UP-Bengal समेत कई राज्यों में SIR की डेडलाइन बढ़ाई जाएगी

विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) के तहत मतदाता सूची को अधिक शुद्ध और त्रुटिरहित बनाने के लिए चुनाव आयोग ने शामिल 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने कहा है कि मसौदा मतदाता सूची जारी करने से पहले प्रत्येक बूथ पर पाए गए मृत, स्थानांतरित, अनुपस्थित और डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों के साथ साझा की जाए।

इसके साथ ही आयोग ने सभी राज्यों को बिहार की तर्ज पर ऐसी सूचियों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए हैं। उत्तर प्रदेश द्वारा SIR के दौरान गणना फार्म जमा करने की अवधि बढ़ाने के अनुरोध पर आयोग ने सकारात्मक रुख दिखाया है और संकेत दिया है कि समय-सीमा को एक सप्ताह बढ़ाया जा सकता है। इस पर अंतिम निर्णय गुरुवार को लिया जाएगा।

कई राज्यों में बढ़ सकती है डेडलाइन

वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, जिन राज्यों में अगले साल चुनाव प्रस्तावित हैं उन्हें छोड़कर बाकी राज्यों में गणना फार्म जमा करने की तिथि बढ़ाई जा सकती है। फिलहाल केरल को छोड़कर सभी राज्यों में गणना फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर तय है।

राजनीतिक दलों को दी गई अहम जिम्मेदारी

चुनाव आयोग ने SIR के दूसरे चरण में शामिल सभी 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सीईओ और डीईओ से कहा है कि वे राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों से संवाद स्थापित करें और उन्हें निर्देश दें कि उनके बूथ लेवल एजेंट किसी भी गलत तरीके से मृत, स्थानांतरित या अनुपस्थित चिह्नित किए गए मतदाता के नाम की तुरंत जानकारी दें ताकि समय रहते त्रुटि को सुधारा जा सके।

पश्चिम बंगाल में नए मतदान केंद्र

आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को हाई-राइज बिल्डिंग और सोसाइटी क्षेत्रों में रहने वाले मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नए मतदान केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता न हों। पश्चिम बंगाल से 31 दिसंबर तक नए मतदान केंद्रों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है।


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UN में भारत का करारा प्रहार: ‘अफगानिस्तान में महिलाओं-बच्चों की हत्या’ पर PAK को घेरा

भारत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान संकट को लेकर पाकिस्तान को कड़े शब्दों में घेरा। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरीश पर्वतनेनी ने अफगानिस्तान में पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई हमले की निंदा की और कहा कि इससे निर्दोष महिलाओं, बच्चों और खिलाड़ियों की जान गई है।

पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी

पर्वतनेनी ने कहा कि अफगानिस्तान में व्यापार और पारगमन को आतंकवाद के उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसका खामियाजा वहां की जनता भुगत रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की ये कार्रवाइयाँ WTO नियमों, यूएन चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन हैं। भारत ने कहा कि वह ऐसे कदमों की कड़ी निंदा करता है और अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और आजादी का पूर्ण समर्थन करता है।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव

भारत की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाल के वर्षों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा तनाव तेजी से बढ़ा है। 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से दोनों देशों के बीच झड़पें और आरोप-प्रत्यारोप लगातार बढ़े हैं। अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह पाकिस्तान के अंदर सुरक्षा हालात के लिए जिम्मेदार नहीं है।

शांति और स्थिरता पर भारत का रुख

यूएनएससी की बैठक में पर्वतनेनी ने दोहराया कि भारत पिछले कई वर्षों से अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता का दृढ़ समर्थक रहा है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से जुड़े मुद्दों पर समन्वित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बेहद आवश्यक है। साथ ही, देश में स्थिरता और विकास सुनिश्चित करने के लिए संबंधित पक्षों की सक्रिय भागीदारी भी जरूरी है। भारत ने कहा कि वह अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर लगातार करीबी नजर बनाए हुए है।


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थाईलैंड पुलिस की हिरासत में लूथरा ब्रदर्स, भारत प्रत्यर्पण की तैयारी तेज

गोवा क्लब अग्निकांड की जांच से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा को थाईलैंड पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दोनों की पहली तस्वीर भी सामने आ चुकी है।

