गंगा-यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए बनेगा Link Expressway, वेस्ट यूपी के लाखों लोगों को होगा फायदा

गंगा-यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे (Link Expressway) के लिए जमीन क्रय का काम जल्द शुरू होगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने लिंक एक्सप्रेसवे के लिए जमीन चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है।

एक्सप्रेसवे के संरेखण में आने वाली जमीन के दोनों ओर पिलर लगाए जा रहे हैं। जमीन के खसरों का मिलान एवं किसानों का मालिकाना हक तय करने के बाद उनसे सहमति के आधार पर जमीन क्रय कर मुआवजा वितरण होगा। लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिले सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ जाएंगे।

चार हजार करोड़ रुपये होंगे खर्च 

मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही जल्द शुरू होगी। इस एक्सप्रेसवे के 44 किमी प्वाइंट से यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे प्रस्तावित है। इसकी लंबाई 74.3 किमी है। एक्सप्रेसवे के निर्माण पर तकरीबन चार हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। यूपीडा इस एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर भी विकसित करेगा।

56 गांवों से होकर गुजरेगा Link Expressway

यह एक्सप्रेसवे बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के 56 गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों में एक्सप्रेसवे के लिए जमीन चिह्नीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सीमेंट कंक्रीट के पिलर लगाए जा रहे हैं।

यह पिलर 74.3 किमी लंबी एक्सप्रेसवे के दोनों किनारे पर लगाए जा रहे हैं। इससे एक्सप्रेसवे की लिए जरूरी जमीन, उसमें आने वाले खसरे आदि की जानकारी स्पष्ट हो जाएगा। सरकारी रिकार्ड से जमीन के स्वामित्व को स्पष्ट करते हुए सहमति से जमीन क्रय की प्रक्रिया की जाएगी।

जमीन अधिग्रहण में लगने वाले लंबे समय को देखते हुए किसानों की सहमति लेकर जमीन क्रय की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। लिंक एक्सप्रेसवे यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में प्रस्तावित 130 मीटर चौड़ी सड़क से जुड़ते हुए फिल्म सिटी के नजदीक यमुना एक्सप्रेसवे से रैंप के जरिये जुड़ जाएगा।

नोएडा एयरपोर्ट से सीधे जुड़ेंगे ये जिले

इसके जरिये पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, शामिली, हापुड़, संभल, बदायूं समेत कई जिले सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ जाएगी। इन जिलों से मथुरा, आगरा के अलावा मुंबई एक्सप्रेसवे तक पहुंचने का विकल्प भी मिल जाएगी।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट के बीच ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनकर लगभग तैयार हो चुका है। यमुना एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज बनाकर इसे एयरपोर्ट से जोड़ दिया गया है

31 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने किया है। अपर जिलाधिकारी भूअध्याप्ति बच्चू सिंह का कहना है कि लिंक एक्सप्रेसवे के लिए जमीन चिह्नीकरण, पिलर लगाने और जमीन क्रय करने का कार्य यूपीडा की ओर से किया जाएगा।

इन गांवों से गुजर रहा है लिंक एक्सप्रेसवे

लिंक एक्सप्रेसवे के लिए गौतमबुद्ध नगर के मेहंदीपुर बांगर, भाईपुर ब्रह्मनानपुर, रबूपुरा, भुन्ना तगा, म्याना, फाजिलपुर, कलूपुरा, मारहरा व बुलंदशहर जिले में खुर्जा तहसील के तहत आने वाले इनायतपुर, कपना, भगवानपुर, हसनपुर लडूकी, बीधेपुर, सनैता सफीपुर, भदौरा, वरतौली, खवरा, धरारी, दीनौल, खलसिया चूहरपुर, विचौला, धरांऊ, बुलंदशहर तहसील के औरंगाबाद, भावसी, चरौरा मुस्तफाबाद, सैदपुरा, ईस्माइला, सराय छबीला, अडौली, दोहली, चिरचिटा, मामन खुर्द, माकनकलां, भाईपुरा, एमनपुर, कलौली, बंगला पूठरी, पिपला इखतासपुर, मूडीवकापुर, चिरचिटा, घंघरावली, मडौना जाफराबाद, बेनीपुरा, अलावास वातरी, चित्सौना अलीपुर, सेगा जगतपुर, डारौली, बांहपुर, वीवी नगर, मोहमद पनाहपुर, बैलाैट, धतूरी, याकूबपुर, मुकीमपुर, रूपवास पंचगाई, चचोई शामिल हैं।


