दिल्ली-एनसीआर की हवा में सुरक्षा बढ़ेगी: तैनात होगा स्वदेशी मल्टी-लेयर इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम

भारत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) को मिसाइलों, ड्रोन और तेज रफ्तार वाले विमानों जैसे हवाई खतरों से सुरक्षित करने के लिए स्वदेशी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वरिष्ठ रक्षा सूत्रों के अनुसार, एनसीआर की सुरक्षा के लिए मल्टीलेयर इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) को स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों—जैसे क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM) और वेरी-शॉर्ट-रेंज एयर डिफेंस सिस्टम—के साथ मिलाकर तैनात किया जाएगा। यह सिस्टम महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और इसका संचालन भारतीय वायुसेना करेगी।

इस परियोजना के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) प्रोडक्शन एजेंसियों के साथ मिलकर नेटवर्किंग और कमांड-कंट्रोल सिस्टम विकसित करेगा। स्वदेशी प्रणाली की तैनाती भारत के घरेलू रक्षा उत्पादन को भी मजबूत करेगी। इससे पहले भारत ने अमेरिकी NASAMS-2 प्रणाली खरीदने की योजना बनाई थी, लेकिन उच्च लागत के कारण यह सौदा आगे नहीं बढ़ पाया। रक्षा मंत्रालय इस परियोजना को ऐसे समय लागू कर रहा है जब पाकिस्तान ने मई में ‘ऑपरेशन सिदूर’ के दौरान भारत को निशाना बनाने की कोशिश की थी।

इसी बीच संसद की एक समिति ने बताया है कि DRDO ने पिछले पांच वर्षों में स्वदेशी अनुसंधान के चलते 2,64,156 करोड़ रुपये की बचत की है। समिति ने उल्लेख किया कि डीआरडीओ ने हाल के वर्षों में हाइपरसोनिक तकनीकों और मिसाइल विकास में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। नवंबर 2024 में देश ने लंबी दूरी की पहली हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया, जबकि मार्च 2024 में अग्नि मिसाइल के साथ पहली बार एमआईआरवी तकनीक का सफल प्रदर्शन किया गया—जो एक ही मिसाइल को कई लक्ष्यों पर अलग-अलग वारहेड ले जाने में सक्षम बनाती है। इसके अलावा, स्वदेशी VSHORADS सिस्टम और मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ने भी महत्वपूर्ण परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए हैं।


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बिहार में लागू हुआ ‘1 घर–1 मीटर’ नियम: मुफ्त बिजली के लिए अब दिखाने होंगे जमीन बंटवारे के कागज़

बिहार सरकार द्वारा 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा के बाद नया बिजली कनेक्शन लेने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई है। बड़ी संख्या में उपभोक्ता यह सोचकर आवेदन कर रहे हैं कि एक ही घर में दो-तीन या चार कनेक्शन लगवाकर अधिक मुफ्त बिजली का लाभ लिया जा सकता है। इसी वजह से कई लोग परिवार के अलग-अलग सदस्यों के नाम पर उसी मकान के लिए नए कनेक्शन की मांग कर रहे हैं।

पहले लोग नया कनेक्शन लेने से बचते थे, क्योंकि बिजली की खपत बढ़ने के साथ बिल और फिक्स चार्ज भी बढ़ जाता था। लेकिन मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद आवेदन की बाढ़ आ गई है, जिसके चलते विभाग में सैकड़ों आवेदन पेंडिंग हैं। आवेदनकर्ता रोज विभाग के चक्कर लगा रहे हैं, जबकि अधिकारी जांच में लगे हैं। जांच में सामने आया है कि कई आवेदन एक ही मकान के लिए कई कनेक्शन लेने के उद्देश्य से किए गए हैं।

इस स्थिति को देखते हुए बिजली विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि एक ही मकान में केवल एक कनेक्शन दिया जाएगा। अलग कनेक्शन तभी मिलेगा जब आवेदनकर्ता कोर्ट द्वारा जारी भूमि या मकान के रजिस्टर्ड बंटवारे के कागजात पेश करेगा। विभाग ने कहा कि यदि एक ही मकान में चार भाई भी रहते हों, तब भी एक ही कनेक्शन का प्रावधान रहेगा; केवल अलग-अलग मकान होने पर ही अलग कनेक्शन मिल सकेगा।

