भीषण ठंड में 8वीं तक के बच्चों को राहत, इस जिले में स्कूलों की छुट्टी; DM का आदेश

कड़ाके की ठंड और घने कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए बड़ा फैसला लिया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. विनीता ने कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों के लिए दो दिनों का अवकाश घोषित किया है। यह अवकाश 29 दिसंबर से 30 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा।

जारी आदेश के अनुसार यह निर्णय जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों के साथ-साथ सभी बोर्डों से मान्यता प्राप्त और अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों पर भी लागू होगा। लगातार गिरते तापमान, शीतलहर और घने कोहरे के कारण सुबह के समय बच्चों को स्कूल आने-जाने में होने वाली परेशानियों और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

8वीं तक के छात्रों की छुट्टी, शिक्षक आएंगे स्कूल

हालांकि विद्यार्थियों के लिए स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को प्रशासनिक और विभागीय कार्यों के लिए विद्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि शिक्षक सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्कूल में रहकर यू-डायस, अपार आईडी और अन्य आवश्यक शैक्षिक एवं प्रशासनिक कार्य पूरे करेंगे।

सभी विद्यालयों को आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों, प्रधानाध्यापकों और विद्यालय प्रबंधकों को आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन के इस फैसले का अभिभावकों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि भीषण ठंड में छोटे बच्चों का स्कूल जाना स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है। वहीं शिक्षा विभाग ने संकेत दिए हैं कि मौसम की स्थिति को देखते हुए आगे भी आवश्यक निर्णय लिए जा सकते हैं।


...

ठंड का कहर: कश्मीर में पारा 0°, राजस्थान के सीकर में 2.1°

उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का प्रकोप लगातार जारी है। रविवार को राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा करौली में 2.4 डिग्री, सीकर में 3.5 डिग्री, पाली में 3.6 डिग्री और दौसा में 3.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।

पंजाब और हरियाणा में भी शीतलहर का असर तेज बना हुआ है। हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं पंजाब के फरीदकोट में 3.4 डिग्री, पटियाला में 4.6 डिग्री और अमृतसर तथा लुधियाना में 4.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस समय जेट स्ट्रीम का प्रभाव बना हुआ है। जेट स्ट्रीम जमीन से लगभग 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर बहने वाली तेज हवाएं होती हैं, जिनकी रफ्तार इस बार 262 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई है।

मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों तक तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।

इस बीच देश के 23 राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। कोहरे का असर रेल और हवाई यातायात पर साफ नजर आ रहा है। रविवार को 13 उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि कई अन्य फ्लाइट्स देरी से संचालित हुईं।

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक की अवधि को ‘फॉग विंडो’ घोषित किया है। इस दौरान कम दृश्यता के कारण उड़ानों के संचालन पर असर पड़ सकता है।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, जेट स्ट्रीम ठंडी और गर्म हवा की नदी की तरह आसमान में बहती हैं। ये आमतौर पर उत्तर के ध्रुवीय क्षेत्रों की ठंडी हवा और दक्षिण के गर्म इलाकों की हवा के बीच चलती हैं। जब जेट स्ट्रीम झुक जाती है या नीचे की ओर खिसकती है, तो यह उत्तर की बेहद ठंडी हवा को भारत तक खींच लाती है, जिससे अचानक ठंड बढ़ जाती है।

अगर जेट स्ट्रीम की रफ्तार कम हो जाती है या यह किसी एक स्थान पर ठहर जाती है, तो ठंडी हवा वहीं फंस जाती है। इससे कई दिनों तक कड़ाके की ठंड और शीतलहर का असर बना रहता है।

आगे कैसा रहेगा मौसम

29 दिसंबर:

पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में घना कोहरा छाने की संभावना है। वहीं जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज सर्दी और कोल्ड वेव का असर रहेगा। ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी के आसार हैं।

30 दिसंबर:

मैदानी इलाकों में कोहरे की तीव्रता में हल्की कमी आ सकती है, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी। सुबह के समय कई राज्यों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। पहाड़ी राज्यों में मौसम ज्यादातर शुष्क रहेगा, हालांकि ऊंचे इलाकों में कड़ाके की ठंड बनी रहेगी।

31 दिसंबर:

मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। मैदानी राज्यों में हल्का कोहरा छा सकता है, जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इससे कई इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है, जिससे ठंड और बढ़ने के आसार हैं।


...

