सलमान ने बिग बॉस 19 में नेहल-बसीर को कसा तंज, घर में मचा हड़कंप

बिग बॉस 19: सलमान खान ने नेहल-बसीर-नीलम को लगाई फटकार, डबल एलिमिनेशन की चर्चाएँ

टीवी शो ‘बिग बॉस 19’ के शनिवार वाले वीकेंड का वार एपिसोड में सलमान खान ने नीलम, नेहल और बसीर को जमकर फटकार लगाई। प्रोमो में सलमान कहते हैं, “नीलम, दोस्त दोस्त न रहा, प्यार प्यार न रहा। तान्या की नई पार्टनर हैं फरहाना भट्ट। जब ये दोनों साथ घूमने लगे तो पूरा घर क्यों हिल गया? बसीर और नेहल... आप दोनों को इतनी आग क्यों लगी? हमें पता है कि आप दोनों ने एक-दूसरे के बारे में क्या-क्या बातें की थीं।”

सलमान मृदुल से भी कहते हैं, “तान्या ने आपको जो वीकेंड का ज्ञान वीक डे पर दिया था, वो क्या था? अब तान्या खुद बताएगी कि उसने वो बात किस इरादे से कही थी। जब वो बताएगी तो सबको तुरंत समझ आ जाएगा।”

इस बार होगा डबल एलिमिनेशन

शो में हर हफ्ते एलिमिनेशन नहीं होते। कभी मेकर्स का फैसला बदल जाता है, तो कभी दीवाली वीक के कारण एविक्शन टल जाता है। लेकिन इस हफ्ते डबल एलिमिनेशन तय है।

पिछले हफ्ते जिन चार कंटेस्टेंट्स को नॉमिनेट किया गया था, उनमें गौरव खन्ना, प्रणित मोरे, नेहल चुडासमा और बसीर अली के नाम शामिल हैं। दो दिन तक चलने वाले वीकेंड का वार में सलमान खुलासा करेंगे कि इस बार दो लोगों का एविक्शन होगा।

वोटिंग अपडेट और एलिमिनेशन अफवाहें

खबरों के अनुसार, सबसे कम वोट नेहल को मिले हैं, इसलिए उनका शो से जाना तय माना जा रहा है। अगर डबल एलिमिनेशन होता है तो बसीर भी बाहर हो सकते हैं। हालांकि, सियासत डॉट कॉम की रिपोर्ट में बसीर की टीम ने इसे खारिज किया है और कहा है कि बसीर अभी भी शो का हिस्सा हैं और एलिमिनेट नहीं हुए हैं।


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दिल्ली में AQI 400 पार, सांस लेना हुआ मुश्किल — बढ़े अस्थमा और एलर्जी के मरीज

दिल्ली-NCR में बढ़ रहा प्रदूषण

दीवाली के बाद से दिल्ली-NCR की हवा में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार में AQI लेवल 412 दर्ज किया गया, जिससे हवा की गुणवत्ता गंभीर कैटेगरी में पहुंच गई है। कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण जनपथ रोड पर पार्टिकुलेट मैटर कम करने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

स्वास्थ्य प्रभाव

सिर्फ दो दिनों के भीतर सांस लेने में कठिनाई, अस्थमा के दौरे और एलर्जिक ब्रोंकाइटिस के रोगियों में लगभग 30% की बढ़ोतरी देखी गई है। डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने और घर के अंदर रहने की सलाह दी है।

बंगाल की खाड़ी में दबाव क्षेत्र और तूफान की संभावना

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो 27 अक्टूबर तक तूफान में बदल सकता है। संभावित तूफान का नाम “मोन्था” रखा जा सकता है, जिसका अर्थ है सुगंधित या सुंदर फूल। इसमें हवाओं की गति 110 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है। इससे आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, ओडिशा और तेलंगाना में भारी बारिश होने की संभावना है।

हिमाचल, यूपी और मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ी

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के ताबो में न्यूनतम तापमान माइनस 2°C तक गिर गया। मैदानी राज्यों में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तापमान में गिरावट जारी है। शनिवार सुबह वाराणसी में गंगा घाटों पर धुंध की मोटी परत देखी गई।

