नई दिल्ली : मां के नौ स्वरूपों के गुणगान का पर्व नवरात्र गुरुवार से शुरू हो गया है। मंदिरों में मां भवानी का दरबार सज चुका है। प्रतिबंधों के साथ ही मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की पंक्ति लगनी शुरू हो गई हैं। सिद्धपीठ चौक की छोटी व बड़ी काली जी मंदिर के पास मेला नहीं लगाया गया है। वहीं मंदिर के आसपास दुकानों को भी लगने नहीं दी गई हैं। उधर, बाजार में कलश के साथ ही चुनरी व पूजन सामग्री की दुकानें भी सज गई हैं। लोग मंदिरों में दर्शन के लिए जुटने लगे हैं।
चौक के बड़ी व छोटी काली जी मंदिर में प्रवेश के लिए गोले बन गए हैं जिस पर खड़े होकर श्रद्धालु दर्शन करेंगे। वहीं दूसरी ओर मंदिरों में घंटा बजाने और ज्योति जलाने पर प्रतिबंध है। साथ ही मां के गर्भगृह में जाने पर रोक लगाई गई है। बड़ी काली जी मंदिर के व्यवस्थापक राजा पांडेय व रमेश रस्तोगी ने बताया कि पीछे का गेट खोल दिया गया है, जहां दर्शन के बाद श्रद्धालु वापस जाएंगे। रानीकटरा के संकटा देवी मंदिर में भी प्रतिबंधों के साथ दर्शन किए जा रहे हैं। मंदिरों में भक्तों की कतारें लगी हुई हैं। लोग कोविड प्रोटोकला का पालन कर रहे हैं। वहीं कई मंदिरों में भीड़ ज्यादा होने की वजह से गाइडलाइन का सही से पालन नहीं किया जा रहा।
चौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में भी प्रतिबंधों के बीच दर्शन होंगे। अध्यक्ष कमल मेहरोत्रा ने बताया कि पुजारी प्रसाद नहीं चढ़ाएंगे। शारीरिक दूरी के साथ श्रद्धालु मां के दर्शन करेंगे और खुद प्रसाद चढ़ाएंगे। बच्चों और बुजुर्गो के प्रवेश पर रोक रहेगी। आनंदी माता मंदिर, शास्त्रीनगर श्री दुर्गा मंदिर, मां पूर्वी देवी मंदिर ठाकुरगंज, संतोषी माता मंदिर के साथ ही पक्का पुल स्थित मरी माता मंदिर, राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर समेत राजधानी के सभी दुर्गा मंदिरों में नवरात्र पर सुरक्षा के साथ दर्शन के इंतजाम होंगे।
आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि राशि के अनुसार मां की कृपा बरसती । जैसी राशि होती है वैसी ही कृपा बरसती है। कुछ राशि वाले को फायदा होता तो कुछ को सतर्क रहने की जरूरत होती है। ऐसे में नवरात्र में किस राशि पर क्या असर पड़ेगा वह इस प्रकार है।
- मेष-आर्थिक हानि ।
- वृष- धन लाभ ।
- मिथुन- कुटुम्ब में मांगलिक कार्य व सुख की वृद्धि ।
- कर्क- मानसिक कष्ट हो सकते है ।
- सिंह- रोग भय शिव व शक्ति की आराधना करें ।
- कन्या-शत्रुओं पर विजय व यश कीर्ति की वृद्धि ।
- तुला-स्त्री सुख व व्यापार में वृद्धि
- वृश्चिक - रोग भय व मानसिक कष्ट के योग ।
- धनु- धर्म कार्य में रुचि व आकस्मिक धन लाभ ।
- मकर-सन्तान प्राप्ति व व्यापार वृद्धि के योग ।
- कुंभ- धन लाभ यात्रा के योग व व्यापार की वृद्धि ।
- मीन-व्यय की अधिकता शारीरिक कष्ट हो सकते है ।