राष्ट्रपति मुर्मू का साहसिक कदम, INS वाघषीर पनडुब्बी में की यात्रा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कर्नाटक स्थित कारवार नेवल बेस पर पनडुब्बी में यात्रा की। उन्होंने कलवरी क्लास की अत्याधुनिक सबमरीन INS वाघषीर में सफर किया। इस दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी भी उनके साथ मौजूद रहे।

कलवरी क्लास की किसी पनडुब्बी में राष्ट्रपति मुर्मू की यह पहली यात्रा है, जबकि किसी भारतीय राष्ट्रपति की यह दूसरी सबमरीन यात्रा मानी जा रही है। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने वर्ष 2006 में पनडुब्बी में यात्रा कर इतिहास रचा था।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नौसेना की वर्दी पहनकर पनडुब्बी में सवार हुईं। उल्लेखनीय है कि INS वाघषीर, प्रोजेक्ट-75 स्कॉर्पीन परियोजना के तहत तैयार की गई छठी और अंतिम पनडुब्बी है, जिसे इसी वर्ष जनवरी में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

लड़ाकू विमानों में भी भर चुकी हैं उड़ान

राष्ट्रपति मुर्मू भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों में उड़ान भरने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति भी हैं। उन्होंने 29 अक्टूबर को राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी, जबकि इससे पहले वर्ष 2023 में वह सुखोई-30 एमकेआई में भी उड़ान भर चुकी हैं।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की ऐतिहासिक यात्रा

भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सबमरीन में यात्रा करने वाले पहले भारतीय राष्ट्राध्यक्ष थे। 13 फरवरी 2006 को उन्होंने ईस्टर्न नेवल कमांड के तहत विशाखापट्टनम से INS सिंधुदर्शक में कुछ घंटों तक बंगाल की खाड़ी में यात्रा की थी। उस समय उनके साथ तत्कालीन नौसेना प्रमुख एडमिरल अरुण प्रकाश मौजूद थे और सबमरीन की कमान कमांडर पी.एस. बिष्ट के हाथों में थी।

सबमरीन यात्रा के बाद डॉ. कलाम ने कहा था कि पानी के भीतर सबमरीन में जाना उनका पहला अनुभव था और इससे उन्होंने भारतीय नौसेना की ‘साइलेंट फोर्स’ की कार्यप्रणाली को नजदीक से समझा।

INS वाघषीर के बारे में

स्कॉर्पीन यानी कलवरी क्लास की पनडुब्बी INS वाघषीर को चार साल पहले मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में प्रोजेक्ट-75 के तहत लॉन्च किया गया था। यह एक अत्याधुनिक डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन है, जिसमें उन्नत नेविगेशन और ट्रैकिंग सिस्टम लगे हैं। इसकी घातक क्षमता के कारण इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है।

प्रोजेक्ट-75 के तहत भारतीय नौसेना को कुल छह आधुनिक पनडुब्बियां मिली हैं, जिनमें INS वाघषीर आखिरी पनडुब्बी है।

INS वाघषीर की प्रमुख खूबियां

INS वाघषीर में चार MTU 12V 396 SE84 डीजल इंजन और 360 बैटरी सेल्स लगे हैं। यह पनडुब्बी सतह पर लगभग 20 किमी प्रति घंटे और पानी के भीतर करीब 37 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है।

यदि यह सतह पर 15 किमी प्रति घंटे की गति से चले, तो इसकी रेंज करीब 12,000 किलोमीटर होती है। वहीं पानी के भीतर 7.4 किमी प्रति घंटे की गति पर यह लगभग 1,020 किलोमीटर तक जा सकती है।

