ईरान में हिजाब नहीं पहनने पर महिलाओं के साथ क्रूरता

ईरान में अनिवार्य हिजाब का उल्लंघन करने पर दो महिलाओं को सजा सुनाई गई है. हिजाब न पहनने पर एक महिला को 74 कोडे़ मारे गए हैं, जबकि दूसरी को 2 साल जेल की सजा सुनाई गई है. गौरतलब है कि ईरान मेें हिजाब पहनना अनिवार्य है. ऐसे में अनिवार्य हिजाब का उल्लंघन करने पर यहां महिलाओं को कड़ी से कड़ी सजा सुनाई जाती है.

ईरान की अदालत ने जिन दो महिलाओं को सजा सुनाई है, उनमें से एक रोया हेशमती हैं, जो हिजाब की मुखर आलोचक रहीं हैं. ईरानी अधिकारियों के अनुसार, तेहरान की एक अदालत ने रोया हेशमती को 74 कोड़े मारने की सजा सुनाई है. रोया हेशमती ने खुद अपनी सजा के दुखद अनुभव के बारे में बताया है.

हेशमती ने बताया कि सजा के दिन वह अपने वकील के साथ 74 कोड़े खाने के लिए प्रवर्तन इकाई में पहुंची. अदालत में प्रवेश करते समय उन्होंने अपना हिजाब उतार दिया. जिसे देख वहां मौजूद अधिकारी भड़क गया और उसने हिजाब को लेकर रोया को एक बार फिर चेतावनी दी. 

रोया को मारे गए कोड़े 

अधिकारी ने रोया से कहा कि अपना दुपट्टा अपने सिर पर रखो ताकि तुम्हें परेशानी न हो. जिसपर रोया ने कहा कि मैं इसी कारण से आई हूं. मुझे कोड़े मारो. हेशमती के अनुसार, अधिकारी ने हिजाब का पालन न करने पर कहा, 'तुम्हें पता चल जाएगा कि तुम कहां हो.' आगे अधिकारी ने कहा कि 'मैं तुम्हारे लिए एक नया मामला खोलूंगा.' 

जेनब को सुनाई गई दो साल की सजा 

इन सब के बीच रोया ने बताया कि वह जल्लाद के पास पहुंच गई, जहां उसने कोट उतारने को कहा गया और उन्हें बेरहमी के साथ अनगिनत कोड़े मारे गए. ईरान में हिजाब न पहनने के एक अन्य मामले में अहवाज प्रांत के बेहबहान की निवासी जेनब को दो साल की सजा दी गई है. जेनब को सोशल मीडिया पर बिना हिजाब के तस्वीरें साझा करने के लिए दो साल जेल की सजा सुनाई गई है. उनके वकील, सज्जाद चत्रसेफ़िड ने पुष्टि की कि उन्हें बेहबहान आपराधिक न्यायालय द्वारा कारावास की सजा सुनाई गई.