अधिकारियों के अनुसार वैध दस्तावेज, आधार कार्ड, फोटो और बंटवारे के प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने पर कनेक्शन देने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन केवल अधिक मुफ्त बिजली पाने की नीयत से किए गए गलत या भ्रामक आवेदनों को विभाग द्वारा लगातार रिजेक्ट किया जा रहा है।


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दिल्ली वालों के लिए खुशखबरी: EV खरीद पर फिर मिलेगी सब्सिडी, सरकार जल्द लॉन्च करेगी नया पोर्टल

दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों के लिए राहत भरी खबर है। जो लोग ईवी खरीद चुके हैं या खरीदना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार की सब्सिडी नहीं मिल सकी थी—जल्द ही उनके लिए पोर्टल शुरू किया जा रहा है। नए पोर्टल के माध्यम से सब्सिडी सीधे लाभार्थियों तक पहुंच सकेगी।

फिलहाल केंद्र सरकार की ईवी सब्सिडी तो लागू है, लेकिन दिल्ली सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी जनवरी 2024 से अटकी हुई है। इससे इलेक्ट्रिक वाहन उतने किफायती नहीं रहे, जितने होने चाहिए थे। अगस्त 2020 में लागू दिल्ली ईवी पॉलिसी के तहत इलेक्ट्रिक कारों पर 1.5 लाख रुपये तक और दोपहिया, ऑटो व बैटरी रिक्शा पर 30 हजार रुपये तक की सब्सिडी दी जाती थी। माना जा रहा है कि करीब 49 करोड़ रुपये की सब्सिडी अब भी लंबित है और मामला अदालत तक पहुंच चुका है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिए पोर्टल को फिर से एक्टिव किया जा रहा है। पिछले पोर्टल में तकनीकी सुधार भी किए गए हैं ताकि लाभार्थियों को सब्सिडी पाने में परेशानी न हो। पोर्टल लॉन्च होते ही सब्सिडी वितरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

दिल्ली सरकार ने 2026 तक राजधानी को "इलेक्ट्रिक सिटी" बनाने का लक्ष्य रखा है। केंद्र सरकार भी दिल्ली सहित सभी राज्यों को ईवी अपनाने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दे चुकी है, ताकि वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कमी लाई जा सके।


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ट्रेड डील पर बड़ा खुलासा: अमेरिका बोला—भारत ने पेश किया अत्यंत आकर्षक प्रस्ताव

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (India-US Trade Deal) पर दो दिवसीय वार्ता दिल्ली में शुरू हो गई है। इस बीच अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने अमेरिकी सांसदों को सूचित किया कि अमेरिकी कृषि उत्पादों की बाजार पहुंच बढ़ाने को लेकर जारी वार्ताओं में भारत ने “वाशिंगटन को अब तक के सर्वोत्तम प्रस्ताव” दिए हैं। मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में सीनेट विनियोग उपसमिति की सुनवाई के दौरान ग्रीर ने बताया कि अमेरिकी दल फिलहाल नई दिल्ली में मौजूद है और कृषि सम्बंधी संवेदनशील बाधाओं को दूर करने पर विशेष जोर दे रहा है।

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय (USTR) का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, उप अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राजदूत रिक स्विट्जर के नेतृत्व में भारत पहुँचा है, जबकि भारतीय पक्ष की अगुवाई ज्वाइंट सेक्रेटरी दर्पण जैन कर रहे हैं।

किन फसलों पर विवाद?

ग्रीर के अनुसार, कुछ कृषि उत्पादों को लेकर भारत में अभी भी आपत्तियाँ बनी हुई हैं, लेकिन नई दिल्ली द्वारा भेजे गए नवीनतम प्रस्ताव इस बार वार्ता में सकारात्मक और अप्रत्याशित शुरुआत का संकेत देते हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ते स्टॉक्स और चीन से घटती मांग के बीच भारत अमेरिकी उत्पादकों के लिए एक संभावित वैकल्पिक बाजार बन सकता है।

ध्यान रहे कि भारत-अमेरिका के बीच इस ट्रेड डील पर कई महीनों से बातचीत जारी है और अब तक छह दौर पूरे हो चुके हैं। पिछले महीने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रस्तावित समझौते पर “अच्छी खबर तभी मिलेगी, जब यह पूरी तरह उचित, समानता आधारित और संतुलित” होगा।


