वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर कमजोर पड़ते ही दिल्ली में हवा लगभग थम गई, जिससे राजधानी रविवार को ठंड, स्मॉग और प्रदूषण के ट्रिपल अटैक की चपेट में आ गई। ग्रैप-4 लागू होने के बावजूद वजीरपुर और रोहिणी में AQI 500 तक पहुंच गया। प्रदूषक कण वातावरण में फंसे रहे और दिल्ली गैस चेंबर जैसी बन गई।
रविवार को इस सीजन का सबसे घना कोहरा छाया। अक्षरधाम समेत कई इलाकों में विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर रह गई। धुंध और कोहरे के चलते 60 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि करीब 250 फ्लाइट्स देरी से चलीं। डॉक्टरों ने बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है। मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार से हवा की रफ्तार बढ़ने पर हल्की राहत मिल सकती है।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट के CJI जस्टिस सूर्यकांत ने वकीलों और पक्षकारों को हाइब्रिड मोड में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की सलाह दी है। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से जुड़ी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को सुनवाई करेगा।
ग्रैप-4 के तहत 50% कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम होम, बीएस-4 बड़े व्यावसायिक वाहनों की एंट्री पर रोक, निर्माण कार्य बंद, स्कूलों में हाइब्रिड मोड, कचरा और ईंधन जलाने पर प्रतिबंध, डीजल जेनरेटर, आरएमसी प्लांट, स्टोन क्रशर, ईंट भट्ठे और खनन पर रोक जैसे सख्त कदम उठाए गए, लेकिन हालात में सुधार नहीं दिखा।
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम (AQEWS) के अनुसार, अगले छह दिनों तक हवा के बेहद खराब श्रेणी में बने रहने की आशंका है। IMD ने बताया कि 10 किमी प्रति घंटे से कम हवा की गति प्रदूषकों के फैलाव के लिए अनुकूल नहीं है। रविवार को वजीरपुर में AQI 500 दर्ज किया गया, जबकि वास्तविक स्तर इससे भी अधिक होने की संभावना बताई जा रही है।









