सूर्यकुमार को मिला बेस्ट-फील्डर का मेडल

भारत ने 12 नवंबर को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप के 45वें मैच में नीदरलैंड को हरा दिया। नीदरलैंड के खिलाफ सूर्यकुमार यादव को बेस्ट फील्डर का मेडल मिला। उन्हें लेफ्ट-आर्म थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट कोच नुवान सेनेविरत्ने ने मेडल पहनाया।

टीम इंडिया ने बेस्ट फील्डिंग के लिए मेडल की घोषणा इस बार भी एक अलग अंदाज में की। दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी वेबसाइट और एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें भारतीय खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में नजर आ रहे हैं। टीम इंडिया के फील्डिंग कोच ने टी दिलीप सभी खिलाड़ियों की तारीफ की।

सूर्या के नाम की घोषणा ग्राउंड स्टाफ ने की

इसके बाद फील्डिंग कोच दिलीप सभी खिलाड़ियों को लेकर मैदान में चले गए। केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव और रवींद्र जडेजा को 'फील्डर ऑफ द मैच' अवॉर्ड के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया, उनकी तस्वीरें बड़ी स्क्रीन पर दिखाई गईं।

सूर्या के नाम की घोषणा ग्राउंड स्टाफ ने की। इसके बाद सूर्या ने सभी ग्राउंड स्टाफ के साथ फोटो भी क्लिक कराई।

भारत ने आखिरी लीग मैच में नीदरलैंड को हराया

भारत ने वर्ल्ड कप 2023 में अपना विजय अभियान जारी रखा है। टीम ने आखिरी लीग मुकाबले में नीदरलैंड को 160 रन से हरा दिया। यह भारत की वर्ल्ड कप में लगातार नौवीं जीत है। टीम इंडिया ने पहली बार किसी वर्ल्ड कप में लगातार नौ मुकाबले जीते हैं।

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 410 रन बनाए। जवाब में नीदरलैंड की टीम 47.5 ओवर में 250 रन पर ऑलआउट हो गई।

टीम इंडिया से श्रेयस अय्यर ने नाबाद 128 रन और केएल राहुल ने 102 रन बनाए। कप्तान रोहित शर्मा (61 रन), शुभमन गिल (51 रन) और विराट कोहली (51 रन) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं। गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को भी एक-एक विकेट मिला।

पॉजिटिव माहौल बनाने के लिए दे रहे मेडल

दरअसल, इस वर्ल्ड कप में हर मैच के बाद टीम इंडिया के बेस्ट फील्डर को एक मेडल मिल रहा है। ये मेडल फील्डिंग कोच टी दिलीप टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में देते हैं। ये ICC का कोई ऑफिशियल फील्डर का अवॉर्ड नहीं है, लेकिन टीम इंडिया में पॉजिटिव माहौल बनाने के लिए इस वर्ल्ड कप में इसे शुरू किया गया है।