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पाकिस्तान का नया खाका! देश को 12 राज्यों में बांटने की तैयारी

पाकिस्तान का पहला बंटवारा साल 1971 में हुआ था, जब पूर्वी बंगाल अलग होकर बांग्लादेश बना। अब पाकिस्तान दोबारा विभाजन की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इस बार नया देश बनने वाला नहीं है। दरअसल, पाकिस्तान में नए-नए प्रांत बनाने की तैयारी चल रही है, जिनके तहत अशांत इलाकों को छोटे-छोटे प्रशासनिक हिस्सों में बांटा जाएगा। जियो न्यूज के अनुसार, रविवार को पाकिस्तान के फेडरल कम्युनिकेशन मिनिस्टर अब्दुल अलीम खान ने कहा कि “छोटे प्रांत जरूर बनाए जाएंगे।” उनका दावा है कि इससे शासन और सेवा वितरण में सुधार होगा।

फिलहाल पाकिस्तान में चार प्रांत—सिंध, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान—हैं, लेकिन अब इन्हें कुल 12 प्रांतों में बदलने की योजना पर चर्चा तेज है। पाकिस्तान की आजादी (1947) के समय वहाँ पाँच प्रांत थे, जिनमें पूर्वी बंगाल भी शामिल था। 1971 के युद्ध के बाद पूर्वी बंगाल बांग्लादेश बन गया, जबकि NWFP का नाम बदलकर खैबर पख्तूनख्वा कर दिया गया। सिंध और बलूचिस्तान की संरचना में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया।

अब सवाल उठ रहा है—क्या बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा को फिर बांटा जाएगा? शहबाज शरीफ की सरकार को समर्थन देने वाली कई पार्टियाँ—जैसे इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी (IPP) और MQM-P—नए प्रांतों के निर्माण के पक्ष में हैं। इसी वजह से इस बार यह प्रस्ताव काफी गंभीर माना जा रहा है। पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चारों प्रांतों को तीन-तीन हिस्सों में बांटने पर विचार हो रहा है, यानी कुल 12 नए प्रांत बन सकते हैं।

अब्दुल अलीम खान का यह बयान पाकिस्तान में लंबे समय से चल रही बहस के बाद सामने आया है। उनका कहना है कि “छोटे प्रांत बनाने से प्रशासनिक नियंत्रण मजबूत होगा और नागरिकों को बेहतर सेवाएँ मिलेंगी।” हालांकि PPP इस योजना का विरोध कर रही है, क्योंकि सिंध में उसकी मजबूत पकड़ है और उसे अपने जनाधार कमजोर पड़ने का डर है। सिंध के मुख्यमंत्री और PPP नेता मुराद अली शाह पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे सिंध को दो या तीन हिस्सों में बांटने का कोई भी कदम स्वीकार नहीं करेंगे।

मगर सवाल यह भी है कि क्या यह कदम पाकिस्तान की स्थिति को बेहतर करेगा या एक बार फिर बंटवारे की आग देश को झुलसा देगी? पाकिस्तान के वरिष्ठ नौकरशाह और पूर्व पुलिस अधिकारी सैयद अख्तर अली शाह का कहना है कि असली समस्या प्रांतों की संख्या नहीं, बल्कि शासन की कमजोरी, कानून-व्यवस्था की स्थिति और संस्थागत ढाँचे की खामियाँ हैं। PILDAT थिंक टैंक के चेयरमैन अहमद बिलाल मेहबूब भी चेतावनी देते हैं कि नए प्रांत बनाना राजनीतिक रूप से विवादित, आर्थिक रूप से महंगा और प्रशासनिक रूप से बेहद जटिल होगा। उनके अनुसार, पाकिस्तान की समस्या बड़े प्रांत नहीं बल्कि स्थानीय शासन को पर्याप्त अधिकार न मिलना है, और नए प्रांत बनाने की कवायद संघीय ढाँचे को और अस्थिर कर सकती है।


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इंडिगो विवाद पर सरकार सख्त: कहा—ज़रूरत हुई तो CEO की छुट्टी