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Maha Kumbh 2025 की सनसनी मोनालिसा का ‘सादगी’ गाना यूट्यूब पर हिट, 5.6 मिलियन व्यूज

महाकुंभ में रुद्राक्ष माला बेचते हुए सोशल मीडिया पर छा जाने वाली मध्य प्रदेश के खरगोन की 16 वर्षीय मोनालिसा भोसले का पहला म्यूजिक वीडियो ‘सादगी’ यूट्यूब पर तहलका मचा रहा है। गायक उत्कर्ष सिंह के साथ 14 जून 2025 को रिलीज हुए इस गाने को अब तक 5.6 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है।

गाना यूट्यूब पर उत्कर्ष सिंह के आधिकारिक चैनल पर उपलब्ध है। मोनालिसा ने प्रशंसकों से यूट्यूब पर वीडियो देखकर उनका उत्साह बढ़ाने की अपील की है। महाकुंभ में एक यूट्यूबर के वीडियो और फोटो ने मोनालिसा को रातोंरात स्टार बना दिया। मीडिया ने भी मोनालिसा को हाथों हाथ लिया था।

उनकी सादगी, मुस्कान और आकर्षक व्यक्तित्व ने लाखों लोगों का ध्यान खींचा था। अब उसी थीम पर ‘सादगी’ में मोनालिसा सफेद फ्लोरल लहंगा और लाल परंपरागत परिधान में नजर आईं, जिसे प्रशंसकों ने खूब पसंद किया।

मोनालिसा ने बताया कि गाना सुनते ही उन्हें यह पसंद आया और परिवार की सहमति के बाद उन्होंने इसे शूट किया। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने उनके ग्लैमरस लुक पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दीं, लेकिन अधिकांश ने उनकी प्रतिभा और आदिवासी समाज से उभरकर स्टार बनने की उनकी यात्रा को सराहा।

मोनालिसा की यह उपलब्धि प्रेरणादायक है। वे जल्द ही फिल्म ‘द डायरी आफ मणिपुर’ में भी नजर आएंगी, जिसकी शूटिंग फरवरी 2026 में शुरू होगी।


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भारत को झटका दे सकता है रूस के खिलाफ लाया गया अमेरिकी बिल

अमेरिका में एक बिल पेश किया गया है, जिसमें कहा गया है कि रूस से तेल या गैस खरीदने वाले देशों पर 500% तक का शुल्क लगाने का प्रस्ताव है। इस पर भारत की तरफ से पहले ही अमेरिकी नेताओं से बातचीत की जा चुकी है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बिल को लेकर बड़ा बयान दिया है।

भारतीय विदेश मंत्री ने अमेरिका के विवादित रूस संबंधी बिल को लेकर साफ कहा है कि अगर यह भारत के हितों को प्रभावित करता है, तो उस स्थिति में निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत इस बिल को लेकर पूरी तरह से सतर्क हे।

जयशंकर का बयान

जयशंकर ने कहा, "जो भी चीज हमारे हितों को प्रभावित कर सकती है, वो हमारे लिए मायने रखती है।" उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास और अमेरिका में भारत के राजदूत लगातार अमेरिकी सांसद लिंडसे ग्राहम के संपर्क में हैं। भारत की ऊर्जा और रणनीतिक जरूरतों को अमेरिकी पक्ष के सामने रखा गया है।

