बारिश ने फुलाई किसानों की सांसें, धान फसल को हुआ नुकसान

ग्रेटर नोएडा : धान की फसल करने वाले किसानों को इस बार अच्छे उत्पादन की उम्मीद थी, लेकिन रविवार को बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। तेज हवा के साथ हुई बारिश से धान की फसल खेतों में गिर गई है। अगेती फसल की खेती करने वाले किसानों को खासा नुकसान हुआ है। दरअसल 15 अक्टूबर से धान की कटाई का काम शुरू हो जाता है। हालांकि अगेती फसलों में किसान अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही कटाई शुरू कर देते हैं। जिले में धान की फसल बड़े स्तर पर की जाती है। इन दिनों किसान धान की कटाई के कार्य में जुटे थे। किसानों को उम्मीद थी कि इस बार धान का अच्छा उत्पादन होगा, लेकिन बारिश उनके लिए आफत बनकर बरसी। शहर में जगह-जगह जलभराव से ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण व जिला प्रशासन के इंतजामों की एक बार फिर पोल खोलकर रख दी। शहर में ग्रामीण अंचलों से लेकर सेक्टर व सोसायटी के समीप शहरवासियों को जलभराव का सामना करना पड़ा। सुबह से ही काले बादल छाए रहे। सुबह से ही तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। देर शाम को ही काले बादल छाए रहे। करीब एक बजे काले बादल ऐसे छाए कि दिन में ही अंधेरा छा गया। कृषि विभाग 70 से 80 एमएम बारिश होने का दावा कर रहा है। 


तेज हवा के साथ बारिश में कई स्थानों पर पेड़ व बिजली, स्ट्रीट लाइट के खंभे गिर गए। मुख्य सड़कों पर पेड़ गिरने के बाद वाहन चालकों को आवागमन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। 130 मीटर, सूरजपुर, के साथ -साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई स्थानों पर पेड़ गिरने की सूचना है। तेज हवा ने शहर में कई स्थानों पर पेड़ों को धराशायी कर दिया। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के साथ-साथ जेवर, बिलासपुर व दनकौर व दादरी के गांवों में करीब छह से सात घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही।


जेवर क्षेत्र में किसानों को धान की फसल को खासा नुकसान हुआ है। गांव चौरोली निवासी किसान प्रदीप कुमार ने बताया कि खेतों में धान की कटाई चल रही है। कई बीघे फसल कट चुकी है। धान के काले पड़ने की संभावना है। किसान वीर नारायण ने बताया कि खेतों में कई कई फीट पानी भर गया है। धान फसल को भारी नुकसान की आशंका है। नगर पंचायत क्षेत्र में भी सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। नालियां जाम होने से जगह-जगह रास्तों में पानी भर गया है। बारिश बंद हो जाने के बाद भी शहर की सड़कें कई घंटों बाद तक जलमग्न रही।