सौंदर्य और शौर्य के देश फ्रांस व इटली

युरोप के प्रमुख देशों की जब गिनती की जाती है तो उनमें फ्रांस और इटली का नाम पहली पंक्ति में आता है। इन दोनों देशों की खासियत यह है कि ये अपनी पारंपरिक विरासत के मामले में जितने समृद्ध और उसे सहेजने में जितने सतर्क हैं, आधुनिकता के ध्वजवाहक के रूप में भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। यह कहना गलत न होगा कि आधुनिकता की अवधारणा ही अपने मूल रूप में फ्रांस की देन है। फ्रांस को प्रेम व रोमांस के लिए जाना जाता है तो इटली शौर्य व वीरता के लिए प्रसिद्ध है। इतिहासप्रसिद्ध योद्धा जूलियस सीजर इटली में ही पैदा हुआ था।


प्रेम व सौंदर्य की भूमि फ्रांस

लोगों के दिलों में प्यार की चिनगारी भड़काने और प्रेम की फुहारों से तन-मन को भिगो देने वाला शहर है-पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस को दुनिया का सबसे रोमांटिक शहर माना जाता है। प्रेम की बुझती हुई लौ को फिरसे जलाने या प्यार के सागर में बहुत गहरे डूब जाने के लिए सारी दुनिया से प्रेमी जोड़े यहां आते हैं और बहुत सी मीठी यादें साथ ले जाते हैं। साइन नदी के किनारे बसा पेरिस महान शासक लुई 14वें व नेपोलियन बोनापार्ट, पेंटर वान गॉग, रेमाम्ब्रां तथा मोनालिसा की चित्रकृति बनाने वाले लियोनार्दो दा विंशी की जन्मभूमि है।


आइफेल टॉवर

पेरिस का पर्याय है आइफेल टॉवर, जिसे देखने हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। 300 मीटर ऊंचा यह टॉवर 1889 में बनकर पूरा हुआ और अपने निर्माता आर्किटेक्ट गस्टैव आइफेल के नाम पर इसका नामकरण हुआ। इस टॉवर की जितनी प्रशंसा हुई उतनी ही आलोचना भी। इसके आलोचकों का मानना था कि यह बहुत जल्द गिर जाएगा, पर अपने आलोचकों का मुंह बंद कराकर यह तीन मंजिला टॉवर आज भी शान से खड़ा है। इसकी पहली मंजिल 57 मीटर, दूसरी 115 मीटर तथा तीसरी 256 मीटर पर है। 320 मीटर पर इसका एरियल है जहां से पूरे पेरिस की सुंदर झलक मिल सकती है। यहां लगी लाइटें रात में इस टॉवर की सुंदरता को दोगुना कर देती हैं।  पेरिस प्राचीन संग्रहालयों, इमारतों व चर्चो की भूमि भी है। इतिहास के महत्वपूर्ण पन्नों को संजोए ये इमारतें हर पर्यटक के मन में अपना इतिहास जानने की उत्सुकता पैदा करती हैं। नेपोलियन की एक शानदार जीत के प्रतीक के रूप में बनाया गया आर्क द ट्रायम्फ 1936 में तैयार हुआ था। यह विजय का प्रतीक लुई फिलिप के शासनकाल में बना। इस आर्क की खासियत इसके चारों ओर बनी पेंटिंग हैं। फ्रांस के इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं का आकर्षक चित्रण इन पेंटिंगों में है। यह इमारत वास्तुकला की भी नायाब मिसाल है, जिस पर फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज हमेशा फहराता रहता है।


नॉत्र दाम संग्रहालय

नॉत्र दाम पेरिस के सबसे पुराने व समृद्ध संग्रहालयों में से एक है। गोथिक स्टाइल में बना यह संग्रहालय ग्लास से बनी खूबसूरत खिड़की व दरवाजों के लिए मशहूर है। 1160 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 1345 में यह बन कर तैयार हुआ। इस दौरान फ्रांस में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई, जिनमें कुछ त्रासदियां भी थीं। इसीलिए यह कई वर्षो तक अशुभ माना जाता रहा। बाद में नेपोलियन ने यहीं खुद को सम्राट घोषित किया और यह इससे जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण घटना है।


संसार के बड़े संग्रहालयों में से एक म्यूजे द लूव्र है, जिसमें रखी गई कलाकृतियों को सात वर्गो में बांटा गया है। लगभग दो शताब्दियों तक फ्रांस का राजसी निवास रहे लूव्र में मिस्त्र, ग्रीस व रोम के साथ ही ओरिएंटल पेंटिंग व स्कल्प्चर के नमूने भी देख सकते हैं। नॉत्र दाम, शाजे लिजे, स्ते चैपल, लोपरा, म्यूजे दोरसे, सेंअर पॉम्पीदू, प्लेस द ला कॉन्कर्ड आदि भी दर्शनीय हैं।


