कोलकाता में गणतंत्र दिवस की परेड में रोबोट डॉग्स

कोलकाता में रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस पर इंडियन ऑर्मी के रोबोट डॉग्स परेड में शामिल हुई। रोबोट आर्मी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को सलामी भी दी।

भारतीय सेना ने नॉर्थ टेक सिम्पोजियम 2023 में इन रोबोट्स को लॉन्च किया था। इनका नाम संजय मल्टी यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट (MULE) है। इन्हें पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनाया गया है। सेना ने अपनी कई यूनिट्स में 100 रोबोटिक डॉग्स को शामिल किया है।

ये माइनस 40 डिग्री टेम्परेचर में भी काम कर सकते हैं। इनका वजन करीब 15 किलो तक है और 10 किलोमीटर तक चल सकते हैं।। इन्हें रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट किया जाता है। ये न्यू टेक्नोलॉजी से लैस हैं और जरूरत पड़ने पर रिस्पॉन्स कर सकते हैं।

राज्यपाल बोस ने कोलकाता के रेड रोड पर तिरंगा फहराया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थीं। भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, पश्चिम बंगाल पुलिस, कोलकाता पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स और आपदा प्रबंधन समूह की टुकड़ियों ने परेड में हिस्सा लिया। इनके अलावा, विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भी समारोह में हिस्सा लिया और सांस्कृतिक कार्यक्रम किए।

क्या कर सकते हैं ये रोबोट?

MULE रोबोट बर्फ, पहाड़ों और ऊंची सीढ़ियों पर भी चल सकते हैं। यह 45 डिग्री के कोण पर पहाड़ों पर चढ़ सकते हैं और 18 सेंटीमीटर ऊंची सीढ़ियां भी चढ़ सकते हैं। इनसे विस्फोटक का पता लगाकर उन्हें नष्ट किया जा सकता है। इनका इस्तेमाल खुफिया जानकारी के लिए और बॉर्डर पर निगरानी के लिए भी किया जाएगा।

ऑर्मी डे परेड में रोबोट डॉग्स का प्रदर्शन हुआ था

भारतीय सेना ने 15 जनवरी को महाराष्ट्र के पुणे में 77वां आर्मी डे मनाया था। परेड में अलग-अलग रेजिमेंटल सेंटर्स से 8 मार्चिंग कंटिंजेंट ने मार्च पास्ट किया था। इसमें सेना ने पहली बार 12 रोबोटिक डॉग्स का प्रदर्शन किया था।

ऊंचे पहाड़ से लेकर पानी तक में काम कर सकते हैं

ये रोबोटिक डॉग किसी भी ऊंचे पहाड़ से लेकर पानी की गहराई तक जाकर काम करने में सक्षम हैं। इन्हें 10 किमी दूर बैठकर भी ऑपरेट किया जा सकता है।

एक घंटे चार्ज करने के बाद ये लगातार 10 घंटे तक काम कर सकते हैं। जैसलमेर के पोकरण फायरिंग रेंज में रोबोटिक डॉग ने भारतीय सेना की बैटल एक्स डिवीजन के साथ 14 से 21 नवंबर 2024 तक अभ्यास किया था। 

गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी

दिल्ली के कर्तव्य पथ पर पश्चिम बंगाल की गणतंत्र दिवस की झांकी में राज्य की 'लक्ष्मी भंडार' योजना पर प्रकाश डाला गया, जो महिलाओं को मासिक आय की गारंटी प्रदान करती है। झांकी के सामने एक दुर्गा की मूर्ति थी, जिसके साथ छऊ कलाकार भी थे।