यह कलवरी क्लास की पनडुब्बी लगभग 221 फीट लंबी, 20 फीट चौड़ी और 40 फीट ऊंची है। यह सतह-विरोधी युद्ध, पनडुब्बी रोधी युद्ध, खुफिया जानकारी जुटाने, समुद्री निगरानी और बारूदी सुरंग बिछाने जैसे कई अहम सैन्य अभियानों में सक्षम है।

INS वाघषीर करीब 50 दिनों तक पानी के अंदर रह सकती है और अधिकतम 350 फीट की गहराई तक जा सकती है। इसमें 8 अधिकारी और 35 नौसैनिक तैनात किए जा सकते हैं। पनडुब्बी में एंटी-टॉरपीडो काउंटर मेजर सिस्टम के साथ 533 मिमी के छह टॉरपीडो ट्यूब लगे हैं, जिनसे 18 SUT टॉरपीडो या SM-39 एक्सोसेट एंटी-शिप मिसाइल दागी जा सकती हैं। इसके अलावा यह पानी के भीतर 30 समुद्री बारूदी सुरंगें भी बिछाने में सक्षम है


...

चीन ने बनाई दुनिया की सबसे लंबी एक्सप्रेसवे टनल, 4 घंटे का सफर अब 20 मिनट में

चीन ने एक बार फिर तकनीक और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शिनजियांग क्षेत्र में दुनिया की सबसे लंबी एक्सप्रेसवे टनल को शुरू कर दिया गया है, जिसने यातायात के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है।

इस टनल की कुल लंबाई 22.13 किलोमीटर बताई जा रही है। तियानशान शेंगली टनल के चालू होने के बाद पर्वतीय इलाकों को पार करने में लगने वाला करीब 4 घंटे का सफर अब महज 20 मिनट में पूरा हो जाएगा। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि परिवहन भी कहीं अधिक सुगम हो गया है।

जानकारी के मुताबिक, इस मेगा टनल के निर्माण का कार्य वर्ष 2020 में शुरू हुआ था और इसे पूरा होने में करीब पांच साल का समय लगा। यह टनल 324 किलोमीटर लंबे उरुमकी–युली एक्सप्रेसवे का अहम हिस्सा है। इस एक्सप्रेसवे के चालू होने से उरुमकी और कोरला के बीच यात्रा का समय भी 7 घंटे से घटकर लगभग 3 घंटे रह गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी दुनिया की सबसे लंबी एक्सप्रेसवे टनल का रिकॉर्ड चीन के ही नाम था, जिसकी लंबाई 18.04 किलोमीटर थी। इस नई टनल के साथ चीन ने अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एक्सप्रेसवे और टनल परियोजना पर करीब 60 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है।


...

​UP Board Exam 2026 में बड़ा बदलाव, हाईस्कूल-इंटर की 3.60 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं तैयार

UP Board Exam 2026

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने वर्ष 2026 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए ‘ए’ और ‘बी’ श्रेणी की कुल 3.60 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं तैयार कराई हैं। इन उत्तर पुस्तिकाओं को जनपद मुख्यालयों पर भेज दिया गया है। 30 दिसंबर को परीक्षा केंद्रों के अंतिम रूप से फाइनल होने के बाद इन्हें संबंधित केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा।

बोर्ड परीक्षा में 52.30 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च 2026 तक आयोजित होंगी। इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में कुल 52.30 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इनमें से 27.50 लाख परीक्षार्थी हाईस्कूल और 24.79 लाख परीक्षार्थी इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होंगे।

