PM मोदी ने डल झील के किनारे योग किया

आज 10वां अंतरराष्ट्रिय योग दिवस है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में योग किया। पहले यह कार्यक्रम डल झील के किनारे 6:30 बजे होना था, लेकिन बारिश की वजह से इसे हॉल में शिफ्ट कर दिया गया। यह करीब 8 बजे शुरू हो पाया। इसमें 7 हजार लोगों को शामिल होना था, लेकिन हॉल में शिफ्ट होने के कारण सिर्फ 50 लोग शामिल हुए।

2014 में संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून के दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। तब से इसे अलग-अलग थीम पर मनाया जा रहा है। इस बार की थीम 'योगा फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी' है।

PM मोदी दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर में हैं। 2013 के बाद से यह उनकी जम्मू-कश्मीर की 25वीं यात्रा है। वहीं 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद 7वीं यात्रा है। चुनाव आयोग सितंबर में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने तैयारियां कर रहा है। ऐसे में PM मोदी का यहां जाना और योग दिवस जैसे इंटरनेशनल इवेंट में शामिल होना पॉजिटिव मैसेज माना जा रहा है।

इसके अलावा समुद्र पर भी योग दिवस का उत्साह देखने को मिला। INS विक्रमादित्य पर नौसेनिकों ने सुबह योगासन किया। उधर, LAC के करीब पैंगॉन्ग झील के किनारे ITBP के जवानों ने अलग-अलग आसन कर 10वां योग दिवस मनाया।

राज्यों से योग दिवस के अपडेट्स...

राजस्थान: पानी के अंदर ध्यान, रेतीली धोरों में योग

मध्य प्रदेश: राज्य की सबसे ऊंची चोटी पर बारिश के बीच योग

उत्तर प्रदेश: काशी में गंगा की लहरों से 2 फीट ऊपर योग

पंजाब: अटारी बॉर्डर पर जवानों का योगाभ्यास

योग दिवस से जुड़े बड़े इवेंट

इस साल योग दिवस के बड़े इवेंट सेना, सेलेब्रिटीज और सोशल गैदरिंग के तौर पर हाेंगे। कर्नाटक के मैसुरू पैलेस में लगभग 10 हजार लोग एकसाथ योग करेंगे। इसके अलावा, गुजरात के बनासकांठा में भारत-पाक सीमा से महज 20 किमी दूर नाडा बेट में भी 10 हजार लोग योग आसन करेंगे।

पिछले 9 योग दिवस में क्या खास रहा...

2015- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में 2 रिकॉर्ड बने

पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी- सद्भाव और शांति के लिए योग। PM मोदी के साथ 84 देशों के प्रतिनिधियों समेत 35 हजार से ज्यादा लोगों ने दिल्ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे। इस आयोजन में भारत के दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बने– एक दुनिया का सबसे बड़ा योग एकसाथ करने का जिसमें 35 हजार 985 लोगों ने एकसाथ किया। दूसरा 84 देशों के नेताओं की एकसाथ भागीदारी के लिए।

2016- दुनिया के 170 देशों ने योग दिवस मनाया

दूसरे योग दिवस की थीम थी- युवाओं को जोड़ें। भारत में दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2016 का मुख्य आयोजन चंडीगढ़ में हुआ, जिसमें करीब 35 हजार लोग शामिल हुए। इस आयोजन का नेतृत्व भी पीएम मोदी ने ही किया था। इस योग दिवस में 170 देशों ने हिस्सा लिया। आयुष मंत्रालय ने चंडीगढ़ में हुए मेन इवेंट के लिए करीब 7 करोड़ रुपए खर्च किए थे।

2017- लखनऊ में 55 हजार ने PM के साथ किया योग

तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी- स्वास्थ्य के लिए योग। मुख्य आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 55 हजार लोगों के साथ योग किया। इसी साल योग दिवस से 2 दिन पहले 8387 बच्चों ने मैसुरू में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए सबसे लंबी योग चेन बनाई थी।

2018- पहली बार मुस्लिम देश सऊदी अरब शामिल हुआ

चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम शांति के लिए योग थी। योग दिवस 2018 का मेन इवेंट उत्तराखंड में हुआ। राजधानी देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान में प्रधानमंत्री मोदी के साथ करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। खास बात यह थी कि इसमें सऊदी अरब भी शामिल हुआ।

2019- क्लाइमेट एक्शन के लिए योग थीम के साथ मना 5वां योग दिवस

पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी- योगा फॉर क्लाइमेट एक्शन। मेन इवेंट झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित किया गया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ 40 हजार लोगों ने योग आसन का प्रदर्शन किया।

