यूपी में लोगों की फामेर्सी सेक्टर में दिलचस्पी बढ़ी

लखनऊ : पूरे उत्तर प्रदेश में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए फार्मेसी पाठ्यक्रमों में प्रवेश शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में 2019-20 की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत बढ़ा है। बी फार्मा पाठ्यक्रमों में नामांकित छात्रों की संख्या 16,000 से बढ़कर 20,000 से अधिक हो गई है। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में डी. फार्मा पाठ्यक्रमों में लगभग 100 प्रतिशत नामांकन हुआ है। तकनीकी शिक्षा विभाग के अनुसार सत्र 2020-21 में 56,291 सीटों पर दाखिले हुए। वहीं, बी फार्मा कोर्स के लिए उपलब्ध 25,351 सीटों पर 20,361 छात्रों ने प्रवेश लिया। डॉ ए पी जे के अनुसार अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के प्रवक्ता आशीष मिश्रा के अनुसार, पिछले डेढ़ साल में 50 से अधिक बी फार्मा संस्थानों को एकेटीयू से संबद्ध किया गया है और छात्रों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। मिश्रा ने कहा कि बी. फार्मा और डी. फार्मा कोर्स पूरा करने के बाद किसी भी फार्मास्युटिकल कंपनी में कंसल्टेंट बनकर या हॉस्पिटल फार्मासिस्ट बनकर या क्लीनिकल रिसर्च एसोसिएट के तौर पर काम करके रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी खुद की मेडिकल फर्म भी शुरू कर सकते हैं। उच्च वेतन पैकेज और चिकित्सा क्षेत्र की वृद्धि के कारण, प्रचलित कोविड -19 महामारी में, फामेर्सी में छात्रों की रुचि बढ़ गई है।