हादसे के बाद दोनों भाई दिल्ली से थाईलैंड के फुकेट भाग गए थे। इससे पहले गोवा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लूथरा ब्रदर्स का पासपोर्ट सस्पेंड कर दिया था। बता दें कि इस नाइट क्लब में लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 20 स्टाफ और 5 पर्यटक शामिल थे।

आग लगते ही बुक कराई थी टिकट

जानकारी के अनुसार, जिस समय क्लब में आग लगी थी और बचाव कार्य चल रहा था, उसी दौरान लूथरा ब्रदर्स ने थाईलैंड की टिकट बुक कर ली और दिल्ली से उड़ान भरकर देश छोड़ दिया। दोनों पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही का मामला दर्ज है।

हिरासत में लिए गए लूथरा ब्रदर्स की तस्वीर आई सामने

थाईलैंड में हिरासत में लिए जाने के बाद लूथरा ब्रदर्स की पहली तस्वीर सामने आई है। एएनआई के मुताबिक, दोनों को जल्द ही दिल्ली लाया जाएगा।

अग्निकांड के बाद प्रशासन का नया आदेश

अरपोरा स्थित नाइट क्लब में हुई इस दर्दनाक घटना के बाद जिला प्रशासन ने एहतियातन कड़ा आदेश जारी किया है। बुधवार शाम जारी आदेश में पर्यटक स्थलों पर पटाखे, फुलझड़ी और किसी भी प्रकार की आतिशबाजी के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।

मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि यह आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत लागू किया गया है। नई पाबंदी उत्तर गोवा के सभी नाइट क्लब, बार, रेस्टोरेंट, होटल, गेस्टहाउस, रिसॉर्ट, बीच शैक और अस्थायी ढांचों जैसी सभी जगहों पर लागू होगी।


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गाजियाबाद के रेल यात्रियों की मुसीबत बढ़ी, 26 दिसंबर तक कई लोकल ट्रेनें रद्द

गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से लोकल स्तर पर चलने वाली सात ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। ट्रेनें न मिलने के कारण यात्रियों को बसों से यात्रा करनी पड़ रही है, जिससे उनका यात्रा खर्च भी बढ़ गया है। कई नौकरीपेशा लोग, जो कम किराए की वजह से ट्रेन का उपयोग करते थे, अब अधिक किराया देकर बसों में सफर करने को मजबूर हैं। यह स्थिति 26 दिसंबर तक बनी रहेगी।

स्टेशन के पुनर्निर्माण कार्य के कारण अलग-अलग तिथियों पर कुल 16 ट्रेनों को रद्द किया गया है, जिनमें सात ट्रेनें 14 दिसंबर तक बंद रहेंगी। इन रद्दीकरणों से यात्री काफी परेशान हैं। अधिकांश प्रभावित ट्रेनें दिल्ली से गाजियाबाद के बीच चलती हैं। 26 दिसंबर तक ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।

इसके अलावा, 35 ट्रेनों के प्लेटफॉर्म नंबर भी बदल दिए गए हैं। प्रतिदिन पांच लाख से अधिक यात्री गाजियाबाद स्टेशन पर आते-जाते हैं। रेलवे लाइन के पास निर्माण कार्य जारी रहने की वजह से यह निर्णय लिया गया है कि कुछ ट्रेनें रद्द रहेंगी और कुछ का संचालन बदले हुए प्लेटफॉर्म से होगा।

बता दें कि सात ट्रेनें 16 दिसंबर तक, दो ट्रेनें 1 से 15 दिसंबर तक, आठ ट्रेनें 17 से 26 दिसंबर तक, जबकि एक ट्रेन 30 नवंबर से 15 दिसंबर तक रद्द रहेंगी। यात्री हरेंद्र शर्मा ने बताया कि ट्रेनों के रद्द होने से लोकल यात्रियों को बसों व अन्य वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उनका खर्च बढ़ गया है।


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सरकार का बड़ा फैसला: फ्लाइट 15 मिनट लेट हुई तो तुरंत शुरू होगी जांच

गत दिनों इंडिगो की बड़ी संख्या में प्रभावित उड़ानों ने लाखों यात्रियों को परेशान किया। इंडिगो क्राइसिस ने पूरे विमानन सेक्टर को झकझोर कर रख दिया। ऐसे हालात दोबारा न हों, इसके लिए अब सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं।