उत्तर पुस्तिकाओं में किए गए अहम बदलाव

यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने वर्ष 2026 की परीक्षा में उपयोग होने वाली उत्तर पुस्तिकाओं में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। सबसे बड़ा बदलाव उत्तर पुस्तिकाओं के आकार में किया गया है। अब इन्हें क्षैतिज (Horizontal) की बजाय लंबवत (Vertical) आकार में तैयार किया गया है। यानी परीक्षार्थियों को उसी आकार की उत्तर पुस्तिका मिलेगी, जिसमें वे सामान्य रूप से पूरे वर्ष लिखते हैं। इससे परीक्षा के दौरान लिखने में किसी तरह की असुविधा या असहजता नहीं होगी।

पहली बार कापियों में दो कवर पेज

इसके अलावा पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं में दो कवर पेज लगाए गए हैं। इस बदलाव के बाद पुरानी उत्तर पुस्तिकाओं के दुरुपयोग की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी। इसे नकल माफियाओं की गतिविधियों पर बड़ी रोक के तौर पर देखा जा रहा है।

बोर्ड ने हाईस्कूल के परीक्षार्थियों के लिए करीब 1.40 करोड़ और इंटरमीडिएट के लिए लगभग 1.30 करोड़ ‘ए’ श्रेणी की उत्तर पुस्तिकाएं तैयार कराई हैं। वहीं ‘बी’ श्रेणी की उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या करीब 90 लाख रखी गई है।


...

UP Roadways में मोबाइल ऐप से होगी सीट बुकिंग, लाइव लोकेशन भी मिलेगी

रोडवेज बस अड्डों पर बस का इंतजार कर रहे यात्रियों को अब बार-बार जानकारी लेने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। परिवहन निगम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बसों की सीट बुकिंग और लाइव लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से शुरू करने जा रहा है।

रेलवे की तर्ज पर अब यात्री रोडवेज बसों में पहले से ही अपनी पसंद की सीट आरक्षित कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्हें बस की वर्तमान स्थिति की जानकारी भी रियल टाइम में मिल सकेगी, जिससे अनावश्यक इंतजार से राहत मिलेगी।

यात्री आधिकारिक मोबाइल एप—यूपीएसआरटीसी, यूपी राही और मार्गदर्शी—के जरिए सीट बुकिंग के साथ-साथ बस की लाइव लोकेशन भी देख सकेंगे। इसके लिए परिवहन निगम की बसों को जीपीएस सिस्टम से लैस किया जा रहा है।

जीपीएस सिस्टम लगने के बाद यात्रियों को अपने स्मार्टफोन पर यह जानकारी मिल सकेगी कि कौन-सी बस इस समय कहां है और वह नजदीकी बस अड्डे पर किस समय पहुंचेगी या पहुंच चुकी है। इससे यात्रियों को लंबे समय तक बस स्टैंड पर खड़े रहकर इंतजार करने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

इस नई व्यवस्था का सबसे अधिक लाभ बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को मिलेगा। सुविधा लागू होने के बाद रोडवेज की सेवाएं और अधिक आधुनिक तथा सुविधाजनक बन जाएंगी।

परिवहन निगम की योजना है कि जल्द ही जिले के सभी प्रमुख रूटों पर चलने वाली बसों को इस डिजिटल सिस्टम से जोड़ा जाए, ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। क्षेत्रीय प्रबंधक आर.के. त्रिपाठी के अनुसार, डिजिटल व्यवस्था लागू होने से बसों के संचालन में पारदर्शिता आएगी और समय पालन में भी सुधार होगा।

यात्री घर बैठे अपने मोबाइल फोन में एप डाउनलोड कर सीट बुक कर सकेंगे और यात्रा से पहले ही बस की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। उम्मीद है कि यह सुविधा फरवरी से शुरू कर दी जाएगी।


...

