आप विधायक की मुहर पर बन रहे फर्जी आधार कार्ड, तीन गिरफ्तार

गाजियाबाद :  थाना लोनी बार्डर पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक हाजी यूनुस की मुहर पर दिल्ली के पते का फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनसे लैपटाप, फिगर व रेटिना स्कैनिग के साथ इनके क्रास मैच की डिवाइस, वेब कैमरा, पांच मोहर, पहचान पत्र और आधार कार्ड के भरे हुए प्रारूप, भरण-पोषण भत्ता के भरे हुए प्रारूप, आंखों के रेटिना की जगह इस्तेमाल किया जाने वाले फोटो, तीन मोबाइल और 19.50 हजार रुपये मिले हैं। महज दो हजार रुपये के लिए देश की सुरक्षा से खिलवाड़ : एसपी ग्रामीण डा.ईरज राजा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित लोनी बार्डर के आर्यनगर निवासी आसिफ उर्फ बिट्टू, उसका भाई खालिद और दिल्ली के पुराना मुस्तफाबाद निवासी जावेद हैं। बिट्टू आरडब्ल्यूए का अध्यक्ष है और जावेद ने पूर्व में दिल्ली के कनाट प्लेस स्थित केनरा बैंक में कामन सर्विस सेंटर पर तीन साल तक आधार कार्ड बनाए थे।


 यह केंद्र खत्म होने पर उसकी आइडी बंद कर दी गई थी। जावेद का साला शहजाद अभी भी आधार कार्ड बनाता है। कार्ड बनाने के लिए रबर के अंगूठे पर शहजाद के अंगूठे के निशान छापकर आंखों को फोकस करते हुए हाई डेफिनेशन वाली कई फोटो निकाल लीं। तीनों लंबे समय से इन्हीं का प्रयोग कर फर्जी आधार कार्ड बना रहे थे। हैरानी की बात यह कि हर कार्ड के लिए सिर्फ दो हजार रुपये लेकर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। मुहर लगाकर तैयार करते एड्रेस प्रूफ : एसआइ सौरव कुमार ने बताया कि यह गिरोह मांग पर पूरा सेटअप घर या कार्यालय में ले जाकर आधार कार्ड बनाता था। आर्यनगर आरडब्ल्यूए का अध्यक्ष आसिफ अक्सर अपने घर पर लोगों के आधार कार्ड बनवाता था। पुलिस के मुताबिक बिहार, बंगाल व उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में रोजगार के लिए आए लोग लोनी बार्डर क्षेत्र में किराये के मकान में रहते हैं। मुस्तफाबाद के विधायक हाजी यूनुस के लेटरहेड पर इन लोगों के दिल्ली में किसी मकान का पता डालकर मुहर लगा देते थे। उन लोगों के गांव के पहचान पत्र और इस लेटरहेड के आधार पर दिल्ली का निवासी दिखाते हुए आधार कार्ड बना देते थे। दिल्ली में रहने वाले ऐसे ही लोगों के गाजियाबाद के पते के आधार कार्ड बनाने को आसिफ अपनी आरडब्ल्यूए के लेटरहेड व मुहर का इस्तेमाल करता था। बाक्स..


विधायक की भूमिका की जांच रही पुलिस इस मामले में पुलिस ने अभी तक चार लोगों को ही आरोपित बनाया है। लेटरहेड और मुहर का प्रयोग होने को लेकर पुलिस विधायक हाजी यूनुस, प्रधानाचार्य व बाकी दोनों मुहर वाले लोगों से पूछताछ करेगी। गाजियाबाद पुलिस ने इसकी सूचना एटीएस समेत खुफिया एजेंसियों को दे दी है। ये टीम डासना जेल जाकर इन आरोपितों और बाकी लोगों से पूछताछ करेंगी।