तमिलनाडु और दक्षिण भारत में मौसम अलर्ट

बंगाल की खाड़ी के दबाव क्षेत्र के कारण तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन में 35-45 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तमिलनाडु के कुड्डालोर, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू और पुडुचेरी में भारी बारिश का अलर्ट है। मछुआरों को 25 से 27 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

केरल में भारी बारिश जारी

केरल के पलक्कड़, इडुक्की और त्रिशूर जिलों में भारी बारिश के कारण बांधों का जलस्तर बढ़ गया है। तिरुवनंतपुरम के ग्रामीण इलाकों में भूस्खलन से घरों को नुकसान पहुंचा। पलक्कड़ के वालयार, मालमपुझा, मूलथारा और चुलियार बांधों में जलस्तर अधिकतम क्षमता के करीब पहुंचने के कारण अधिकारियों ने कई शटर खोलने पड़े।


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अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को पानी देने से किया इनकार, सीमा पर बढ़ा तनाव

अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को पानी देने से किया इनकार, कुनार नदी पर बांध बनाने की तैयारी तेज

भारत के बाद अब अफगानिस्तान ने भी पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोकने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अफगानिस्तान के सूचना मंत्रालय ने गुरुवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया कि देश के सर्वोच्च नेता मावलवी हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने कुनार नदी पर जल्द से जल्द बांध निर्माण का आदेश दिया है।

मंत्रालय के उपमंत्री मुहाजिर फराही ने कहा कि पानी और ऊर्जा मंत्रालय को घरेलू कंपनियों को ठेका देकर प्रोजेक्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। अफगानिस्तान अब विदेशी कंपनियों का इंतजार नहीं करेगा। यह निर्णय हाल ही में पाकिस्तान के साथ हुई सीमा झड़पों के बाद लिया गया है।

पाक-अफगान झड़पों के बाद लिया गया फैसला

9 से 18 अक्टूबर के बीच दोनों देशों के बीच हुई झड़पों में 37 अफगान नागरिकों की मौत और 425 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर नागरिक इलाकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। इसी पृष्ठभूमि में अफगानिस्तान ने कुनार नदी पर बांध निर्माण को तेज करने का फैसला किया।

कुनार नदी: पाकिस्तान की जल आपूर्ति के लिए जीवनरेखा

करीब 480 किलोमीटर लंबी कुनार नदी अफगानिस्तान से निकलकर पाकिस्तान में चितराल नदी बन जाती है और आगे चलकर काबुल नदी में मिलती है। इसका 70–80% पानी पाकिस्तान उपयोग करता है। अगर अफगानिस्तान ने इस नदी पर बांध बना दिया, तो इसका सीधा असर खैबर पख्तूनख्वा (KPK) प्रांत पर पड़ेगा, जहाँ बाजौर और मोहम्मद जैसे इलाके पूरी तरह इसी नदी पर निर्भर हैं।

सिंचाई रुकने से फसलों के बर्बाद होने का खतरा बढ़ जाएगा। इसके अलावा, कुनार नदी पर चल रहे 20 से अधिक छोटे हाइडल प्रोजेक्ट भी प्रभावित होंगे, जो “रन-ऑफ-रिवर” तकनीक पर आधारित हैं यानी सीधे बहते पानी से बिजली पैदा करते हैं।

अफगानिस्तान को होगा फायदा

तालिबान के जल और ऊर्जा मंत्रालय के प्रवक्ता मतीउल्लाह आबिद ने बताया कि बांध का सर्वेक्षण और डिजाइन तैयार हो चुका है। प्रोजेक्ट पूरा होने पर 45 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा और 1.5 लाख एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। इससे अफगानिस्तान में ऊर्जा संकट और खाद्य सुरक्षा में सुधार होगा।

दोनों देशों में नहीं है जल समझौता

गौरतलब है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच काबुल नदी और उसकी सहायक नदियों के जल बंटवारे को लेकर कोई औपचारिक समझौता नहीं है। पाकिस्तान पहले भी अफगानिस्तान की डैम परियोजनाओं पर चिंता जता चुका है, क्योंकि इससे उसके इलाकों में जल की आपूर्ति कम हो सकती है।

भारत के साथ तालमेल और सिंधु संधि का संदर्भ

यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब भारत ने भी सिंधु जल संधि को स्थगित कर पाकिस्तान की ओर जाने वाला पानी रोक दिया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 23 अप्रैल को यह कदम उठाया था।

