वाशिंगटन, 01 अप्रैल (वेबवार्ता)। कैलिफोर्निया के एक भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति ने बुजुर्ग लोगों से धोखाधड़ी करने के आरोप स्वीकार कर लिए हैं। अनुज महेंद्रभाई पटेल (31) ने कई लोगों के साथ संघीय एजेंट बनकर फर्जी वारंट पर गिरफ्तारी की धमकी देकर बुजुर्गों से 500,000 डॉलर से अधिक नकदी एकत्रित की। पटेल ने कम से कम 10 लोगों के साथ ठगी की बात बुधवार को स्वीकार की। इस मामले में सजा 28 जून को सुनाई जाएगी और पटेल को अधिकतम 20 साल कैद की सजा हो सकती है। दस्तावेजों के अनुसार पटेल ने अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बनते हुए बुजुर्ग लोगों से ठगी की। साजिश में शामिल अन्य लोग पीड़ितों को फोन करते और सरकारी कर्मचारी या कानून प्रवर्तन अधिकारी बनकर उनसे बात करते। ऐसा माना जा रहा है कि इस साजिश में भारत के कुछ लोग भी शामिल हैं। न्याय विभाग ने बताया कि कई झूठे दावे कर ये लोग बुजुर्गों को विश्वास दिला देते थे कि उनकी पहचान या संपत्तियां खतरे में है। पीड़ितों में ज्यादातर बुजुर्ग शामिल थे। कुछ लोगों को बताया जाता कि उनका सामाजिक सुरक्षा नंबर अपराधों से जुड़ा है और अदालतों ने उनके खिलाफ वारंट जारी कर रखा है। अभियोजन के अनुसार ठगी में शामिल लोग पीड़ितों से कहते कि अगर वे वारंट रद्द कराना चाहते हैं तो उन्हें नकदी भेजनी होगी।