IIT BHU छात्रा के साथ छेड़खानी मामले में गैंगरेप की धारा बढ़ी

 बीएचयू आईआईटी छेड़खानी (BHUIIT molestation) मामले में बेहद सनसनीखेज खुलासा हुआ है । पीड़िता ने विवेचना अधिकारी और मजिस्ट्रेट के सामने 161 और 164 के तहत दिए बयान में बताया कि उसके साथ घटना वाली रात तीन लोगों ने बहुत ही बर्बर तरीके से यौन शोषण की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता की बयान के बाद गैंगरेप के तहत दो धाराएं और बढ़ा दी गई हैं। घटना के आठ दिन भी जाने के बाद भी आरोपियों की अभी तक कोई भी पुख्ता तौर पर पहचान नहीं हो पाई है। इसे लेकर आईआईटी बीएचयू के छात्र बुधवार की दोपहर से ही लगातार डायरेक्टर के कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं।

1 नवंबर की देर रात आईआईटी की एक छात्रा के साथ मोटरसाइकिल सवार तीन मनबढ़ बदमाशों ने कैंपस के भीतर छेड़खानी और यौन शोषण किया था। इसकी शिकायत उसने लंका थाने में कराई थी। शुरुआत में दी गई तहरीर में पीड़िता ने नग्न करने के बाद वीडियो बनाने का आरोप लगाया था। घटना के आठ दिनों बाद तक भी आरोपियों की कोई पहचान नहीं हो सकी। इसी बीच पीड़िता का बयान विवेचना अधिकारी और मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया गया। इसमें 161 और 164 के आधार पर पीड़िता ने जो बयान दिया है वह बेहद सनसनीखेज है। पीड़िता ने बताया कि उस रात तीनों बदमाशों ने नग्न करके उसके प्राइवेट पार्ट के साथ बेहद बर्बर व्यवहार किया। इसी बयान के आधार पर पुलिस ने अब 376 (D)और 509 के तहत धाराएं बढ़ा दी है।

छात्र आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बैठे धरने पर

बुधवार दोपहर 2:00 बजे से ही आईआईटी बीएचयू के सैकड़ों छात्रों ने डायरेक्टर पीके जैन के कार्यालय के बाहर सड़क पर धरना देना शुरू कर दिया है। छात्रों की मांग है कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और पीड़िता की कानूनी सहायता के लिए वकील भी मुहैया कराया जाएं। लेकिन घटना के आठ दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। शक के आधार पर करीब आधा दर्जन लोगों से पूछताछ भी की गई, लेकिन नतीजा सिफर रहा। अब इसे लेकर आईआईटी के छात्रों में खासा आक्रोश है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए छात्र बुधवार से ही लगातार धरने पर बैठे हुए हैं, जिसमें हजारों की संख्या में छात्र लगातार उपस्थित हैं।

2017 में भी हुई थी ऐसी घटना , हुआ था बड़ा आंदोलन

2017 सितंबर के महीने में ऐसी ही यह घटना काशी हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में हुई थी। फाइन आर्ट्स की एक छात्रा के साथ शाम 6:00 बजे ऐसे ही एक दुर्व्यवहार का मामला आया था जिसमें मनबढ़ बदमाशों ने छात्रा के प्राइवेट पार्ट के साथ बेहद बर्बर व्यवहार किया था। इसके बाद एक बड़ा आंदोलन बीएचयू में देखने को मिला था। उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी काशी दौरा था और आंदोलन की वजह से उनके रूट में आखिरी वक्त में परिवर्तन भी किया गया था।