देश के विमानन क्षेत्र में पहली बार तकनीकी खामियों की निगरानी का पूरा ढांचा तत्काल प्रभाव से बदल दिया गया है। उड़ानों में बढ़ती देरी, रद्दीकरण और हाल ही में हुई सुरक्षा घटनाओं ने डीजीसीए को डिफेक्ट रिपोर्टिंग सिस्टम को जड़ से कड़ा करने के लिए मजबूर किया है।

केंद्र ने जारी किए अहम निर्देश

12 पन्नों के नए आदेश के अनुसार, अब किसी भी निर्धारित उड़ान में तकनीकी कारणों से 15 मिनट या उससे अधिक की देरी होने पर उसकी जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी। एयरलाइन कंपनियों को यह बताना होगा कि देरी किस वजह से हुई और समस्या को कैसे ठीक किया गया।

72 घंटे में देनी होगी विस्तृत रिपोर्ट

इसके अलावा, ऐसी त्रुटि दोबारा न हो इसके लिए अपनाए गए उपायों की जानकारी भी देनी होगी। नियमों के अनुसार अब किसी भी मेजर डिफेक्ट की सूचना डीजीसीए को तुरंत फोन पर देनी होगी और इसका विस्तृत विवरण 72 घंटे के भीतर सौंपना होगा।

और अधिक सख्त हुए नए नियम

नए प्रावधानों में कहा गया है कि यदि किसी डिफेक्ट की समस्या तीन बार दोहराई जाती है तो उसे 'रिपीटेटिव डिफेक्ट' माना जाएगा और इसके लिए अलग से विशेष जांच प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

माना जा रहा है कि डीजीसीए की यह सख्ती इसलिए है, क्योंकि पहले डिफेक्ट रिपोर्टिंग व्यवस्था काफी ढीली थी और 15 मिनट की देरी पर जांच जैसी अनिवार्य शर्तें मौजूद नहीं थीं।


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दिल्ली मेट्रो में 10 जनवरी तक विशेष अभियान: महिलाओं की स्वास्थ्य व सुरक्षा पर फोकस

दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) में यात्रियों को महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से इस पहल की शुरुआत सुल्तानपुर मेट्रो स्टेशन से की है। यह अभियान 10 जनवरी तक चलेगा।

एक माह तक मेट्रो ट्रेनों और चुनिंदा स्टेशनों पर महिलाओं की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, डिजिटल समावेशन, प्रसवपूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी), तथा टीबी जागरूकता से जुड़े संदेश प्रसारित किए जाएंगे।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलीला श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली मेट्रो के माध्यम से लोगों तक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संदेश पहुँचाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं स्वस्थ रहती हैं, तो परिवार और राष्ट्र दोनों ही अधिक सक्षम बनते हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पीसीपीएनडीटी अधिनियम का पालन सुनिश्चित करना और भ्रूण लिंग निर्धारण पर रोक से संबंधित जागरूकता बढ़ाना है। उन्नत तकनीकों का दुरुपयोग कर अजन्मे शिशु का लिंग पता लगाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाना इस अधिनियम का प्रमुख लक्ष्य है, ताकि कन्या भ्रूण हत्या और घटते लिंग अनुपात जैसी समस्याओं से निपटा जा सके।

उन्होंने यह भी बताया कि अभियान तपेदिक (टीबी) के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर भी केंद्रित है, जिससे देश में टीबी मुक्त भारत अभियान को गति मिलेगी। दिल्ली में टीबी के मामलों की संख्या अधिक होने के कारण, इस पहल का उद्देश्य लोगों को इस घातक संक्रामक रोग के खिलाफ जन आंदोलन से जोड़ना है।

निक्षय पोर्टल के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच दिल्ली में टीबी के 98,309 मामले दर्ज किए गए हैं। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अब तक लगभग 8.78 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जबकि लगभग 3.8 लाख छाती के एक्स-रे नए मामलों की पहचान तेज़ करने के लिए किए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया की प्रभारी अधिकारी डॉ. कैथरीना बोहेम ने भी कहा कि स्वस्थ महिलाएं एक स्वस्थ परिवार, स्वस्थ समुदाय और स्वस्थ राष्ट्र की आधारशिला होती हैं।