इंडिगो संकट को लेकर अब DGCA (नागरिक उड्डयन नियामक) भी केंद्र सरकार की जांच के दायरे में आ गया है। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एक इंटरव्यू में कहा कि इंडिगो की गड़बड़ियों की जांच सिर्फ एयरलाइन तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि DGCA के कामकाज की भी पड़ताल की जाएगी। उन्होंने यात्रियों को हुई परेशानी के लिए माफी मांगी और भरोसा दिलाया कि जिम्मेदार लोगों पर सख्त और उचित कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने कहा कि इंडिगो का यह बड़ा फेलियर सामान्य गलती नहीं लगता, बल्कि इसके पीछे जानबूझकर हुई लापरवाही के संकेत मिल रहे हैं। सरकार यह भी जांच कर रही है कि यह संकट अचानक उसी समय क्यों उत्पन्न हुआ, जबकि ऑपरेशंस चालू थे। CEO को हटाने के सवाल पर नायडू ने स्पष्ट कहा कि जरूरत पड़ी तो उन्हें जरूर हटाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वे पिछले सात दिनों से लगातार मीटिंग कर रहे हैं और मुख्य फोकस सिर्फ यात्रियों की समस्याओं को कम करना है।

इंडिगो शेड्यूल में बड़ी गड़बड़ी

DGCA ने बताया कि इंडिगो ने 403 विमान बताकर 6% ज्यादा विंटर शेड्यूल ले लिया, जबकि अक्टूबर में वह 339 और नवंबर में 344 विमान ही ऑपरेट कर सकी। नवंबर में तय 64,346 में से केवल 59,438 उड़ानें ही उड़ पाईं। इसके बावजूद कंपनी ने विंटर शेड्यूल में पिछले साल के मुकाबले 9.66% ज्यादा उड़ानें ले लीं, जिससे सिस्टम पर भारी दबाव पड़ा।

सरकार का एक्शन: 10% फ्लाइट्स कम कीं

सरकार ने इंडिगो की लगभग 2300 दैनिक उड़ानों में से 10% फ्लाइट्स कम करने का आदेश दिया है। हाई-डिमांड रूट्स पर यह कटौती लागू होगी। मंगलवार को ही कंपनी की 422 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं और बीते आठ दिनों में देशभर में करीब 5,000 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं। मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई भी होगी।

ALPA इंडिया पायलट थकान और सेफ्टी मुद्दे उठाएगा

एयरलाइन पायलट एसोसिएशन (ALPA इंडिया) को संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने पायलट थकान, FDTL नियमों और बढ़ते सेफ्टी जोखिमों पर अपनी बात रखने के लिए बुलाया है। कई एयरलाइंस नए FDTL नियमों का पालन नहीं कर रही हैं, जिससे पायलटों की थकान और ऑपरेशनल जोखिम बढ़ रहे हैं। समिति GPS स्पूफिंग के बढ़ते मामलों पर भी जानकारी लेगी।

इंडस्ट्री विशेषज्ञों की चेतावनी

फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष कैप्टन CS रंधावा ने बताया कि इंडिगो के A320 फ्लीट में 80 विमान इंजन मरम्मत के कारण ग्राउंडेड थे। उपलब्ध विमानों के हिसाब से एयरलाइन को कम से कम 4,480 पायलट चाहिए थे, लेकिन यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। कई बार पायलट एयरपोर्ट पर मौजूद रहे, लेकिन विमान ही उपलब्ध नहीं थे।

एयरपोर्ट्स पर IAS अफसर तैनात

सरकार ने यात्रियों की दिक्कतें समझने और जांच आगे बढ़ाने के लिए देश के 10 बड़े एयरपोर्ट्स पर सीनियर IAS अधिकारियों को तैनात किया है। इनमें मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, गुवाहाटी, गोवा और तिरुवनंतपुरम शामिल हैं। विस्तृत जांच रिपोर्ट 15 दिनों में आने की उम्मीद है।

इंडिगो का जवाब: वजह का पता लगाना मुश्किल

इंडिगो ने DGCA को बताया कि ऑपरेशनल दिक्कतों के वास्तविक कारणों का पता लगाना अभी संभव नहीं है और पूरे रूट कॉज एनालिसिस के लिए अधिक समय चाहिए। एयरलाइन के अनुसार, समस्या दिसंबर की शुरुआत में शुरू हुई जब ऑन-टाइम परफॉर्मेंस और क्रू उपलब्धता प्रभावित हुई। 5 दिसंबर को सिस्टम रीबूट किया गया। कंपनी का दावा है कि 91% उड़ानें अब ऑन-टाइम हैं और 827 करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया जा चुका है, जबकि बाकी रिफंड 15 दिसंबर 2025 तक प्रोसेस होगा।


