बैंकर छोटे व्यापारियों को कर्ज के लिए यूपीआई जैसा डिजिटल मंच लेकर आएंः आईटी मंत्री

नयी दिल्ली : सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बैंकिंग उद्योग से छोटे व्यापारियों को सुगमता और तेजी से ऋण प्रदान करने के लिए यूपीआई की तरह का एक मजबूत और निर्बाध डिजिटल मंच बनाने का आह्वान किया।


वैष्णव ने बैंकिंग उद्योग को तीन महीने में इस बारे में विचार बनाने और समाधान लाने को कहा है। उन्होंने कहा कि आधार, मोबाइल फोन, यूपीआई मंच और डिजिलॉकर के मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र को देखते हुए इस तरह के मंच को बनाने के लिए आवश्यक आधार पहले से ही मौजूद हैं।


वैष्णव ने 'डिजिटल भुगतान उत्सव' में शामिल होते हुए बैंकरों के लिए 'चुनौती' रखी। उन्होंने कहा, ''क्या हम सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई), छोटे उद्योगों, छोटे व्यवसायियों को जल्द एवं आसान ऋण प्रदान करने के लिए यूपीआई मंच की तरह एक शक्तिशाली, अच्छा और डिजिटल मंच बना सकते हैं?''


केंद्रीय मंत्री ने बैंकरों से कहा, ''आज आपके पास आधार, मोबाइल फोन, यूपीआई मंच, डिजिलॉकर का एक अच्छा पारिस्थितिकी तंत्र है। व्यावहारिक रूप से ऋण संबंधी पारिस्थितिकी तंत्र को बनाने के लिए आपको जो कुछ भी चाहिए वह आज उपलब्ध है।''


इस कार्यक्रम में शामिल हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रौद्योगिकी देश के भविष्य को आकार देने में एक बड़ी भूमिका निभाएगी।


उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत का प्रदर्शन दुनिया भर के उन देशों से जलन है जो कुछ साल पहले ही सोचते थे कि वे प्रौद्योगिकी और नवाचार में आगे हैं।


चंद्रशेखर ने कहा, "हम डिजिटल भुगतान श्रेणी में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। हमें इस श्रेणी में दुनिया का नेतृत्व करते रहना चाहिए।"


उन्होंने आश्वासन दिया कि आईटी मंत्रालय इस पारिस्थितिकी तंत्र के विकास और फलने-फूलने के लिए एक सक्षम और उत्प्रेरक की भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।