WhatsApp ने लॉन्च कर दिया ऐसा फीचर, जो साइबर अपराधियों को करेगा मदद

 अभी तक आप जब वॉट्सऐप के जरिए ऑडियो या वीडियो कॉल करते थे, तो उसका आईपी एड्रेस आ जाता था, जिससे पुलिस और सरकार इसे आसानी से ट्रैक कर सकती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

वॉट्सऐप ने हाल ही में एक ऐसा फीचर लॉन्च कर दिया है, जो साइबर अपराधियों और आतंकियों के लिए मददगार साबित हो सकता है. दरअसल वॉट्सऐप ने कॉल के दौरान आईपी एड्रेस छुपाने का एक नया फीचर लॉन्च किया है, जिसे "Protect IP address in Call" कहा जा रहा है. इस फीचर का विरोध कई देशों और साइबर एक्सपर्ट के द्वारा किया जा रहा है, लेकिन अभी तक वॉट्सऐप की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. आइए जानते हैं इस फीचर के बारे में डिटेल.

कैसे काम करेगा ये फीचर

अभी तक आप जब वॉट्सऐप के जरिए ऑडियो या वीडियो कॉल करते थे, तो उसका आईपी एड्रेस आ जाता था, जिससे पुलिस और सरकार इसे आसानी से ट्रैक कर सकती थी. लेकिन जब से वॉट्सऐप ने Protect IP address in Call लॉन्च किया है, तब से वॉट्सऐप कॉल के दौरान आईपी एड्रेस हिडन रहेगा और कॉल करने वाले को ट्रैक नहीं किया जा सकेगा.  

साइबर अपराध को मिलेगा बढ़ावा

वॉट्सऐप के इस फीचर की वजह से अपराधी पुलिस की पहुंच से काफी दूर हो जाएगे, क्योंकि अभी तक वॉट्सऐप पर कॉल आने पर इसका आईपी एड्रेस आसानी से उपलब्ध हो जाता था. जिसकी मदद से पुलिस उन तक आसानी से पहुंच जाती थी. लेकिन अब पुलिस को आईपी एड्रेस पता करने के लिए वॉट्सऐप से मदद मांगनी होगी, जिसमें काफी समय लगेगा और अपराधी इसी का फायदा उठायेगे. 

क्या होता है IP Address?

बताते चलें की IP Address यूजर के मोबाइल नेटवर्क यानी होस्ट और इंटरनेट के बीच एक 12 अंकों का यूनिक एड्रेस यानी डिजिटल पता होता है जिसका उपयोग डिवाइस आपस में कम्युनिकेशन के लिए करते हैं.  इस IP ADDRESS के माध्यम से व्यक्ति के नेटवर्क प्रोवाइडर से लेकर व्यक्ति किस स्थान पर पर मौजूद है इसके बारे में भी पता लगाया जा सकता है और यह साइबर FORENSIC जगत का बेहद खास टूल है,जिससे जांच एजेंसियां साइबर जगत में अपराध करने वालों तक पहुंचती हैं.