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दिल्ली-एनसीआर की हवा में सुरक्षा बढ़ेगी: तैनात होगा स्वदेशी मल्टी-लेयर इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम

भारत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) को मिसाइलों, ड्रोन और तेज रफ्तार वाले विमानों जैसे हवाई खतरों से सुरक्षित करने के लिए स्वदेशी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वरिष्ठ रक्षा सूत्रों के अनुसार, एनसीआर की सुरक्षा के लिए मल्टीलेयर इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) को स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों—जैसे क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM) और वेरी-शॉर्ट-रेंज एयर डिफेंस सिस्टम—के साथ मिलाकर तैनात किया जाएगा। यह सिस्टम महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और इसका संचालन भारतीय वायुसेना करेगी।

इस परियोजना के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) प्रोडक्शन एजेंसियों के साथ मिलकर नेटवर्किंग और कमांड-कंट्रोल सिस्टम विकसित करेगा। स्वदेशी प्रणाली की तैनाती भारत के घरेलू रक्षा उत्पादन को भी मजबूत करेगी। इससे पहले भारत ने अमेरिकी NASAMS-2 प्रणाली खरीदने की योजना बनाई थी, लेकिन उच्च लागत के कारण यह सौदा आगे नहीं बढ़ पाया। रक्षा मंत्रालय इस परियोजना को ऐसे समय लागू कर रहा है जब पाकिस्तान ने मई में ‘ऑपरेशन सिदूर’ के दौरान भारत को निशाना बनाने की कोशिश की थी।

इसी बीच संसद की एक समिति ने बताया है कि DRDO ने पिछले पांच वर्षों में स्वदेशी अनुसंधान के चलते 2,64,156 करोड़ रुपये की बचत की है। समिति ने उल्लेख किया कि डीआरडीओ ने हाल के वर्षों में हाइपरसोनिक तकनीकों और मिसाइल विकास में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। नवंबर 2024 में देश ने लंबी दूरी की पहली हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया, जबकि मार्च 2024 में अग्नि मिसाइल के साथ पहली बार एमआईआरवी तकनीक का सफल प्रदर्शन किया गया—जो एक ही मिसाइल को कई लक्ष्यों पर अलग-अलग वारहेड ले जाने में सक्षम बनाती है। इसके अलावा, स्वदेशी VSHORADS सिस्टम और मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ने भी महत्वपूर्ण परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए हैं।


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बिहार में लागू हुआ ‘1 घर–1 मीटर’ नियम: मुफ्त बिजली के लिए अब दिखाने होंगे जमीन बंटवारे के कागज़

बिहार सरकार द्वारा 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा के बाद नया बिजली कनेक्शन लेने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई है। बड़ी संख्या में उपभोक्ता यह सोचकर आवेदन कर रहे हैं कि एक ही घर में दो-तीन या चार कनेक्शन लगवाकर अधिक मुफ्त बिजली का लाभ लिया जा सकता है। इसी वजह से कई लोग परिवार के अलग-अलग सदस्यों के नाम पर उसी मकान के लिए नए कनेक्शन की मांग कर रहे हैं।

पहले लोग नया कनेक्शन लेने से बचते थे, क्योंकि बिजली की खपत बढ़ने के साथ बिल और फिक्स चार्ज भी बढ़ जाता था। लेकिन मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद आवेदन की बाढ़ आ गई है, जिसके चलते विभाग में सैकड़ों आवेदन पेंडिंग हैं। आवेदनकर्ता रोज विभाग के चक्कर लगा रहे हैं, जबकि अधिकारी जांच में लगे हैं। जांच में सामने आया है कि कई आवेदन एक ही मकान के लिए कई कनेक्शन लेने के उद्देश्य से किए गए हैं।

इस स्थिति को देखते हुए बिजली विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि एक ही मकान में केवल एक कनेक्शन दिया जाएगा। अलग कनेक्शन तभी मिलेगा जब आवेदनकर्ता कोर्ट द्वारा जारी भूमि या मकान के रजिस्टर्ड बंटवारे के कागजात पेश करेगा। विभाग ने कहा कि यदि एक ही मकान में चार भाई भी रहते हों, तब भी एक ही कनेक्शन का प्रावधान रहेगा; केवल अलग-अलग मकान होने पर ही अलग कनेक्शन मिल सकेगा।