2020- कोरोना महामारी के चलते थीम रखी- योगा एट होम

छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअली मनाया गया। इसकी थीम थी- योगा फॉर हेल्थ- योगा एट होम। PM मोदी ने 15 मिनट की स्पीच के जरिए कोरोना वायरस से लड़ने में योग की भूमिका बताई थी। लोगों ने अपने-अपने घरों पर योग करते हुए वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए थे।

2021- लगातार दूसरे साल वर्चुअली मनाया गया योग दिवस

सातवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी वर्चुअली ही मनाया गया। कोरोना वायरस सेकंड वेव के चलते इस योग दिवस की सेंट्रल थीम ‘योग के साथ रहें, घर पर रहें’ रखी गई। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भी 3000 से ज्यादा लोगों ने सोशल डिस्टैंसिंग के जरिए योग आसन किए।

2022- धरोहरों पर हुआ योग दिवस का सेलिब्रेशन

दो साल बाद लोगों ने घरों बाहर आठवां योग दिवस देश की ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों पर मनाया। थीम रखी गई मानवता के लिए योग। पीएम मोदी ने मैसूर में हुए मुख्य इवेंट में हिस्सा लिया। अलग-अलग देशों में वहां के लोकल टाइम के मुताबिक सूर्योदय के दौरान ही योग दिवस की शुरुआत हुई।

पिछले साल गुजरात में बना था वर्ल्ड रिकॉर्ड

गुजरात के सूरत में 2023 में योग दिवस पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था। राज्य में 72 हजार लोकेशन पर लगभग 1.25 करोड़ लोगों ने योग किया। अकेले सूरत में एक लाख से ज्यादा लोगों की भागीदारी के साथ विश्व रिकॉर्ड बना था।

इससे पहले यह रिकॉर्ड 2018 में बना था, जब राजस्थान के कोटा में पतंजलि योगपीठ में हुए एक सेशन में 1 लाख 984 लोग शामिल हुए थे।

2023 में पहली बार योग दिवस पर देश से बाहर गए PM

नौंवे योग दिवस की थीम थी- वसुधैव कुटुम्बकम। पहली बार पीएम मोदी देश से बाहर योग दिवस मनाने न्यूयॉर्क गए। यहां 180 देशों के लोगों ने उनके साथ UN हेडक्वॉर्टर कैम्पस में योग आसन किए।

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PM के दौरे से पहले श्रीनगर रेड जोन घोषित

पीएम ने 9 जून शपथ ली थी तब से कश्मीर में 4 आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं। इसलिए श्रीनगर में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। श्रीनगर में रेड जोन घोषित किया गया। पुलिस के मुताबिक ड्रोन रूल्स, 2021 के नियम 24(2) के तहत श्रीनगर को तत्काल प्रभाव से ड्रोन और क्वाडकॉप्टर के लिए टेम्परेरी रेड जोन घोषित किया गया है। इस जोन में ड्रोन उड़ाने पर केस दर्ज हो सकता है।

स्थानीय लोग बोले- पिछले कुछ साल में कश्मीर में शांति आई

स्थानीय लोगों ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए कहा कि यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि PM मोदी डल झील के किनारे योग दिवस मनाएंगे।

स्थानीय निवासी इश्तियाक सोफी का कहना है कि PM ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के लिए डल झील के किनारे SKICC को इसीलिए चुना, क्योंकि पिछले कुछ साल में कश्मीर में शांति आई है। हम बहुत उत्साहित हैं, क्योंकि वे जम्मू-कश्मीर के लिए किसी विशेष पैकेज की घोषणा करेंगे।

एक अन्य स्थानीय फैयाज अहमद ने भास्कर को बताया कि PM के जम्मू-कश्मीर दौरे से पहले यहां के लोगों के लिए कोई विशेष या अन्य लाभ नहीं थे, लेकिन इस बार हमें उम्मीद है कि कुछ घोषणाएं होंगी।

2014 में आखिरी बार हुए थे जम्मू-कश्मीर में चुनाव

5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मी से आर्टिकल 370 खत्म कर दिया गया था। साथ ही राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। इससे पहले यहां 2014 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। 2018 में BJP और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी, क्योंकि BJP ने PDP से अलायंस तोड़ लिया था।

सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2023 में चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि सितंबर, 2024 तक हर हाल में जम्मू-कश्मीर में चुनाव करा लिए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि 30 सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो जाएंगे।

मई 2022 के परिसीमन के बाद अब जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों वाली विधानसभा बनाई गई है, जिसमें कश्मीर में 47 और जम्मू में 43 सीटें हैं। यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य का दर्जा भी बहाल कर दिया जाएगा।