जयशंकर ने कहा, हमने अपनी ऊर्जा, "सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को उनके साथ साझा किया है। अगर ऐसी कोई स्थिति आती है, तो हम उसका सामना करेंगे।"

अमेरिका का बिल

अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम द्वारा लाए गए इस प्रस्तावित बिल में कहा गया है कि रूस से तेल, गैस, यूरेनियम या अन्य वस्तुएं खरीदने वाले किसी भी देश से अमेरिका 500 प्रतिशत का टैरिफ वसूलेगा।

यह बिल अमेरिकी संसद में काफी मजबूत स्थिति में है और इसे 80 सीनेटरों का समर्थन प्राप्त है। इस स्थिति में यह बिल राष्ट्रपति की वीटो शक्ति को भी पार कर सकता है।


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Border 2 के सेट पर मूंछों को ताव देते हुए दिखे Diljit Dosanjh

दिलजीत दोसांझ की पंजाबी फिल्म 'सरदारजी- 3' का जब ट्रेलर रिलीज हुआ था, तो उसमें पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को देखकर भारतीय फैंस बुरी तरह से भड़क गए थे। पंजाबी फिल्म में पाकिस्तानी एक्ट्रेस को कास्ट करने की वजह से इसे न सिर्फ भारत में बैन किया गया, बल्कि दिलजीत दोसांझ को भी ' बॉर्डर-2' से निकालने को लेकर FWICE ने भूषण कुमार को खत लिखा। 

जिसके बाद ये खबर सामने आई कि दिलजीत दोसांझ को बॉर्डर 2 से रिप्लेस करके फिल्म में उनकी जगह मेकर्स एमी विर्क को ले रहे हैं। हालांकि, इन सभी अफवाहों पर पंजाबी एक्टर और सिंगर ने ब्रेक लगा दिया है और सनी देओल की फिल्म के सेट से BTS वीडियो शेयर की है। 

बॉर्डर 2 से बाहर नहीं हुए हैं दिलजीत दोसांझ

दिलजीत दोसांझ ने देशभक्ति फिल्म 'बॉर्डर-2' से ये वीडियो शेयर करके उन्हें जवाब दिया है, जो उन्हें 'सरदार जी-3' में हानिया आमिर की कास्टिंग की वजह से ट्रोल कर रहे थे। पंजाबी सिंगर ने जो वीडियो अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है, उसमें बैकग्राउंड में पहली 'बॉर्डर' का गाना संदेशे आते हैं बज रहा है। 

वीडियो की शुरुआत में दिलजीत दोसांझ कोट और पैंट पहने और उस पर बैच लगाए हुए पूरे स्वैग के साथ अपनी वैनिटी वैन से बाहर आते हैं। कोट पर उनक् कैरेक्टर का नाम है, जिसे वह साफ करते है और हंसते हुए सेट पर जाते हैं। वहां पर वो एक-एक करके सबसे मिलते हैं। उसके बाद अपनी स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद वह मूंछों को ताव देकर पूरी टीम के साथ जोश भरा डांस करते हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए दिलजीत ने कैप्शन में लिखा, "बॉर्डर-2"।  

दिलजीत दोसांझ का लुक देख खुशी से झूमे फैंस

दिलजीत दोसांझ के बॉर्डर 2 से आउट होने की खबर को लेकर जो फैंस दुखी हो रहे थे, उनके चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ गई। एक यूजर ने सेट से BTS वीडियो देखकर कमेंट बॉक्स में लिखा, "दिलजीत दोसांझ एक ऐसे एक्टर हैं, जिन्हें कभी भी कुछ प्रूव करने की जरुरत नहीं है"। 