अफगानिस्तान का यह रुख उसके विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की हालिया भारत यात्रा के बाद सामने आया है। उन्होंने 9 अक्टूबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की थी, जिसमें दोनों देशों ने हाइड्रो-इलेक्ट्रिक सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई थी।

भारत-अफगान सहयोग के बड़े प्रोजेक्ट

भारत इस समय अफगानिस्तान में दो बड़े डैम प्रोजेक्ट चला रहा है — साल्मा डैम (हेरात, 2016) और शाहतूत डैम (काबुल नदी की सहायक धारा पर)। साल्मा बांध 300 मिलियन डॉलर की लागत से बना था, जबकि शाहतूत डैम करीब 2,000 करोड़ रुपये में बन रहा है। यह डैम 20 लाख लोगों को पेयजल और 4,000 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा देगा। इसे 2026 तक पूरा करने की योजना है।


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बड़ा अंतरराष्ट्रीय खुलासा — पाकिस्तान ने अमेरिकी दबाव में सौंपे थे परमाणु हथियार

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अपने देश के परमाणु हथियारों का नियंत्रण अमेरिका को सौंप दिया था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के पूर्व अफसर जॉन किरियाकू ने शुक्रवार को यह दावा किया है। किरियाकू ने कहा कि अमेरिका ने मुशर्रफ को लाखों डॉलर की मदद के जरिए 'खरीद' लिया था। उनके शासनकाल में अमेरिका को पाकिस्तान की सुरक्षा और सैन्य गतिविधियों तक लगभग पूरी पहुंच थी। उन्होंने कहा,

हमने लाखों डॉलर की सैन्य और आर्थिक मदद दी। बदले में मुशर्रफ ने हमें सब कुछ करने दिया।

 उन्होंने यह भी कहा कि मुशर्रफ ने दोहरे खेल खेले। उन्होंने एक तरफ अमेरिका के साथ दिखावा किया और दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना और चरमपंथियों को भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियां जारी रखने दिया।

'2002 में भारत-पाकिस्तान युद्ध होने वाला था'

किरियाकू ने बताया कि 2002 में भारत और पाकिस्तान युद्ध के कगार पर थे। उन्होंने कहा,

इस्लामाबाद से अमेरिकी अधिकारियों के परिवारों को निकाल लिया गया था। हमें लगा कि भारत और पाकिस्तान युद्ध में उतर सकते हैं।

उन्होंने 2001 में संसद हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन पराक्रम का जिक्र किया। किरियाकू ने दावा किया कि अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने दिल्ली और इस्लामाबाद का दौरा कर दोनों देशों के बीच समझौता करवाया। 2008 मुंबई हमलों पर बात करते हुए किरियाकू ने कहा कि

मुझे नहीं लगता था कि यह अल-कायदा है। मुझे हमेशा लगता रहा कि ये पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह थे। और ऐसा ही साबित हुआ। असली कहानी यह थी कि पाकिस्तान भारत में आतंकवाद फैला रहा था और किसी ने कुछ नहीं किया।

PAK परमाणु वैज्ञानिक को सऊदी ने बचाया

पूर्व CIA अधिकारी ने यह भी खुलासा किया कि पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान को अमेरिकी कार्रवाई से बचाने में सऊदी अरब का अहम रोल था। सऊदी ने अमेरिका को कहा कि खान को न छेड़ा जाए, जिससे अमेरिका ने अपने प्लान को छोड़ दिया।

किरियाकू ने अमेरिकी विदेश नीति पर भी सवाल उठाया और कहा कि अमेरिका लोकतंत्र का ढोंग करता है, लेकिन वास्तव में अपने स्वार्थ के अनुसार काम करता है। उन्होंने यह भी बताया कि सऊदी और अमेरिका का रिश्ता पूरी तरह लेन-देन पर आधारित है, अमेरिका तेल खरीदता है और सऊदी हथियार।

किरियाकू ने कहा कि वैश्विक ताकतों का संतुलन बदल रहा है और सऊदी अरब, चीन और भारत अपनी रणनीतिक भूमिका को नया आकार दे रहे हैं।


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इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़, बाइक सवार मनचलों की तलाश में पुलिस — शहर में हंगामा