किस्मत का खेल! Akshaye Khanna ने छोड़ीं ये फिल्में, बॉक्स ऑफिस पर मच गया तूफान

एक तरफ धुरंधर में रहमान डकैत की भूमिका निभाकर अक्षय खन्ना तारीफें बटोर रहे हैं, तो दूसरी ओर वह दृश्यम 3 को लेकर विवादों में घिर गए हैं। खबरों के मुताबिक, अभिनेता ने ऐन वक्त पर फिल्म से किनारा कर लिया है, जिससे मेकर्स असमंजस में पड़ गए हैं।

अजय देवगन स्टारर दृश्यम 2 में अक्षय खन्ना ने अहम भूमिका निभाई थी और फ्रेंचाइजी की तीसरी कड़ी में भी उनकी मौजूदगी तय मानी जा रही थी। हालांकि, धुरंधर की सफलता के बाद अक्षय खन्ना ने मेकर्स के सामने दो शर्तें रख दीं—21 करोड़ रुपये की फीस और विग लगाने की मांग। इन्हीं शर्तों के चलते फिल्मी गलियारों में विवाद तेज हो गया।

यह पहली बार नहीं है जब अक्षय खन्ना ने किसी फिल्म को ठुकराया हो। इससे पहले भी वह कई बड़ी और चर्चित फिल्मों को रिजेक्ट कर चुके हैं, जो बाद में बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुईं।

तारे ज़मीन पर (Taare Zameen Par)

बहुत कम लोग जानते हैं कि आमिर खान से पहले तारे ज़मीन पर अक्षय खन्ना को ऑफर हुई थी। फिल्म में वह एक टीचर की भूमिका निभाने वाले थे, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। बाद में यह फिल्म आमिर खान के पास गई, जिन्होंने न सिर्फ इसमें अभिनय किया बल्कि निर्देशन भी किया। यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई।

परिणीता (Parineeta)

विद्या बालन, सैफ अली खान और संजय दत्त स्टारर परिणीता आज भी बॉलीवुड की क्लासिक फिल्मों में गिनी जाती है। प्रदीप सरकार निर्देशित इस फिल्म में पहले सैफ अली खान वाला किरदार अक्षय खन्ना को ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने फिल्म से इनकार कर दिया।

कांटे (Kaante)

साल 2002 में रिलीज हुई एक्शन थ्रिलर कांटे भी अक्षय खन्ना को ऑफर की गई थी। फिल्म में वह मकबूल हैदर के किरदार में नजर आने वाले थे, लेकिन उन्होंने यह रोल रिजेक्ट कर दिया। बाद में यह किरदार लकी अली ने निभाया।

खाकी (Khakee)

राजकुमार संतोषी निर्देशित 2004 की फिल्म खाकी को भी अक्षय खन्ना ने ठुकरा दिया था। इस फिल्म में उन्हें सब-इंस्पेक्टर अश्विन की भूमिका ऑफर हुई थी, जो बाद में तुषार कपूर को मिली। फिल्म में अमिताभ बच्चन, अजय देवगन और अक्षय कुमार अहम भूमिकाओं में थे।

कुर्बान (Kurbaan)

हलचल के बाद अक्षय खन्ना एक बार फिर करीना कपूर के साथ फिल्म कुर्बान में नजर आने वाले थे। सैफ अली खान स्टारर इस फिल्म में उन्हें विवेक ओबरॉय वाला किरदार ऑफर हुआ था, लेकिन अक्षय ने यह फिल्म भी ठुकरा दी।


...

Gautam Gambhir पर गिरी गाज! BCCI–VVS लक्ष्मण की गुप्त मुलाकात का बड़ा राज़

गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और टीम इंडिया (Team India) के लिए साल 2025'कभी खुशी-कभी गम' जैसा रहा है। एक तरफ जहां भारत ने गंभीर के मार्गदर्शन में एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े खिताब जीते, वहीं दूसरी ओर टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज जैसी बड़ी द्विपक्षीय सीरीज में करारी हार का सामना करना पड़ा।

दक्षिण अफ्रीका ने तो भारत को उसके घर में ही 2-0 से क्लीन स्वीप कर दिया। यह हार 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में मिली 3-0 की हार के बाद आई है। टेस्ट में इन लगातार हारों ने टेस्ट कोच के रूप में गंभीर की साख पर 'गंभीर' सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसने खलबली मचा दी है। रिपोर्ट के मुतााबिक, गौतम गंभीर की कुर्सी पर संकट मंडरा रहा है। बीसीसीआई (BCCI Meeting) ने वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) से हेड कोच के लिए मुलाकात की थी, लेकिन अब इस पर एक दूसरी रिपोर्ट सामने आई है जिससे पूरी सच्चाई सामने पता चली है। 

क्या VVS लक्ष्मण बनेंगे टेस्ट कोच?