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हार्दिक पंड्या बने टी-20 में 100 सिक्स लगाने वाले चौथे भारतीय

भारत ने कटक के बाराबाती स्टेडियम में खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 101 रन से हराते हुए शानदार जीत दर्ज की। टीम इंडिया ने हार्दिक पंड्या की फिफ्टी की बदौलत 20 ओवर में 175 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीका की पूरी टीम सिर्फ 74 रन पर सिमट गई, जो टी-20 इंटरनेशनल में उनका अब तक का सबसे छोटा स्कोर है।

यह मुकाबला पूरी तरह हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह और तिलक वर्मा के नाम रहा। हार्दिक ने एक छक्का लगाकर टी-20 इंटरनेशनल में अपने 100 छक्के पूरे किए और वे ऐसा करने वाले भारत के चौथे खिलाड़ी बन गए। वहीं बुमराह ने 100 टी-20 इंटरनेशनल विकेट पूरे कर लिए और इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाले दूसरे भारतीय बने।

पढ़िए IND vs SA पहले टी-20 के टॉप-6 रिकॉर्ड्स—

1. हार्दिक टी-20 में 100 सिक्स लगाने वाले चौथे भारतीय

हार्दिक पंड्या टी-20I में 100 छक्के पूरे करने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज हैं। इस लिस्ट में रोहित शर्मा 205 छक्कों के साथ सबसे ऊपर हैं।

2. बुमराह टी-20 में 100 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय

जसप्रीत बुमराह ने डेवाल्ड ब्रेविस को आउट कर 100 टी-20I विकेट पूरे किए। उनसे पहले अर्शदीप सिंह यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। बुमराह इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी तीन फॉर्मेट में 100 विकेट लेने वाले दुनिया के पांचवें गेंदबाज बने— उनसे पहले मलिंगा, साउदी, शाकिब और शाहीन अफरीदी यह कर चुके हैं।

3. अर्शदीप ने भुवनेश्वर की बराबरी की

पहले टी-20 में दो विकेट लेते ही अर्शदीप सिंह ने पावरप्ले में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में भुवनेश्वर कुमार की बराबरी कर ली। दोनों के नाम अब 47 विकेट हैं।

4. तिलक वर्मा के 1000 टी-20 रन पूरे

तिलक वर्मा ने शानदार छक्का लगाकर 1000 टी-20I रन पूरे किए। सिर्फ 34 पारियों में यह उपलब्धि हासिल कर वे भारत के पांचवें सबसे तेज बल्लेबाज बने। विराट कोहली 27 पारियों के साथ इस सूची में पहले स्थान पर हैं।

5. साउथ अफ्रीका का टी-20 में सबसे कम स्कोर

साउथ अफ्रीका की टीम 74 रन पर ऑलआउट होकर टी-20 इतिहास के अपने न्यूनतम स्कोर पर सिमट गई। इससे पहले उनका न्यूनतम स्कोर 87 रन था, जो भारत के खिलाफ ही राजकोट में बना था।

6. भारत की SA के खिलाफ घर में सबसे बड़ी जीत

टीम इंडिया ने 101 रन से जीत दर्ज कर घरेलू मैदान पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपनी सबसे बड़ी टी-20 जीत का नया रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले 2022 में राजकोट में भारत ने SA को 82 रन से हराया था।


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पहाड़ों में पाला, मैदानों में कोहरे के आसार; पारे की गिरावट बढ़ाएगी सर्दी

उत्तराखंड में इन दिनों मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। पहाड़ों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक तेज धूप खिल रही है, जिससे दिन के तापमान में सामान्य से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। हालांकि, न्यूनतम तापमान गिरने से रात के समय सर्दी का असर काफी बढ़ गया है। मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल प्रदेश में मौसम शुष्क ही रहने की संभावना है।

पर्वतीय इलाकों में पाला जमने के और मैदानी क्षेत्रों में कुहासा छाने के आसार हैं। न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की और गिरावट हो सकती है। मंगलवार सुबह से ही दून और आसपास के क्षेत्रों में चटख धूप रही, जिससे दिन में ठंड से कुछ राहत मिली, लेकिन सुबह और शाम की ठिठुरन लगातार बढ़ रही है।