पेरिस के आसपास कई और ऐसी जगहें भी हैं जहां आसानी से जाया जा सकता है। वरसाय फ्रांस के महान शासक लुई चैदहवें का शहर माना जाता है। इस शासक का महल सुंदर कलाकृतियों से सजा है। उस जमाने के अत्यंत शालीन व कारीगरी से युक्त फर्नीचर देखने हों तो यह महल जरूर देखा जाना चाहिए। इस शहर की सुंदरता यहां के फ्रेंच क्लासिकल आर्किटेक्चर में है। फ्रांस के राजाओं और महारानियों के जीवन की अद्भुत झलक यहां मिलती है। पेरिस से करीब एक घंटे का सफर तय कर आप शातो द फाउंटेन ब्लो पहुंच सकते हैं। इसे नेपोलियन ने राजाओं का सच्चा घर कहा है। राजसी परिवारों के शिकार के शौक को पूरा करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता था। 12वीं शताब्दी में इसे बनाया गया और 19वीं शताब्दी तक राजाओं द्वारा इसका विस्तार किया जाता रहा।


सभ्यता का उत्कर्ष रोम

इटली की राजधानी रोम पहुंचते ही वहां मौजूद अवशेषों को देखकर प्राचीन रोमन साम्राज्य का वैभव मूर्तमान होने लगता है। रोम को इटरनल सिटी का दर्जा शायद इसीलिए दिया गया। अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात रोम में ही जूलियस सीजर का जन्म भी हुआ था। आसपास के अनेक प्रांतों के बाद उसने रोम को भी जीत लिया और फिर लंबे वक्त तक इस पर शासन किया। रोम के अन्य शासकों में ऑगस्टस, नीरो, क्लॉडियस, टाइटस व कांस्टैनटाइन शामिल हैं। रोम में पियाजा विनिजिया 15वीं शताब्दी में बना एक महल है। इटली की एकता का जश्न मनाने के लिए बनाया गया विक्टर इमैनुयल का स्मारक बहुत दूर से देखा जा सकता है। आर्क ऑफ कॉन्स्टैंटीन और वीया सैक्रा चैथी शताब्दी में बनाए गए। रोम को फव्वारों का शहर भी कहा जाता है। जगह-जगह बने फव्वारे पूरे शहर की शोभा बढ़ाते हैं।


फ्लोरेंस

इटली का एक और छोटा सा शहर है फ्लोरेंस जहां प्राकृतिक सौंदर्य व मानवीय प्रतिभा के संयोग के फलस्वरूप अनेक कलाकृतियां देखने को मिलेंगी। बोबोली गार्डेन सबसे सुंदर बगीचों में से एक है। वेनिस इटली का खूबसूरत शहर है। नहरों के शहर के रूप में विख्यात वेनिस को लोग रोमांस व प्रेम का शहर भी मानते हैं। शहर के बीच से बहती नहरें और इनके किनारों पर बने मकान इसे अपने ढंग का अनोखा शहर बनाते हैं। इन नहरों में चलती नौकाओं में बैठकर वेनिस की गलियों को निकट से देखा जा सकता है। इटली के कुछ अन्य लोकप्रिय शहर हैं मिलान, नेपल्स, सिसली। यहां प्राचीन इतालवी संस्कृति व कला के बहुत से नमूने आप देखकर दंग रह जाएंगे। प्रसिद्ध पेंटर माइकेल एंजेलो की सिस्टीन चैपल की छत पर उल्टे लेटकर बनाई गई बारीक पेंटिंग को देखने दुनिया भर के दर्शक यहां आते हैं। इतनी खूबसूरत पेंटिंग्स आज तक नहीं बनाई गई। 


लीनिंग टॉवर ऑफ पीसा

इटली के शहर पीसा में बनी लीनिंग टॉवर ऑफ पीसा एक आकर्षक इमारत है। इस झुकी हुई इमारत का निर्माण 1173 में शुरू हुआ। यह टॉवर एक ओर झुकी हुई है, जो सचमुच एक करिश्मा है और माना जा रहा है कि यह टॉवर लगातार झुक रही है। इसके झुके होने की वजह असमतल जमीन बताई जाती है। तीन मंजिलें बनाने के बाद इसके नीचे की धरती धीरे-धीरे धंसने लगी, जिससे यह एक ओर झुक गई, पर निर्माण जारी रहा। 1360-70 के बीच इसका निर्माण पूरा हुआ। संसार के इस आश्चर्य को देखने असंख्य दर्शक रोज यहां जुटते हैं।