दूसरे यूजर ने लिखा, "जो गुरुनानक देव जी की राह पर चलते हैं, उनका कभी कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है"। एक और अन्य यूजर ने लिखा, "यस...पंजाबी आ गए ओए"। एक और फैन ने लिखा, "वीरे आपने तो लोगों के जख्म पर मिर्ची लगा दी"। बॉर्डर 2  अगले साल गणतंत्र दिवस के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म में दिलजीत और सनी देओल के अलावा वरुण धवन-अहान शेट्टी भी मुख्य भूमिका में हैं।


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भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर उलझन खत्म, 48 घंटों के भीतर होगा बड़ा समझौता

भारत और अमेरिका के बीच एक अंतरिम व्यापार समझौते को अगले 48 घंटों में अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। इस डील को लेकर दोनों देशों के बीच वाशिंगटन में बातचीत का दौर जारी है।

भारत के व्यापार प्रतिनिधि समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए अभी कुछ और दिन वाशिंगटन में रहेंगे। 9 जुलाई से पहले दोनों देश ट्रेड डील करना चाहते हैं, क्योंकि इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भारत से अमेरिका आने वाले सामानों पर हाई टैरिफ लगाना शुरू कर देंगे।

किस व्यापार समझौते पर बन सकती है बात?

अमेरिका भारतीय कृषि और डेयरी क्षेत्रों के लिए अधिक बाजार पहुंच के लिए दबाव डाल रहा है। हालांकि, ग्रामीण आजीविका और खाद्द सुरक्षा चिंताओं के कारण नई दिल्ली के लिए यह क्षेत्र लंबे समय से रेड लाइन बना हुआ है। भारत के लिए इस पर समझौता करना बेहद मुश्किल है।

रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट छापी है कि भारत के व्यापार प्रतिनिधि प्रमुख कृषि और डेयरी मुद्दों पर समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका में उगाए गए जेनेटकली मॉडिफाइड या हाइब्रिड मक्का, सोयाबीन, चावल और गेहूं पर भारत के अंदर टैरिफ कम करना अस्वीकार्य है।

ट्रंप ने टैरिफ का किया था एलान

बता दें, इसी साल 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'लिबरेश डे' करार देते हुए तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का एलान किया था। ट्रंप ने अमेरिका में आने वाले सामानों पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।

हालांकि, ट्रंप ने फिर व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए समय निकालने दिया और टैरिफ को अस्थायी रूप से 10% तक कम कर दिया गया था। इस बीच भारत और अमेरिका के बीच बहुत जल्द व्यापार समझौता होगा, इसे लेकर ट्रंप ने भी बात कही थी।

भारत में अमेरिकी कंपनियों को कैसे मिलेगी मदद?

उन्होंने एअरफोर्स वन पर रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा था कि वह भारत के साथ एक समझौते पर पहुंच सकते हैं जो दोनों देशों के लिए टैरिफ में कटौती करेगा और अमेरिकी कंपनियों को भारत के 1.4 बिलियन उपभोक्ताओं के बाजार में कंपीट करने में मदद करेगा।


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एशिया कप 5 से 21 सितंबर तक हो सकता है

एशिया कप 5 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में शुरू हो सकता है। टूर्नामेंट का फाइनल 21 सितंबर को खेला जाएगा। ग्रुप स्टेज और सुपर-4 फॉर्मेट के तहत एशिया कप में भारत और पाकिस्तान का पहला मुकाबला 7 सितंबर को खेला जाएगा। अगर दोनों टीमें सुपर-4 में पहुंचती हैं, तो इनकी दूसरी टक्कर 14 सितंबर को हो सकती है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

इससे पहले, एशिया कप की मेजबानी भारत के पास थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की वजह से UAE को टूर्नामेंट होस्ट करने को कहा गया है। 17 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 6 टीमें भाग लेंगी।

एशियन क्रिकेट काउंसिल ने अगले 3 एशिया कप साइकल के बारे में भी बताया है। 2027 में पाकिस्तान में यह टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में खेला जाएगा। वहीं 2029 में बांग्लादेश और 2031 में श्रीलंका इसे होस्ट करेगा।