शहर में आयोजित आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में हिस्सा लेने आई ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की दो महिला खिलाड़ी छेड़छाड़ की घटना का शिकार हो गईं। दोनों खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिला क्रिकेट की जानी-मानी हस्तियाँ हैं। जानकारी के अनुसार, दोनों होटल रेडिसन ब्लू से पैदल पास स्थित एक कैफे की ओर जा रही थीं, तभी बाइक सवार मनचले ने उन्हें न केवल छेड़ा बल्कि गलत तरीके से छू भी लिया।

अचानक हुई इस घटना से खिलाड़ी सहम गईं और तत्काल अपने सुरक्षा अधिकारियों को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलते ही भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों देशों के अधिकारी सकते में आ गए। सुरक्षा अधिकारी डैनी सिमंस की शिकायत पर एमआईजी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

खजराना रोड पर हुई वारदात

यह घटना गुरुवार सुबह करीब 11 बजे खजराना रोड स्थित ‘द नेबरहुड’ कैफे के पास हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सफेद शर्ट और काली कैप पहने बाइक सवार पहले दोनों खिलाड़ियों का पीछा करता रहा और फिर अचानक आगे बढ़कर एक खिलाड़ी को गलत तरीके से छू लिया। घबराई हुई दोनों खिलाड़ियों ने तुरंत ऑस्ट्रेलियाई टीम के सुरक्षा अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की। इस दौरान मौके पर मौजूद एक कार सवार व्यक्ति ने उनकी मदद की और घटना की जानकारी पुलिस को दी।

पुलिस में मचा हड़कंप

विदेशी खिलाड़ियों से छेड़छाड़ की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सुरक्षा और प्रोटोकॉल अधिकारी डैनी सिमंस से पुलिस ने लिखित आवेदन लिया, जिसके आधार पर शुक्रवार को एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश जारी है।


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इंटरनेट मीडिया पर छाई छठ पूजा, गोरखपुर के घाटों पर जमकर बना रहे रील

गोरखपुर: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा इस बार न सिर्फ घाटों पर बल्कि इंटरनेट मीडिया पर भी छाया हुआ है। शहर के राप्ती नदी, रामगढ़ताल, और अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के साथ ही लोग सोशल मीडिया पर अपने अनुभव और भक्ति के पलों को साझा कर रहे हैं।

सुबह और शाम के अर्घ्य के दौरान घाटों पर रील्स और फोटोशूट का अलग ही माहौल देखने को मिला। युवक-युवतियाँ पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे मोबाइल कैमरों से वीडियो बना रहे हैं। कोई सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी के रील बना रहा था तो कोई घाट की सुंदर सजावट को दिखा रहा था।

इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर “#ChhathPuja”, “#GorakhpurChhath” और “#ChhathVibes” जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। स्थानीय इन्फ्लुएंसर भी इस मौके को भुनाने में पीछे नहीं हैं — कईयों ने लाइव स्ट्रीमिंग कर हजारों व्यूज बटोर लिए।

वहीं, बुजुर्गों का कहना है कि भले ही अब आस्था डिजिटल हो रही है, पर इसकी मूल भावना — सूर्य उपासना और पवित्रता — आज भी उतनी ही गहरी है। प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा और साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की थी, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के पूजा कर सकें।





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IRCTC की वेबसाइट ठप, यात्रियों को झटका — टिकट बुकिंग पूरी तरह बंद, यूजर्स कर रहे शिकायतें

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) की वेबसाइट शुक्रवार सुबह अचानक डाउन हो गई, जिससे दिवाली की छुट्टियों से लौटने वाले और छठ पूजा के लिए यात्रा की योजना बना रहे हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यूजर्स को वेबसाइट पर संदेश दिखाई दिया — “This Site is currently unreachable, please try after some time” यानी साइट इस समय उपलब्ध नहीं है, कृपया कुछ समय बाद प्रयास करें।

त्योहारों के मौसम में टिकटों की भारी मांग के कारण सुबह बुकिंग शुरू होते ही साइट पर अत्यधिक ट्रैफिक बढ़ गया, जिसके चलते सर्वर क्रैश हो गया। इससे तत्काल टिकट बुकिंग करने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा दिक्कत आई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई यूजर्स ने “IRCTC साइट डाउन” और “एरर” के स्क्रीनशॉट साझा करते हुए नाराजगी जाहिर की।

