बांग्लादेश में शेख हसीना विरोधी नेता और इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी को राजधानी ढाका में शुक्रवार को गोली मार दी गई। हमले में उनके सिर में गोली लगी है और उनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। घटना ऐसे समय हुई है, जब देश में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है।
हादी ढाका से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। पुलिस के अनुसार, वह दोपहर करीब 2:30 बजे बिजयनगर इलाके में रिक्शे से जा रहे थे, तभी बाइक सवार हमलावरों ने बेहद नजदीक से उन पर गोली चला दी। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है, जिसमें देखा गया कि मोटरसाइकिल पर सवार दोनों हमलावरों ने हेलमेट पहन रखा था।
गोली लगते ही हादी को पहले ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक सर्जरी के बाद उनकी हालत नाजुक बनी रही। बाद में उन्हें एवरकेयर अस्पताल में शिफ्ट किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, गोली सिर में घुसी और दूसरी ओर से निकल गई, लेकिन दिमाग में छोटे-छोटे टुकड़े रह गए थे। हादी को दो बार कार्डियक अरेस्ट हुआ है और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है।
ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निदेशक ब्रिगेडियर जनरल असदुज्जामान ने बताया कि हादी के सीने और पैर में भी चोटें हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अत्यधिक खून बहने के कारण उनकी स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है और फिलहाल कुछ भी कहना मुश्किल है।
चुनावी माहौल में बढ़ा तनाव
यह हमला ऐसे वक्त हुआ है, जब बांग्लादेश में 12 फरवरी को होने वाले आम चुनाव की घोषणा हो चुकी है। हमले को लेकर देश में राजनीतिक हिंसा की आशंका गहरा गई है। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि चुनावी माहौल में हिंसा किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
पुलिस के अनुसार, देर रात तक इस मामले में कोई औपचारिक केस दर्ज नहीं हुआ था, हालांकि कई टीमें जांच में जुटी हैं।
पहले भी मिल चुकी थीं धमकियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले से कुछ घंटे पहले हादी ने सोशल मीडिया पर ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ का एक विवादित नक्शा साझा किया था, जिसमें भारत के कुछ इलाके भी दिखाए गए थे। इससे पहले नवंबर 2025 में उन्हें सोशल मीडिया के जरिए कई विदेशी नंबरों से जान से मारने की धमकियां भी मिल चुकी थीं।
हादी 2024 के छात्र आंदोलन के बाद उभरे प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं। उन्होंने अवामी लीग और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोला था और कई किताबें भी लिखी हैं। दिसंबर 2024 में उन्होंने अवामी लीग पर छात्रों की हत्या के आरोप लगाए थे।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
इंकलाब मंच अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के बाद सामने आया संगठन है, जिसने शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के खिलाफ आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। संगठन अवामी लीग को प्रतिबंधित करने और युवाओं की सुरक्षा की मांग को लेकर सक्रिय रहा है।
बांग्लादेश में 5 अगस्त 2024 को तख्तापलट के बाद शेख हसीना देश छोड़कर भारत चली गई थीं। तब से मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार सत्ता में है। चुनाव आयोग पहले ही अवामी लीग का पंजीकरण निलंबित कर चुका है और पार्टी चुनाव नहीं लड़ पाएगी।