मोदी को ट्रम्प की सबसे पहले जन्मदिन की बधाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर सबसे पहले जन्मदिन की बधाई दी। PM मोदी आज 75 वर्ष के हो गए। उन्होंने रात 10:53 बजे बताया कि ट्रम्प ने उन्हें फोन किया। ट्रम्प ने करीब 11:30 बजे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर इस बातचीत की जानकारी साझा की।
ट्रम्प ने लिखा, "अभी-अभी मेरे दोस्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर अच्छी बातचीत हुई। मैंने उन्हें जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। वे अद्भुत काम कर रहे हैं। नरेंद्र, रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म करने में आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।"
मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर जवाब दिया, "धन्यवाद मेरे मित्र, राष्ट्रपति ट्रम्प। मेरे 75वें जन्मदिन पर बधाई देने और फोन करने के लिए आभार। मैं भारत-अमेरिका साझेदारी को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। हम यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में आपकी पहल का समर्थन करते हैं।"
टैरिफ विवाद के बीच बातचीत
भारत पर अमेरिका द्वारा 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद मोदी और ट्रम्प के बीच यह पहली बातचीत थी। यह टैरिफ 27 अगस्त 2025 से लागू हुआ। ट्रम्प ने रूस से तेल खरीदने पर 25% और व्यापार घाटे का हवाला देकर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया था।
रिश्तों में तनाव के बीच मंगलवार को भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत भी फिर शुरू हुई। अमेरिकी प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच और भारतीय प्रतिनिधि राजेश अग्रवाल ने करीब 7 घंटे बैठक की और आगे का रास्ता तय करने पर सहमति जताई। मंत्रालय ने कहा कि अगली बैठक वर्चुअल मोड पर होगी।
ट्रम्प ने बार-बार मोदी को 'दोस्त' कहा
पिछले 12 दिनों में ट्रम्प ने दो बार मोदी को सार्वजनिक रूप से अपना दोस्त कहा।
10 सितंबर को उन्होंने लिखा कि भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर वे अपने अच्छे मित्र मोदी से बातचीत को लेकर उत्सुक हैं।
5 सितंबर को पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर भारत और रूस को चीन के करीब बताया, लेकिन शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूँगा।"
मोदी ने भी इन बयानों का सकारात्मक जवाब दिया और भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत बताया।
यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए टैरिफ का तर्क
ट्रम्प ने भारत समेत कई देशों पर हाई टैरिफ लगाने को अमेरिकी अदालत में सही ठहराया। उनका कहना था कि भारत पर लगाए गए टैरिफ रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए जरूरी हैं। ट्रम्प ने चेतावनी दी कि अदालत का विरोधी फैसला उनकी व्यापारिक बातचीत को मुश्किल में डाल देगा और अमेरिका के अन्य साझेदार देशों के साथ हुए समझौते खतरे में पड़ सकते हैं।
अमेरिकी उद्योग मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ हटाने के लिए तीन शर्तें रखीं—
रूस से तेल खरीदना बंद करना।
BRICS से अलग होना।
अमेरिका का समर्थन करना।
उन्होंने कहा कि भारत को तय करना होगा कि वह अमेरिका और डॉलर के साथ खड़ा होगा या 50% टैरिफ चुकाएगा।