमकुंड साहिब सहित चारधाम यात्रा पर भी देखा गया। इसके बाद वर्षा ऋतु में कई क्षेत्रों में आपदा जैसे हालात पैदा हुए, लेकिन इन चुनौतियों के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था डगमगाई नहीं। वर्ष 2024 की तुलना में इस बार चारधाम में 1.87 लाख अधिक यात्री पहुंचे, जबकि हेमकुंड साहिब में लगभग 91 हजार श्रद्धालुओं की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में आई आपदा के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की संख्या कुछ कम रही।
इस वर्ष गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 30 अप्रैल को, केदारनाथ के 2 मई को, बदरीनाथ के 4 मई को और हेमकुंड साहिब के 25 मई को खोले गए। कपाट खुलने से पहले ही पहलगाम में हुए आतंकी हमले से दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल बन चुका था, जिससे यात्रा की सुरक्षा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई। 15 जून से बारिश का दौर शुरू होने के बाद केदारनाथ और गंगोत्री-यमुनोत्री मार्गों पर कई भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए, जिससे यात्रियों के लिए खतरा लगातार बना रहा।
पांच अगस्त को धराली में आई आपदा ने हालात और गंभीर कर दिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पूरा प्रशासनिक तंत्र राहत और बचाव कार्य में जुट गया, लेकिन इसके बावजूद बदरीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा सुचारू रूप से संचालित की गई। इसी कारण आपदाओं के बीच भी इन धामों में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
पहली बार कंट्रोल रूम के जरिए पूरी यात्रा की मॉनिटरिंग
हेमकुंड साहिब और चारधाम में इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए पुलिस विभाग ने शुरुआत में ही रेंज कार्यालय में यात्रा कंट्रोल रूम स्थापित किया। इसके नोडल अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल राजीव स्वरूप को बनाया गया। सभी धामों के सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड कंट्रोल रूम में मॉनिटर की जाती रही, और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत टीमें मौके पर भेजी गईं। यात्रा मार्गों पर पुलिस बल, एसडीआरएफ, जल पुलिस, फायर सर्विस, आतंकवादी रोधी दस्ता, बम निरोधक दस्ता और पैरा मिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया।
यात्रियों का तुलनात्मक विवरण
यमुनोत्री – 2024: 7,14,755 | 2025: 6,44,637 | कमी: 70,118
गंगोत्री – 2024: 8,15,273 | 2025: 7,58,249 | कमी: 57,024
केदारनाथ – 2024: 16,52,076 | 2025: 17,68,795 | बढ़ोतरी: 1,16,719
बदरीनाथ – 2024: 14,35,341 | 2025: 16,32,981 | बढ़ोतरी: 1,97,640
हेमकुंड साहिब – 2024: 1,83,722 | 2025: 2,74,441 | बढ़ोतरी: 90,719