यह पहली बार नहीं है जब IRCTC की वेबसाइट को पीक टाइम बुकिंग के दौरान तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। दिवाली से कुछ दिन पहले भी वेबसाइट कुछ घंटों के लिए ठप हो गई थी। उस समय भी यूजर्स को “सर्वर अभी रिक्वेस्ट को प्रोसेस नहीं कर पा रहा है। एरर कोड 109” जैसे संदेश मिले थे।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वेबसाइट पर ट्रैफिक लोड असामान्य रूप से बढ़ने से यह समस्या आई है और तकनीकी टीम इसे जल्द ठीक करने में जुटी हुई है। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे कुछ समय बाद पुनः प्रयास करें।


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नवंबर से देश भर में शुरू होगा SIR, राज्य चुनावों से पहले पूरी होगी प्रक्रिया, SC ने दिया था निर्देश

भारत निर्वाचन आयोग ने देशभर में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) यानी मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारी पूरी कर ली है। आयोग के अनुसार यह प्रक्रिया नवंबर 2025 से मार्च 2026 तक चलेगी। इसका उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूचियों को पूरी तरह सटीक और अद्यतन बनाना है। इस बार का पुनरीक्षण सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और सभी विधिक मानकों का पालन करते हुए किया जाएगा। आयोग का कहना है कि प्रक्रिया का लक्ष्य केवल नए मतदाताओं को जोड़ना नहीं है, बल्कि डुप्लीकेट नामों को हटाना, मृत व्यक्तियों के नाम डिलीट करना और हर पंजीकृत मतदाता की नागरिकता की पुष्टि करना भी शामिल है।

20 साल बाद सबसे बड़ा मतदाता पुनरीक्षण अभियान

निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब दो दशकों बाद इस पैमाने पर मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया जा रहा है। पिछले विशेष पुनरीक्षण (2002–2004) के दौरान देश में लगभग 70 करोड़ मतदाता दर्ज थे, जबकि अब यह संख्या बढ़कर लगभग 99.10 करोड़ हो गई है। इस बार लगभग 21 करोड़ मतदाताओं को अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराना होगा।

किन राज्यों पर रहेगा विशेष ध्यान

2026 में केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए आयोग ने इन राज्यों को प्राथमिकता दी है। राज्य निर्वाचन अधिकारियों को मार्च 2026 तक प्रक्रिया पूरी करने और अंतिम सूची प्रकाशित करने के निर्देश दिए गए हैं।

आधार कार्ड को मिला वैकल्पिक दर्जा

इस बार की प्रक्रिया में आधार कार्ड को 12वें दस्तावेज़ के रूप में शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य मतदाता की पहचान और पते की पुष्टि को आसान बनाना है। हालांकि आयोग ने स्पष्ट किया है कि आधार अनिवार्य नहीं, बल्कि एक वैकल्पिक सत्यापन दस्तावेज़ रहेगा।

मतदाता सूची सुधार की नई व्यवस्था

निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक ब्लॉक लेवल ऑफिसर (BLO) को मतदाताओं के घर-घर जाकर प्री-फिल्ड फॉर्म देने के निर्देश दिए हैं।

इस दौरान—

हर मतदाता के नाम, पते और आयु की पुष्टि की जाएगी।

31 दिसंबर 2025 तक 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को सूची में शामिल करने का लक्ष्य है।

शहरी क्षेत्रों में मोबाइल ऐप और ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी।

राज्यों में मतदाता संख्या में वृद्धि

ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 11.5 करोड़ से बढ़कर 15.9 करोड़, आंध्र प्रदेश में 5.5 करोड़ से 6.6 करोड़, और दिल्ली में 1.1 करोड़ से 1.5 करोड़ हो गई है। अब तक लगभग 8 करोड़ मतदाताओं का पुनरीक्षण पूरा हो चुका है।

सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में प्रक्रिया

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया था कि मतदाता सूची की शुद्धता और नागरिकता सत्यापन में कोई लापरवाही न हो। इसी के तहत इस बार डेटा क्रॉस-वेरिफिकेशन, बायोमेट्रिक मिलान और स्थानीय जांच के ज़रिए मतदाता सूचियों की दोबारा पुष्टि की जाएगी।


