उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का प्रकोप लगातार जारी है। रविवार को राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा करौली में 2.4 डिग्री, सीकर में 3.5 डिग्री, पाली में 3.6 डिग्री और दौसा में 3.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
पंजाब और हरियाणा में भी शीतलहर का असर तेज बना हुआ है। हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं पंजाब के फरीदकोट में 3.4 डिग्री, पटियाला में 4.6 डिग्री और अमृतसर तथा लुधियाना में 4.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस समय जेट स्ट्रीम का प्रभाव बना हुआ है। जेट स्ट्रीम जमीन से लगभग 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर बहने वाली तेज हवाएं होती हैं, जिनकी रफ्तार इस बार 262 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों तक तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
इस बीच देश के 23 राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। कोहरे का असर रेल और हवाई यातायात पर साफ नजर आ रहा है। रविवार को 13 उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि कई अन्य फ्लाइट्स देरी से संचालित हुईं।
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक की अवधि को ‘फॉग विंडो’ घोषित किया है। इस दौरान कम दृश्यता के कारण उड़ानों के संचालन पर असर पड़ सकता है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, जेट स्ट्रीम ठंडी और गर्म हवा की नदी की तरह आसमान में बहती हैं। ये आमतौर पर उत्तर के ध्रुवीय क्षेत्रों की ठंडी हवा और दक्षिण के गर्म इलाकों की हवा के बीच चलती हैं। जब जेट स्ट्रीम झुक जाती है या नीचे की ओर खिसकती है, तो यह उत्तर की बेहद ठंडी हवा को भारत तक खींच लाती है, जिससे अचानक ठंड बढ़ जाती है।
अगर जेट स्ट्रीम की रफ्तार कम हो जाती है या यह किसी एक स्थान पर ठहर जाती है, तो ठंडी हवा वहीं फंस जाती है। इससे कई दिनों तक कड़ाके की ठंड और शीतलहर का असर बना रहता है।
आगे कैसा रहेगा मौसम
29 दिसंबर:
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में घना कोहरा छाने की संभावना है। वहीं जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज सर्दी और कोल्ड वेव का असर रहेगा। ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी के आसार हैं।
30 दिसंबर:
मैदानी इलाकों में कोहरे की तीव्रता में हल्की कमी आ सकती है, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी। सुबह के समय कई राज्यों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। पहाड़ी राज्यों में मौसम ज्यादातर शुष्क रहेगा, हालांकि ऊंचे इलाकों में कड़ाके की ठंड बनी रहेगी।
31 दिसंबर:
मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। मैदानी राज्यों में हल्का कोहरा छा सकता है, जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इससे कई इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है, जिससे ठंड और बढ़ने के आसार हैं।