दरअसल, न्यूज एजेंसी PTI की एक रिपोर्ट ने खलबली मचा दी है। रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार के बाद, बीसीसीआई (BCCI) के एक बड़े अधिकारी ने अनौपचारिक रूप से वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) से संपर्क किया था।

उनसे पूछा गया कि क्या वे टेस्ट टीम की कोचिंग की जिम्मेदारी संभालना चाहेंगे। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पूर्व दिग्गज बल्लेबाज लक्ष्मण फिलहाल बेंगलुरु में 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' के प्रमुख के रूप में अपने काम से खुश हैं।

BCCI ने अटकलों को किया खारिज

दूसरी ओर, NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, गंभीर (Gautam Gambhir Head Coach of Team India) कहीं नहीं जा रहे हैं और वे 2027 वर्ल्ड कप तक कोच बने रहेंगे। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,

हमने वीवीएस लक्ष्मण से आधिकारिक या अनौपचारिक रूप से कोई बात नहीं की है। बीसीसीआई को गौतम गंभीर पर पूरा भरोसा है और इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है।

गंभीर के भविष्य पर सस्पेंस

भारतीय क्रिकेट में अनिश्चितताओं का दौर रहता है। जैसे टी20 विश्व कप 2026 जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले उप-कप्तान शुभमन गिल को टीम से बाहर कर दिया गया। वैसे ही गंभीर के भविष्य को लेकर लगातार कयास जारी हैं। भले ही गंभीर का कॉन्ट्रैक्ट 2027 विश्व कप तक का हो, लेकिन अगले 5 हफ्तों में शुरू होने वाले टी20 विश्व कप में टीम के प्रदर्शन के हिसाब से उनके कार्यकाल की समीक्षा की जा सकती है। 


...

दिल्ली से बिहार और कश्मीर से पंजाब तक ठंड का कहर जारी, घने कोहरे ने रोकी रफ्तार

पूरा उत्तर भारत इस समय घने कोहरे की चपेट में है। शीतलहर के कारण लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। दिल्ली से बिहार तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई है।

इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि अगले दो दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रह सकती है। विभाग ने उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में शीतलहर और कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 30 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्ट रहेगा। हालांकि, 1 जनवरी के बाद कोहरे से कुछ राहत मिलने की संभावना जताई गई है।

रविवार को कैसा रहा मौसम

रविवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और पंजाब में घना कोहरा देखने को मिला, जिससे रेल, सड़क और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता भी काफी खराब दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक पंजाब और हरियाणा के अधिकांश इलाकों में ऐसा ही मौसम बना रहेगा। शनिवार को पंजाब के बल्लोवाल सौंखरी में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि चंडीगढ़ में यह 6.9 डिग्री सेल्सियस रहा।

राजस्थान के मौसम का हाल

रविवार को राजस्थान में भी कड़ाके की ठंड महसूस की गई। विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों तक अलवर, झुंझुनू, सीकर, चुरु और डीडवाना-कुचामन जिलों में शीतलहर चलने की संभावना है।

उत्तर प्रदेश के मौसम की स्थिति

पूर्वी उत्तर प्रदेश इस समय भीषण ठंड की चपेट में है। शनिवार को राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर का असर देखा गया और दिन का तापमान सामान्य से नीचे रहा। IMD ने चेतावनी दी है कि पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में सोमवार और मंगलवार को घना कोहरा छा सकता है, जबकि पूर्वी यूपी में भी आने वाले दिनों में घना कोहरा और शीतलहर बनी रह सकती है।

