उत्तर प्रदेश में 28 सांसद जीत की हैट्रिक के लिए मैदान में

इस लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के 28 सांसद जीत की तिकड़ी लगाने के इरादे से चुनावी संग्राम में उतरे हैं। इन सांसदों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय, केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी, संजीव बालियान, भानु प्रताप सिंह वर्मा, कौशल किशोर व अनुप्रिया पटेल भी शामिल हैं। इनमें से अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को छोड़ बाकी 27 सांसद भाजपा के हैं।

ये चौथी जीत के लिए मैदान में

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यूं तो लखनऊ सीट से जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में हैं, लेकिन उनकी निगाहें लगातार चौथी जीत हासिल करने पर टिकी हुई है। राजनाथ ने वर्ष 2009 का चुनाव गाजियाबाद सीट से जीता था। इसके बाद उन्होंने लखनऊ से 2014 व 2019 का चुनाव जीतकर संसद में लखनऊ का प्रतिनिधित्व किया।

बासगांव के भाजपा सांसद कमलेश पासवान भी पिछले तीन लोकसभा चुनाव लगातार जीत चुके हैं और अब चौथी बार विजय प्राप्त करने के लिए जोर लगा रहे हैं। इसी कड़ी में जगदंबिका पाल भी आते हैं। बतौर भाजपा प्रत्याशी डुमरियागंज सीट पर तो वह हैट्रिक लगाने के इरादे के साथ उतरे हैं। इससे पहले 2009 में कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर जीत चुके हैं।

दो बार हैट्रिक लगा चुकी हैं मेनका

सांसद मेनका गांधी अपने संसदीय सफर में चुनावी जीत की दो हैट्रिक लगा चुकी हैं। वर्ष 1996, 1998 व 1999 में पीलीभीत सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने पहली हैट्रिक लगाई थी। 1998 में वह जनता दल के टिकट पर तो 1998 व 1999 में निर्दलीय प्रत्याशी की हैसियत से चुनाव लड़ी थीं। वहीं बतौर भाजपा प्रत्याशी 2004, 2009 व 2014 के तीन लोकसभा चुनाव लगातार जीतकर उन्होंने दूसरी बार तिकड़ी लगाई।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी दूसरी हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में वर्ष 1991,1996 व 1998 के लोकसभा चुनाव महराजगंज सीट से जीते थे। इसके बाद चौधरी ने 2004 में भगवा परचम लहराया। 2014 व 2019 में इसी सीट को फिर जीते।