IMA और बाबा रामदेव की झड़प में हुई अक्षय कुमार की एंट्री, वीडियो में बोले- 'आयुर्वेद में है हर मर्ज का इलाज'

नई दिल्ली :  योग गुरू बाबा रामदेव और आईएमए के बीच चल रहा विवाद दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस विवाद के बीच अब अभिनेता अक्षय कुमार भी आ गए हैं। दरअसल हाल ही में योग गुरू बाबा रामदेव ने सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में अक्षय कुमार आयुर्वेदिक दवाइयों का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं।

बाबा रामदेव ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए अक्षय का ये वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए बाबा रामदेव ने कैप्शन में लिखा, 'आप अपनी बॉडी के खुद ब्रांड अम्बेसडर बने, सिंपल और हेल्दी लाइफ जीयें, और दुनिया को दिखा देते हैं, कि हमारे हिंदुस्तानी योग व आयुर्वेद में जो ताकत है, वह किसी अंग्रेज के केमिकल इंजेक्शन में नहीं है। साभार- अक्षय कुमार।'

दरअसल अक्षय का ये वीडियो साल 2017 का है। ये वीडियो उन्होंने उस समय बनाया था जब वो खुद एक आश्रम में कुछ दिन बिताकर लौटे थे। इस वीडियो में अक्षय कुमार बता रहे हैं कि बीते 25 साल से वो आयुर्वेद को फॉलो कर रहे हैं। आयुर्वेद ऐसी संपदा है जो भगवान ने केवल भारत को दी है और लोग उसकी कद्र नहीं करते हैं। हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खाकर प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉइड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं। उन्होंने आगे ये भी कहा कि इस वीडियो के जरिए उनका मकसद एलोपैथिक मेडिसिन और ट्रीटमेंट की खिलाफत करना नहीं है। उन्होंने लोगों से ये भी पूछा कि यही भरोसा प्राचीन दवाओं पर क्यों नहीं है?

करीब 2 मिनट के इस वीडियो में अक्षय कुमार ये भी कहते हुए नजर आ रहे हैं कि विदेशी लोग हमारे देश की चिक्त्सा पद्धति को अपनाते हैं तो हम क्यों नहीं। अक्षय कहते हैं, 'मैं शर्त लगाने को तैयार हूं कि आपके शरीर में ऐसी कोई बीमारी नहीं है जिसका इलाज हमारे ट्रेडिशनल इंडियन मेडिसिन सिस्टम में न हो। आयुर्वेद सिर्फ प्राकृतिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी है। हमारे देश में बेस्ट ट्रीटमेंट होने के बावजूद हम विदेश जाते हैं। जबकि विदेशी खुद भारत आकर खुद को ठीक करते हैं।'

इससे पहले बाबा रामदेव ने आमिर खान के एक शो 'सत्यमेव जयते' का भी एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में आमिर खान डॉ. समित शर्मा से एलोपैथी दवाइयों और उनके इलाज के बारे में चर्चा करते हुए दिखाई दिए थे। वीडियो में डॉ. समित शर्मा कहते नजर आए थे कि, 'दवाइयों की असली कीमत बहुत ही कम होती है। हम जब बाजार से दवाइयां खरीदकर लाते हैं तो वो हमें 5 गुना, 10 गुना, 20 गुना, कई बार तो 50 गुना से भी ज्यादा दामों पर खरीदनी पड़ती हैं।'

क्या है आयुर्वेद और एलोपैथी विवाद

बता दें कि बीते दिनों बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें बाबा एलोपैथी पर तंज कसते हुए नजर आए थे। वीडियो में बाबा रामदेव कह रहे थे कि टीके लगवाने के बाद भी कई डॉक्टरों की मौत हो गई। बाबा रामदेव के इस बयान के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने एतराज जताते हुए माफी की मांगने की बात कही थी। हालांकि हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन के दखल देने पर उन्होंने अपने बयान को वापस लेने की बात कही थी। लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने एलोपैथी से 25 सवाल पूछ लिए थे। इसके बाद से ही ये विवाद लगातार गहरता ही जा रहा है। जिसके चलते 1 जून को जूनियर डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

बाबा रामदेव खत्म करना चाहते हैं विवाद?

बाबा रामदेव ने सोमवार रात एक बयान जारी कर कहा कि वह आयुर्वेद बनाम एलोपैथी विवाद को खत्म करना चाहते हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा कि ड्रग माफिया के खिलाफ उनका यह अभियान जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि आयुर्वेद को स्यूडो-साइंस और अल्टरनेटिव थैरेपी कहकर या किसी भी तरह से इसके प्रति घृणा रखने और इसे नीचा दिखाने, अपमानित करने की किसी भी कोशिश को सहन नहीं किया जाएगा। कोशिश को हम सहन नहीं करेंगे।