पश्चिम उप्र में जोरदार बारिश, जलभराव से लोग परेशान

मेरठ : सितंबर माह के बीच में शनिवार को पश्चिम उप्र के सभी जिलों में जोरदार बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इससे शहरों और गांवों में जलभराव से लोग परेशान रहे। कई जगहों पर लोग जलभराव में फंस गए। इस बारिश से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं।


मेरठ समेत पश्चिम उप्र के सभी जिलों में शनिवार की सुबह से ही जोरदार बारिश होने लगी। इससे मेरठ, बागपत, शामली, मुजफ्फनगर, सहारनपुर, हापुड़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर आदि जिलों में जलभराव हो गया। शहर से लेकर देहात तक मूसलाधार बारिश होती रही। शाम तक भी बारिश कभी कम तो कभी ज्यादा हुई। इससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मेरठ शहर में मोहल्लों में भारी जलभराव हो गया और लोग अपने घरों में कैद हो गए। ब्रह्मपुरी, जली कोठी, खैर नगर, प्रह्लाद नगर, कंकरखेड़ा, जागृति विहार, लिसाड़ी रोड, जाकिर कॉलोनी आदि मोहल्लों में हालत खराब रही।


व्यापार पर पड़ा बुरा असर

भारी बारिश के कारण शहर के पुराने क्षेत्रों में जलभराव के कारण दुकानें नहीं खुल पाई। इस कारण व्यापार चौपट रहा। दूसरे क्षेत्रों में दुकानों के खुलने के बाद भी ग्राहक नहीं आने से व्यापारी परेशान रहे।


किसानों के चेहरे खिले

भारी बारिश के कारण किसानों के चेहरे खिल उठे। गन्ना, धान, ज्वार की फसलों के लिए बारिश वरदान साबित हुई है। कैली गांव निवासी नितिन त्यागी का कहना कि इस बारिश से फसलों को लाभ होगा, लेकिन आंधी के साथ बारिश होने गन्ना, धान और ज्वार की फसल को नुकसान होने की आशंका है। तेज हवा चलने से फसल जमींदोज हो जाएगी।


कृषि विज्ञान केंद्र हस्तिनापुर के वैज्ञानिक डॉ. संदीप चौधरी का कहना है कि अभी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। अगर बारिश कई दिन तक हुई तो फसलों को नुकसान हो सकता है। अभी तक की बारिश से फसल को लाभ पहुंचेगा।