BCCI ने मंजूरी दी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को अपनी-अपनी सरकारों से टूर्नामेंट खेलने की मंजूरी लगभग मिल चुकी है। टूर्नामेंट के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स ने प्रमोशनल पोस्टर भी जारी कर दिया है।

जानिए एशिया कप 2025 के बारे में

टूर्नामेंट T-20 फॉर्मेट में खेला जाएगा और भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और UAE टीमें हिस्सा लेंगी।

अभी तक कोई आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है, लेकिन एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) इस हफ्ते फैसला ले सकती है।

ACC अगले 2-3 दिन में टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी कर सकती है।

इस बार भारत को मेजबान देश बनाया गया है, लेकिन सुरक्षा कारणों से टूर्नामेंट को न्यूट्रल वेन्यू (UAE) पर कराने की बात चल रही है।

पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव

अप्रैल में पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत की ओर से 6-7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था। पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंध खराब हैं। ऐसे में एशिया कप में पाकिस्तान के भारत आने की संभावना खत्म हो गई है। ऐसे में ACC टूर्नामेंट को UAE में कराने पर विचार कर रहा है।

भारत ने 8 बार जीता एशिया कप

एशिया कप की शुरुआत 1984 में हुई थी। अब तक 16 बार यह टूर्नामेंट खेला जा चुका है। भारत ने इसे सबसे ज्यादा 8 बार जीता। वहीं श्रीलंका ने 6 और पाकिस्तान ने 2 बार इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है।

चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया के मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेले गए थे

इस साल फरवरी में हुई चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया पाकिस्तान नहीं गई थी। भारत के सभी मैच UAE में कराए गए थे, यही नहीं एक सेमीफाइनल और फाइनल भी UAE में ही हुए थे। भारत ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हरा कर खिताब अपने नाम किया था।

विमेंस वनडे वर्ल्ड कप हाइब्रिड मॉडल पर

अक्टूबर में भारत में होने वाला विमेंस वनडे वर्ल्ड कप हाइब्रिड मॉडल पर खेला जा रहा है। पाकिस्तान के सभी मैच श्रीलंका में होंगे। इस टूर्नामेंट में भारत-पाक की विमेंस टीम लीग में आमने-सामने होंगी। वहीं, 2026 में इंग्लैंड में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय विमेंस और पाकिस्तान विमेंस टीम लीग के दौरान भिड़ेंगी।

मुंबई हमले के बाद से द्विपक्षीय सीरीज बंद

2008 के मुंबई हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज बंद हैं। अब दोनों टीमें अब केवल ICC और ACC टूर्नामेंट में एक-दूसरे का सामना करती हैं। ऐसे में जब भी भारत-पाकिस्तान मैच होता है तो दुनियाभर के क्रिकेट फैंस की नजरें इस मुकाबले पर टिकी होती हैं। ऐसे में आयोजक और ब्रॉडकास्टर भारत-पाकिस्तान मैच से ज्यादा से ज्यादा कमाई करते हैं।

2008 में आखिरी बार पाकिस्तान गई थी टीम इंडिया: टीम इंडिया ने 2008 में आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था। 3 टेस्ट मैचों की उस सीरीज को भारतीय टीम ने 1-0 से जीता था। इस सीरीज के 2 मैच ड्रॉ रहे थे।

2013 में द्विपक्षीय सीरीज खेलने भारत आया था पाकिस्तान: पाकिस्तान ने 2012-13 में भारत का आखिरी दौरा किया था। उस दौरे पर 3 वनडे और 2 टी-20 मैचों की बाइलैटरल सीरीज खेली गई थी। वनडे सीरीज को पाकिस्तान ने 2-1 से जीता था, जबकि टी-20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर रही थी।


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अब ओला-उबर राइड पर लगेगा दोगुना किराया

अगर आप ऑफिस आने जाने के टाइम या शाम के पीक ऑवर्स में ओला, उबर या रैपिडो से सफर करते हैं, तो अब जेब पर ज्यादा बोझ पड़ सकता है। केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी कर दी हैं, जिसके तहत एप बेस्ड टैक्सी कंपनियां अब पीक ऑवर्स में बेस फेयर का दोगुना तक किराया वसूल सकेंगी।

यहां सवाल-जवाब में जानें किराया बढ़ाने के नए नियम…

सवाल 1: सरकार ने कैब कंपनियों के लिए क्या नया नियम बनाया है?

