मध्यप्रदेश में नवंबर में टूटा ठंड का रिकॉर्ड, दिसंबर में बढ़ेगी कम्पकंपी

उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है, जिसके कारण इस समय उत्तरी हवाएं कमजोर पड़ गई हैं। हालांकि 2-3 दिसंबर के बाद जैसे ही यह सिस्टम आगे बढ़ेगा, बर्फीली हवाएं एक बार फिर मैदानी इलाकों की ओर चलने लगेंगी। इसके असर से राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में सर्दी तेज हो जाएगी। कई शहरों में शीतलहर चलने की भी संभावना है।

राजस्थान में सर्दी का असर फिलहाल फिर से बढ़ने लगा है। रविवार को प्रदेश के कई शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 1 से 3 डिग्री तक गिरा। मौसम विभाग ने झुंझुनूं और सीकर जिलों में 3-4 दिसंबर के लिए शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया है।

मध्य प्रदेश में इस बार नवंबर में रिकॉर्डतोड़ ठंड पड़ी। भोपाल में तापमान 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो 84 साल में सबसे कम रहा। पूरे महीने में 16 दिन शीतलहर चली और 18 दिन न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा। इंदौर में भी 25 साल की सबसे कड़ाके की सर्दी दर्ज की गई। अनुमान है कि दिसंबर भी इसी तरह ठंडा रहेगा। कई शहरों में रात का तापमान 5 डिग्री से नीचे जा सकता है और कोल्डवेव अलर्ट जारी रहने की संभावना है।

हिमाचल में रोहतांग पास बर्फ की मोटी चादर से ढक चुका है। 4-5 दिसंबर को राज्य में फिर से बारिश और बर्फबारी का अलर्ट है। मनाली समेत 15 शहरों में तापमान 5 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है।