पूरा उत्तर भारत इस समय कड़ाके की ठंड की चपेट में है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक तापमान लगातार गिरता जा रहा है। पहाड़ों पर हो रही लगातार बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी साफ नजर आ रहा है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित कई राज्यों में सोमवार को घना कोहरा छाया रहा, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
उत्तर प्रदेश में भी शीतलहर और भीषण ठंड का प्रकोप जारी है। ठंड की वजह से बांदा जिले में एक किसान और एक युवक की मौत की खबर सामने आई है। वहीं, घने कोहरे के चलते सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है। सोमवार को कानपुर, बाराबंकी, अयोध्या, लखनऊ समेत प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में कोहरा छाया रहा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी सोमवार सुबह कड़ाके की ठंड ने लोगों को कंपकंपा दिया। गलन वाली सर्दी के कारण कई इलाकों में लोग अलाव तापते नजर आए। हालांकि घना कोहरा नहीं दिखा, लेकिन ठंडी हवाओं की वजह से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार 25 दिसंबर तक ठंड में और इजाफा हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में मौसम की मार को देखते हुए कई जिलों में जिला प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। लोगों से बेवजह घर से बाहर न निकलने की अपील की गई है। घने कोहरे के कारण हाईवे पर वाहनों की रफ्तार सीमित कर दी गई है।
उधर, पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी का सिलसिला जारी है। बर्फ से ढकी वादियों ने सैलानियों को आकर्षित किया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी बर्फबारी जारी रहने की संभावना है। कश्मीर में रविवार को बारिश और बर्फबारी के साथ 40 दिन की भीषण ठंड ‘चिल्लै कलां’ की शुरुआत हो गई। घाटी के मैदानी इलाकों में हल्की जबकि गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी बर्फबारी जारी रहने का अनुमान है।
घने कोहरे और बढ़ती ठंड का सीधा असर यातायात पर पड़ा है। सड़क, रेल और हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। देशभर के कई एयरपोर्ट से सैकड़ों उड़ानें रद करनी पड़ी हैं, जबकि 100 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं। कम दृश्यता के कारण सड़कों पर वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।