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पुतिन का सख्त संदेश अमेरिका को — टॉमहॉक से हमला हुआ तो रूस करेगा पलटवार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच प्रस्तावित शिखर वार्ता के रद्द होने के बाद हालात काफी बदल गए हैं। ट्रंप जहां रूस पर लगातार प्रतिबंध लगाकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं पुतिन ने साफ संकेत दिया है कि अगर युद्ध बढ़ा तो इसके परिणाम विनाशकारी होंगे। रूस ने बुधवार को अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण किया, जिसकी निगरानी खुद राष्ट्रपति पुतिन ने की।

यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया जब अमेरिका ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाए हैं और यूक्रेन को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। क्रेमलिन के मुताबिक, इस अभ्यास में रूस की ‘न्यूक्लियर ट्रायड’ — यानी जमीन, समुद्र और हवा से हमले की क्षमता — का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान ‘यार्स’ ICBM को उत्तर-पश्चिम रूस के प्लेसत्स्क लॉन्च सेंटर से दागा गया, जबकि ‘सिनेवा’ ICBM को बारेंट्स सागर में स्थित परमाणु पनडुब्बी से लॉन्च किया गया। साथ ही, Tu-95 रणनीतिक बमवर्षकों ने लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों से अभ्यास किया।

अभ्यास के दौरान पुतिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सेना के शीर्ष अधिकारियों से सीधे जुड़े रहे। रूसी जनरल स्टाफ प्रमुख वालेरी गेरासिमोव ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य परमाणु हथियारों के उपयोग की प्रक्रिया और प्रतिक्रिया तंत्र का परीक्षण करना था। हालांकि रूस नियमित रूप से ऐसे सैन्य अभ्यास करता है, लेकिन मौजूदा राजनीतिक माहौल में इसका समय विशेष रूप से अहम माना जा रहा है।

ट्रंप की ओर से पुतिन के साथ बुडापेस्ट में होने वाली बैठक रद्द कर दी गई, जिसके बाद पुतिन ने मीडिया से कहा कि अगर रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ, तो इसके नतीजे “विनाशकारी” होंगे। पुतिन ने दोहराया कि रूस किसी भी बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेगा। उल्लेखनीय है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइलों की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उनकी रेंज में मॉस्को आता है। हालांकि, ट्रंप प्रशासन अभी तक यह हथियार यूक्रेन को देने से हिचक रहा है।


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ऑस्ट्रेलिया में आखिरी बार साथ दिखेंगे विराट और रोहित

जब स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा शनिवार (24 अक्टूबर 2025) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे में उतरेंगे, तो यह मुकाबला भावनाओं से भरा होने की उम्मीद है — क्योंकि संभवतः यह ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इन दोनों दिग्गजों का आखिरी वनडे मैच हो सकता है।

दूसरे वनडे में रोहित शर्मा ने 97 गेंदों पर 73 रन बनाकर कुछ लय हासिल की, जबकि विराट कोहली लगातार दो मैचों में खाता नहीं खोल सके — जो उनके वनडे करियर में पहली बार हुआ है। इससे उनके प्रशंसक चिंतित हैं कि क्या यह उनके शानदार वनडे करियर के अंत की शुरुआत का संकेत है।

रोहित ने 2007-08 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज़ खेली थी, जबकि कोहली 2011-12 में यहां अपने पहले दौरे पर एडिलेड टेस्ट में शतक लगाकर चर्चा में आए थे। अगले दो वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में कोई वनडे सीरीज़ न होने के कारण, यह लगभग तय माना जा रहा है कि यह जोड़ी फिर कभी ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए एकसाथ नहीं खेलेगी।

ऑस्ट्रेलिया पहले ही सीरीज़ जीत चुकी है, लेकिन सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर होने वाले इस अंतिम मैच में सभी की निगाहें विराट और रोहित पर होंगी। प्रशंसक उनसे यादगार पारियों की उम्मीद कर रहे हैं।

भारत इस मैच में क्लीन स्वीप (0-3) से बचने की कोशिश करेगा। कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर को उम्मीद है कि टीम इस मैच में बेहतर प्रदर्शन करेगी।

पहले दो मैचों में टीम ने बल्लेबाजी को मज़बूत करने के लिए गेंदबाजी संसाधनों से समझौता किया, जिसका असर नतीजों पर दिखा। कुलदीप यादव जैसे मैच-विनर को बाहर रखना टीम के लिए भारी पड़ा, जबकि अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर गेंद से असर नहीं छोड़ पाए।


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