शाम को चल रही ठंडी हवाएं कंपकंपी बढ़ा रही हैं। दून में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम दर्ज हुआ। प्रदेश के कई हिस्सों में रात के तापमान में तेजी से गिरावट देखी जा रही है, जिससे दिन और रात के पारे में चार गुना तक का अंतर पैदा हो गया है—जो स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक भी मौसम शुष्क ही रहने का अनुमान है। पहाड़ों में पाला और मैदानी इलाकों में कोहरा लोगों के लिए परेशानी बढ़ा सकता है।


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‘बॉर्डर 2’ में अहान शेट्टी की धमाकेदार एंट्री, फर्स्ट-लुक रिलीज

‘बॉर्डर 2’ से अहान शेट्टी का दमदार फर्स्ट-लुक मंगलवार को जारी किया गया। पोस्टर में वह एक नेवी ऑफिसर की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं। खून के निशान, दृढ़ नजरें और हाथों में टैंक की गन—इन सबने उनके लुक को काफी प्रभावशाली बना दिया है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनकी तुलना सुनील शेट्टी से कर रहे हैं, जिन्होंने पहली ‘बॉर्डर’ फिल्म में महत्वपूर्ण किरदार निभाया था। पोस्टर के कैप्शन में लिखा है— “लहरों से भी मजबूत। तूफान से भी भयानक।” फिल्म 23 जनवरी 2026 को रिलीज होगी।

सोशल मीडिया पर मिल रही प्रतिक्रियाएं:

एक यूजर ने लिखा— “अहान की असली एंट्री अब होगी बॉलीवुड में।” दूसरे ने कहा— “अहान नहीं, बल्कि अन्ना सुनील शेट्टी ही लग रहे हैं।”

बॉर्डर-2 में दिखेंगे सनी देओल, वरुण धवन और दिलजीत

‘बॉर्डर-2’, 1997 की क्लासिक ‘बॉर्डर’ का सीक्वल है। फिल्म में सनी देओल, वरुण धवन और दिलजीत दोसांझ मुख्य भूमिकाओं में हैं। इसमें एयरफोर्स, ग्राउंड बैटल और बड़े पैमाने के वॉर सीक्वेंस शामिल होंगे। मेकर्स इसे देशभक्ति से जुड़ी सबसे बड़ी फिल्मों में से एक बता रहे हैं।

क्यों बना विवाद?

फिल्म तब विवादों में आई, जब फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने दिलजीत दोसांझ की कास्टिंग पर आपत्ति जताई। संगठन का कहना था कि दिलजीत हाल ही में एक पाकिस्तानी अभिनेत्री के साथ प्रोजेक्ट कर चुके हैं, जबकि पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लागू है। चूंकि ‘बॉर्डर-2’ एक देशभक्ति पर आधारित फिल्म है, इसलिए संगठन ने इसे राष्ट्रीय भावना के खिलाफ बताया और मेकर्स से दिलजीत को फिल्म से हटाने की मांग की।

विवाद कैसे खत्म हुआ?

मेकर्स की लिखित अपील के बाद मामला सुलझ गया। अपील में कहा गया कि दिलजीत का पूरा हिस्सा पहले ही शूट हो चुका है और रिप्लेसमेंट करने पर करोड़ों का नुकसान होगा। इस पर FWICE ने शर्त रखी कि भविष्य में नियमों का पालन किया जाएगा, जिसके बाद बैन हटा लिया गया।


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भारत में 10 साल से टी-20 सीरीज नहीं जीत पाया दक्षिण अफ्रीका

साउथ अफ्रीका ने भारत में पिछली टी-20 सीरीज 2015 में जीती थी। इसके बाद प्रोटियाज टीम तीन बार भारत दौरे पर टी-20 सीरीज खेल चुकी है, लेकिन एक बार भी जीत दर्ज नहीं कर पाई। ओवरऑल सीरीज रिकॉर्ड भी भारत के पक्ष में है। दोनों टीमों के बीच अब तक 10 टी-20 सीरीज खेली गई हैं, जिनमें भारत ने 5 और साउथ अफ्रीका ने 2 जीती हैं, जबकि 3 सीरीज ड्रॉ रहीं।