अधिकारियों के अनुसार वैध दस्तावेज, आधार कार्ड, फोटो और बंटवारे के प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने पर कनेक्शन देने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन केवल अधिक मुफ्त बिजली पाने की नीयत से किए गए गलत या भ्रामक आवेदनों को विभाग द्वारा लगातार रिजेक्ट किया जा रहा है।


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दिल्ली वालों के लिए खुशखबरी: EV खरीद पर फिर मिलेगी सब्सिडी, सरकार जल्द लॉन्च करेगी नया पोर्टल

दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों के लिए राहत भरी खबर है। जो लोग ईवी खरीद चुके हैं या खरीदना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार की सब्सिडी नहीं मिल सकी थी—जल्द ही उनके लिए पोर्टल शुरू किया जा रहा है। नए पोर्टल के माध्यम से सब्सिडी सीधे लाभार्थियों तक पहुंच सकेगी।

फिलहाल केंद्र सरकार की ईवी सब्सिडी तो लागू है, लेकिन दिल्ली सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी जनवरी 2024 से अटकी हुई है। इससे इलेक्ट्रिक वाहन उतने किफायती नहीं रहे, जितने होने चाहिए थे। अगस्त 2020 में लागू दिल्ली ईवी पॉलिसी के तहत इलेक्ट्रिक कारों पर 1.5 लाख रुपये तक और दोपहिया, ऑटो व बैटरी रिक्शा पर 30 हजार रुपये तक की सब्सिडी दी जाती थी। माना जा रहा है कि करीब 49 करोड़ रुपये की सब्सिडी अब भी लंबित है और मामला अदालत तक पहुंच चुका है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिए पोर्टल को फिर से एक्टिव किया जा रहा है। पिछले पोर्टल में तकनीकी सुधार भी किए गए हैं ताकि लाभार्थियों को सब्सिडी पाने में परेशानी न हो। पोर्टल लॉन्च होते ही सब्सिडी वितरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

दिल्ली सरकार ने 2026 तक राजधानी को "इलेक्ट्रिक सिटी" बनाने का लक्ष्य रखा है। केंद्र सरकार भी दिल्ली सहित सभी राज्यों को ईवी अपनाने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दे चुकी है, ताकि वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कमी लाई जा सके।


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ट्रेड डील पर बड़ा खुलासा: अमेरिका बोला—भारत ने पेश किया अत्यंत आकर्षक प्रस्ताव

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (India-US Trade Deal) पर दो दिवसीय वार्ता दिल्ली में शुरू हो गई है। इस बीच अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने अमेरिकी सांसदों को सूचित किया कि अमेरिकी कृषि उत्पादों की बाजार पहुंच बढ़ाने को लेकर जारी वार्ताओं में भारत ने “वाशिंगटन को अब तक के सर्वोत्तम प्रस्ताव” दिए हैं। मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में सीनेट विनियोग उपसमिति की सुनवाई के दौरान ग्रीर ने बताया कि अमेरिकी दल फिलहाल नई दिल्ली में मौजूद है और कृषि सम्बंधी संवेदनशील बाधाओं को दूर करने पर विशेष जोर दे रहा है।

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय (USTR) का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, उप अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राजदूत रिक स्विट्जर के नेतृत्व में भारत पहुँचा है, जबकि भारतीय पक्ष की अगुवाई ज्वाइंट सेक्रेटरी दर्पण जैन कर रहे हैं।

किन फसलों पर विवाद?

ग्रीर के अनुसार, कुछ कृषि उत्पादों को लेकर भारत में अभी भी आपत्तियाँ बनी हुई हैं, लेकिन नई दिल्ली द्वारा भेजे गए नवीनतम प्रस्ताव इस बार वार्ता में सकारात्मक और अप्रत्याशित शुरुआत का संकेत देते हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ते स्टॉक्स और चीन से घटती मांग के बीच भारत अमेरिकी उत्पादकों के लिए एक संभावित वैकल्पिक बाजार बन सकता है।

ध्यान रहे कि भारत-अमेरिका के बीच इस ट्रेड डील पर कई महीनों से बातचीत जारी है और अब तक छह दौर पूरे हो चुके हैं। पिछले महीने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रस्तावित समझौते पर “अच्छी खबर तभी मिलेगी, जब यह पूरी तरह उचित, समानता आधारित और संतुलित” होगा।


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