राज्य के कई जिलों में दिन का तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया। गोरखपुर में अधिकतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस और प्रयागराज में 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी से सैलानी खुश

कश्मीर में चिल्लेकलां के दौरान कड़ाके की ठंड जारी है और सोनमर्ग सबसे ठंडा स्थान रहा। श्रीनगर सहित अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, 29 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के कारण 2 जनवरी तक ताजा बर्फबारी और बारिश की संभावना है। विशेष रूप से 31 दिसंबर और 1 जनवरी को निचले इलाकों में भी बर्फबारी हो सकती है।

कोहरे ने थामी रफ्तार

लगातार कोहरे और शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। सड़क, रेल और हवाई यातायात पर इसका खासा असर पड़ा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर रविवार को 10 से अधिक उड़ानें देरी से संचालित हुईं, जबकि कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा। कोहरे के कारण रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं और कई ट्रेनें 10 घंटे से अधिक की देरी से चलीं। सड़कों पर वाहन बेहद धीमी गति से चलते नजर आए।


...

धुरंधर की सफलता के बाद अक्षय खन्ना की बढ़ेंगी मुश्किलें, दृश्यम 3 के मेकर्स कोर्ट पहुंचने की तैयारी में

फिल्म धुरंधर की सफलता के बाद अभिनेता अक्षय खन्ना विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। हाल ही में खबर सामने आई थी कि उन्होंने अजय देवगन की बहुप्रतीक्षित फिल्म दृश्यम 3 से खुद को अलग कर लिया है। बताया जा रहा है कि शूटिंग शुरू होने से ठीक कुछ दिन पहले फिल्म छोड़ने के उनके फैसले से मेकर्स काफी नाराज हैं।

अब दृश्यम 3 के निर्माताओं ने अक्षय खन्ना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता अपनाने का फैसला किया है। फिल्म के निर्माता कुमार मंगत पाठक ने अभिनेता पर अनप्रोफेशनल रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने शूट से सिर्फ 10 दिन पहले फिल्म से किनारा कर लिया, जबकि एग्रीमेंट साइन हो चुका था और फीस भी तय हो गई थी।

शूट से 10 दिन पहले छोड़ी फिल्म

बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में कुमार मंगत पाठक ने बताया कि अक्षय खन्ना ने फिल्म के लिए हामी भर दी थी और उन्हें एडवांस भी दिया गया था। उन्होंने बताया कि अक्षय ने फिल्म में विग पहनने की शर्त रखी थी, लेकिन निर्देशक अभिषेक पाठक ने कंटीन्यूटी के मुद्दे को समझाते हुए इस पर आपत्ति जताई। इस पर अक्षय ने शुरुआत में अपनी मांग वापस ले ली थी, लेकिन बाद में उन्होंने फिल्म से हटने का फैसला कर लिया।

निर्माता का गंभीर आरोप

कुमार मंगत पाठक ने कहा कि एक समय था जब अक्षय खन्ना के पास काम नहीं था और उन्होंने ही उनके साथ सेक्शन 375 जैसी फिल्म बनाई थी। उन्होंने दावा किया कि पहले भी उन्हें अक्षय के व्यवहार को लेकर चेतावनी दी गई थी और सेट पर उनकी एनर्जी को टॉक्सिक बताया गया था। निर्माता के अनुसार, अभिनेता के इस फैसले से उन्हें भारी नुकसान हुआ है।

लीगल नोटिस भेजा गया

निर्माता ने साफ कहा कि अक्षय खन्ना को लीगल नोटिस भेज दिया गया है, लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि दृश्यम 3 में अक्षय खन्ना को रिप्लेस कर दिया गया है और अब फिल्म में जयदीप अहलावत नजर आएंगे।

कुमार मंगत पाठक ने कहा, "दृश्यम एक बड़ा ब्रांड है और फिल्म किसी एक कलाकार पर निर्भर नहीं है। भगवान की कृपा से हमें उनसे भी बेहतर अभिनेता मिल गया है।"


...