पांच मैचों की मौजूदा टी-20 सीरीज का पहला मुकाबला आज कटक के बाराबाती स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत इससे पहले वनडे सीरीज 2-1 से जीत चुका है और टी-20 में भी जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगा। दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज 2-0 से जीती थी। 2018 के बाद से अफ्रीकी टीम भारत के खिलाफ न तो भारतीय जमीन पर और न ही अपने घरेलू मैदान पर कोई टी-20 सीरीज जीत सकी है। पहला टी-20 शाम 7 बजे शुरू होगा और टॉस 6:30 बजे होगा। इस मैच में उप-कप्तान शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या चोट से उबरकर वापसी करेंगे।

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच अब तक 31 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले जा चुके हैं। इनमें भारत ने 18 जीत हासिल की हैं, जबकि साउथ अफ्रीका 12 मैचों में विजयी रहा है। एक मैच बेनतीजा रहा। भारत में दोनों टीमों के बीच 12 मुकाबले हुए हैं, जिनमें अफ्रीका 6 मैच जीतकर आगे है, जबकि भारत ने 5 मैच जीते हैं और एक मैच का परिणाम नहीं निकला।

इस साल टी-20 में भारत के लिए अभिषेक शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने 17 मैचों में 756 रन बनाए हैं, वह भी 196 से अधिक के स्ट्राइक रेट के साथ। उनके नाम 1 शतक और 5 अर्धशतक दर्ज हैं। वे वर्तमान में भारत के नंबर-1 टी-20 बल्लेबाज हैं। गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती भारत के सबसे प्रभावशाली गेंदबाज साबित हुए हैं। उन्होंने 16 मैचों में 26 विकेट लिए और 5/24 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। लगभग 7 की इकोनॉमी से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने मिडिल ओवर्स में लगातार विकेट चटकाए।

साउथ अफ्रीका के लिए इस सीरीज में डेवाल्ड ब्रेविस पर नजरें रहेंगी। उन्होंने इस साल 13 मैचों में 395 रन बनाए और 183.72 के स्ट्राइक रेट से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की है। उनके नाम इस वर्ष एक शतक और एक अर्धशतक दर्ज है। गेंदबाजी में कॉर्बिन बॉश सबसे प्रभावशाली रहे हैं। उन्होंने 11 मैचों में 17 विकेट चटकाए हैं, 4/14 उनका सर्वश्रेष्ठ स्पेल रहा है। लगभग 7.5 की इकोनॉमी के साथ वे मिडिल ओवर्स में महत्वपूर्ण विकेट लेने की क्षमता रखते हैं।

कटक के बाराबाती स्टेडियम की लाल मिट्टी की पिच तेज गेंदबाजों को स्पिनर्स के मुकाबले ज्यादा सहायता देती है। शाम के समय ओस गिरने से बल्लेबाजी आसान हो जाती है, इसलिए यहां टीमें लक्ष्य का पीछा करना अधिक पसंद करती हैं। यह मैदान आमतौर पर हाई-स्कोरिंग नहीं माना जाता। यहां भारत का सर्वाधिक टी-20 स्कोर 180 रन है, जो श्रीलंका के खिलाफ बना था। अब तक यहां 3 टी-20 मैच खेले गए हैं, जिनमें भारत को एक जीत और दो हार मिली हैं—दोनों बार साउथ अफ्रीका ने ही भारत को हराया। इस मैदान पर आखिरी टी-20 जून 2022 में खेला गया था, जिसमें अफ्रीका ने भारत को 4 विकेट से हराया था। भारत को यहां एकमात्र जीत 2017 में श्रीलंका के खिलाफ मिली थी।

मौसम की बात करें तो कटक में मंगलवार को मौसम साफ रहने की उम्मीद है। रात के समय तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जिससे ठंड का असर रहेगा। मैच के दौरान ओस भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर होगी।

दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-XI इस प्रकार है—

भारत: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह।

साउथ अफ्रीका: ऐडन मार्करम (कप्तान), क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), डेविड मिलर, ट्रिस्टन स्टब्स, डेवाल्ड ब्रेविस, डोनोवन फरेरा, जॉर्ज लिंडे, मार्को यानसन, कॉर्बिन बॉश, एनरिक नॉर्त्या और क्वेना मफाका।


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