जवाब: केंद्र सरकार ने मंगलवार को मोटर व्हीकल एग्रीगेटर गाइडलाइंस (MVAG) 2025 जारी की हैं। इसके तहत ओला, उबर, रैपिडो और इनड्राइव जैसी कैब कंपनियों को पीक आवर्स में बेस किराए का दोगुना (2x) तक किराया वसूलने की अनुमति दी गई है। पहले यह सीमा 1.5 गुना थी।

सवाल 2: पीक आवर्स क्या होते हैं?

जवाब: पीक आवर्स वह समय होता है जब सड़कों पर ट्रैफिक ज्यादा होता है या कैब की मांग बढ़ जाती है, जैसे सुबह और शाम के व्यस्त समय या खराब मौसम के दौरान।

सवाल 3: क्या नॉन-पीक आवर्स में भी किराया प्रभावित होगा?

जवाब: हां, नए नियमों के अनुसार नॉन-पीक आवर्स (जब मांग कम होती है) में किराया बेस किराए का कम से कम 50% होगा। यानी, अगर बेस किराया 100 रुपए है, तो कम से कम 50 रुपए तो देने ही होंगे।

सवाल 4: बेस किराया क्या है और इसे कौन तय करता है?

जवाब: बेस किराया वह मूल किराया है जो कैब, ऑटो-रिक्शा या बाइक टैक्सी के लिए तय किया जाता है। यह किराया अलग-अलग राज्यों की सरकारें तय करेंगी।

सवाल 5: ड्राइवर राइड कैंसिल करता है, तो क्या होगा?

जवाब: अगर ड्राइवर ने राइड स्वीकार करने के बाद बिना वजह कैंसिल की, तो उस पर किराए का 10% जुर्माना लगेगा, जो अधिकतम 100 रुपए तक हो सकता है।

सवाल 6: ये नियम कब से लागू होंगे?

जवाब: केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सलाह दी है कि वे अगले तीन महीनों, यानी सितंबर 2025 तक इन नए नियमों को लागू करें।

सवाल 7: क्या कोई और बदलाव किए गए हैं?

जवाब: हां, नए नियमों के तहत सभी ड्राइवरों के लिए 5 लाख तक बीमा कवर अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो।


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अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था रवाना

अमरनाथ यात्रा के लिए बुधवार को पहला जत्था जम्मू से रवाना हो गया। उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से जत्थे को झंडी दिखाई। इस दौरान श्रद्धालु 'हर हर महादेव' और 'बम बम भोले' के जयकारे लगाते रहे। आधिकारिक तौर पर यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई से होगी।

वहीं, पंजाब के पठानकोट से भी यात्रियों के जत्थे को रवाना किया गया। यहां से श्रद्धालु बालटाल होकर बाबा बर्फानी की गुफा पहुंचेंगे।

38 दिन तक चलने वाली यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों रूटों से होगी। यात्रा का समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन होगा। पिछले साल यात्रा 52 दिन चली थी और 5 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए थे।

इस साल अब तक 3.5 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। तुरंत रजिस्ट्रेशन के लिए जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा में सेंटर खोले गए हैं। ये सेंटर रोज दो हजार श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं।

1. पहलगाम रूट: इस रूट से गुफा तक पहुंचने में 3 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। यात्रा में खड़ी चढ़ाई नहीं है। पहलगाम से पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है। ये बेस कैंप से 16 किमी दूर है। यहां से चढ़ाई शुरू होती है।

