7वां वेतन आयोग 31 दिसंबर 2025 को समाप्त होने जा रहा है, ऐसे में 1 जनवरी से केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा तोहफा मिल सकता है। 8वां वेतन आयोग जब अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा, तभी यह साफ़ होगा कि केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी और यह बढ़ोतरी किस फिटमेंट फैक्टर के आधार पर तय की जाएगी।
हर 10 साल में एक वेतन आयोग का गठन किया जाता है, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बेसिक सैलरी में बढ़ोतरी का लाभ मिलता है। छठे वेतन आयोग में 1.92 के फिटमेंट फैक्टर के चलते सैलरी 1.92 गुना बढ़ी थी, जबकि सातवें वेतन आयोग में 2.57 फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था, जिससे वेतन में बड़ी बढ़ोतरी हुई।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को कुल 18 लेवल में बांटा गया है। लेवल-1 में ग्रुप डी के कर्मचारी आते हैं, जबकि लेवल-18 सबसे उच्च स्तर होता है, जिसमें कैबिनेट सचिव जैसे शीर्ष अधिकारी शामिल होते हैं। लेवल 1 से 18 के बीच कुल 16 अन्य लेवल होते हैं, जो ग्रुप ए, बी, सी और डी के अंतर्गत आते हैं। ऐसे में 8वें वेतन आयोग में अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर लागू होने पर हर लेवल की सैलरी में अलग-अलग बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर कितना हो सकता है?
8वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह 1.92, 2.15 या 2.57 में से किसी एक के आसपास हो सकता है। इन्हीं फिटमेंट फैक्टर्स के आधार पर लेवल 1 से 18 तक के कर्मचारियों की संभावित सैलरी में बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है।
फिटमेंट फैक्टर को लेकर नेक्सडिग्म के डायरेक्टर (पेरोल सर्विसेज) रामचंद्रन कृष्णमूर्ति का कहना है कि इसे तय करते समय कई आर्थिक और संगठनात्मक पहलुओं को ध्यान में रखा जाता है। आमतौर पर एम्प्लॉयर, वेतन आयोग या कंपनसेशन कमेटी इन सभी कारकों का आकलन कर फिटमेंट फैक्टर तय करती है।
वहीं, ऑल इंडिया एनपीएस एम्प्लॉइज़ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह पटेल के अनुसार, 8वें वेतन आयोग के लिए संभावित फिटमेंट फैक्टर 2.13 हो सकता है। इसमें मौजूदा 58 प्रतिशत महंगाई भत्ता, 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने तक DA में संभावित बढ़ोतरी, सालाना वेतन वृद्धि और परिवार इकाइयों की औसत संख्या (3.6) को शामिल किया गया है।