तीन किमी चढ़ाई के बाद यात्रा पिस्सू टॉप पहुंचती है। यहां से पैदल चलते हुए शाम तक यात्रा शेषनाग पहुंचती है। ये सफर करीब 9 किमी का है। अगले दिन शेषनाग से यात्री पंचतरणी जाते हैं। ये शेषनाग से करीब 14 किमी है। पंचतरणी से गुफा सिर्फ 6 किमी रह जाती है।

2. बालटाल रूट: वक्त कम हो, तो बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन एकदम खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर दिक्कत होती है। इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ हैं।

यात्रा के दौरान किन बातों का ध्यान रखें...

यात्रा के दौरान मेडिकल सर्टिफिकेट, 4 पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, RFID कार्ड, ट्रैवल एप्लिकेशन फॉर्म अपने साथ रखें। फिजिकल फिटनेस के लिहाज से हर रोज 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलने की प्रैक्टिस करें। सांस वाला योग जैसे प्राणायाम और एक्सरसाइज करें। यात्रा में ऊनी कपड़े, रेनकोट, ट्रैकिंग स्टिक, पानी बॉटल और जरूरी दवाओं का बैग अपने साथ रखें।


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कोविड के बाद अचानक मौतों पर स्टडी

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने अपनी स्टडी में बताया कि देश में हार्ट अटैक से होने वाली अचानक मौतों का कोविड वैक्सीन से कोई सीधा संबंध नहीं है।

यह स्टडी 18 से 45 साल के लोगों की अचानक मौत पर आधारित है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी। स्टडी ने पुष्टि की है कि भारत की कोविड वैक्सीन सेफ और इफेक्टिव है। इससे होने वाले गंभीर साइडइफेक्ट के मामले रेयर हैं।

स्टडी में बताया गया है कि अचानक हुई मौतों की अन्य वजहें हो सकती हैं। इनमें जेनेटिक्स, लाइफस्टाइल, पहले से मौजूद बीमारी और कोविड के बाद के कॉम्प्लिकेशन शामिल हैं।

मौत की वजह जानने के लिए ICMR और NCDC स्टडी कर रहे

ICMR और NCDC अचानक होने वाली मौतों की वजह समझने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। इसके लिए दो रिसर्च स्टडी की जा रही हैं। पहली पिछले डेटा पर आधारित थी और दूसरी रियल टाइम इन्वेस्टिगेशन से जुड़ी है।

पहली स्टडी- कोविड वैक्सीन से अचानक मौत का जोखिम नहीं

ICMR के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी (NIE) ने मई, 2023 से अगस्त, 2023 तक 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों पर स्टडी की।

इसमें ऐसे लोगों का डेटा देखा गया जो स्वस्थ दिख रहे थे लेकिन अक्टूबर, 2021 से मार्च, 2023 के बीच अचानक उनकी मौत हो गई। नतीजों से पता चला कि कोविड वैक्सीन अचानक मौत का जोखिम नहीं बढ़ाती।

दूसरी स्टडी- अधिकतर मौतों का कारण जेनेटिक म्यूटेशन

यह ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) और ICMR की मदद से की जा रही है। इसका मकसद युवा वयस्कों की अचानक मौतों के कारण पता लगाना है। स्टडी के शुरुआती आंकड़ों से पता चला कि दिल का दौरा या मायोकार्डियल इंफार्क्शन (MI) इस उम्र में अचानक मौत का प्रमुख कारण है।

अहम बात यह है कि पिछले कई सालों में अचानक मौत के कारणों के पैटर्न में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। अधिकतर मौतों का कारण जेनेटिक म्यूटेशन है। यह स्टडी अभी जारी है। पूरी होने पर अंतिम परिणाम साझा किए जाएंगे।

ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने अप्रैल, 2024 में माना था कि उनकी कोविड वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा बहुत रेयर (दुर्लभ) मामलों में ही होगा। एस्ट्राजेनेका के फॉर्मूले से ही भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवीशील्ड नाम से वैक्सीन बनाई थी।

ब्रिटिश हाईकोर्ट में जमा किए गए दस्तावेजों में कंपनी ने माना कि उसकी कोरोना वैक्सीन से कुछ मामलों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी TTS हो सकता है। इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है।

दूसरा दावा- कोवैक्सिन से गुलियन बेरी सिंड्रोम, ब्लड क्लॉटिंग भी लक्षण

इकोनॉमिक टाइम्स ने साइंस जर्नल स्प्रिंगरलिंक में पब्लिश हुई एक रिसर्च के हवाले से एक रिपोर्ट लिखी। रिसर्च के मुताबिक, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में हुई स्टडी में हिस्सा लेने वाले लगभग एक तिहाई लोगों में कोवैक्सिन के साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं।

इन लोगों में सांस संबंधी इन्फेक्शन, ब्लड क्लॉटिंग और स्किन से जुड़ी बीमारियां देखी गईं। शोधकर्ताओं ने पाया कि टीनएजर्स, खास तौर पर किशोरियों और किसी भी एलर्जी का सामना कर रहे लोगों को कोवैक्सिन से खतरा है।

स्टडी में 4.6% किशोरियों में मासिक धर्म संबंधी असामान्यताएं (अनियमित पीरियड्स) देखी गईं। प्रतिभागियों में आंखों से जुड़ी असामान्यताएं (2.7%) और हाइपोथायरायडिज्म (0.6%) भी देखा गया। वहीं, 0.3% प्रतिभागियों में स्ट्रोक और 0.1% प्रतिभागियों में गुलियन बेरी सिंड्रोम (GBS) की पहचान भी हुई।


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सिंधु जल संधि पर भारत ने दी टेंशन, पाकिस्तान ने आखिरकार कबूला सच, शहबाज सरकार ने किया बड़ा एलान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार पानी के भंडारण के तरीके को मजबूत करेगी। ये फैसला ऐसे वक्त में आया है जब भारत ने 1960 के सिंधु जल समझौते (Indus Waters Treaty) को स्थगित करने का कदम उठाया था।

पाकिस्तान की बडे़ पैमाने पर खेती-बाड़ी सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों पर निर्भर है। अगर इन नदियों के जलस्तर में कमी आई तो पाकिस्तान दाने-दाने को मोहताज हो जाएगा और बूंद-बूंद पानी को तरस जाएगा।

पाक पीएम शहबाज शरीफ ने मंगलवार को नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन्स सेंटर के दौरे के दौरान इस मसले पर बात की। सरकारी न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, उन्होंने कहा कि दुश्मन जल समझौते के खिलाफ कदम उठाना चाहता है।

'हम पानी को स्टोर करने के लिए कोशिशें करेंगे'

शहबाज शरीफ ने कहा, "हमारी हुकूमत ने फैसला किया है कि हम अपनी पानी के भंडार बनाएंगे।" उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तानी सरकार पानी को बरतने के तरीके पर काम करेगी और भंडारण इसमें अहम कड़ी होगी, जिसमें डायमर भाशा डैम जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल होंगे।

उन्होंने कहा, "हम अपनी ताकत से अगले कुछ सालों में पानी को स्टोर करने की क्षमता तैयार कर लेंगे। इसमें नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी का अहम किरदार होगा।"

पहलगाम हमले के बाद अब पाकिस्तान को सता रही पानी की चिंता

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए। भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया। ये समझौता दोनों मुल्कों के बीच पानी के बंटवारे का अहम जरिया है। पाकिस्तान का मानना है कि पानी के बहाव में किसी भी तरह की रुकावट उसकी खेती के लिए बड़ा खतरा है।


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