यूपी बोर्ड परीक्षा 22 से, 55 लाख स्टूडेंट्स बैठेंगे

 माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट कि बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो रही हैं. यह परीक्षाएं नौ मार्च तक आयोजित की जाएंगी. इस बीच बोर्ड परीक्षाओं की निगरानी के लिए शासन ने सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षकों के लिए निर्देश जारी किए हैं. परीक्षा केंद्रों पर कार्यरत सभी के लिए क्या करें, क्या न करें, इसकी पूरी एसओपी जारी हुई है. शासन ने जिलाधिकारी से लेकर शिक्षा विभाग, जेडी, सचिव, पुलिस और डीआईओएस को यह पत्र भेजा है.

परीक्षार्थी परीक्षा के दौरान कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और कैलकुलेटर नहीं ले जा सकेंगे. कक्ष में प्रवेश से पहले परीक्षार्थियों की जांच की जाएगी. बालिका परीक्षार्थियों की जांच केवल महिला कक्ष निरीक्षक व स्टाफ ही करेगा. सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा से पहले केंद्र व्यवस्थापकों के साथ मीटिंग कर व्यवस्थाएं परखेंगे. प्रत्येक दिन दोनों पालियों में परीक्षा केंद्रो का निरीक्षण करेंगे. सीसीटीवी की प्रतिदिन जांच करेंगे. संवदेनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रो का निरंतर सघन निरीक्षण करेंगे. परीक्षा के दौरान बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रखा जाएगा. इसके अलावा, स्टेटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापक मिलकर परीक्षार्थियों की सघन तलाशी कराएंगे.

परीक्षा केंद्र के अंदर जूते-मोजे पहनकर जा सकेंगे : निर्देश के अनुसार परीक्षा अवधि में परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों के अलावा कक्ष निरीक्षकों एवं परीक्षा कार्य में लगे अन्य कर्मचारियों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी होगी. इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को परीक्षा केंद्र के गेट बाहर ही जमा कराना होगा. स्टेटिक मजिस्ट्रेट की यह जिम्मेदारी होगी. किसी भी परीक्षार्थी को जूते मोजे उतरवाकर परीक्षा में बैठने के लिए नहीं कहा जाएगा. कक्ष निरीक्षकों को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से परीक्षा से तीन दिन पहले परिचय पत्र जारी होंगे. परिचय पत्र लेकर कक्ष निरीक्षक को केंद्र व्यवस्थापक को रिपोर्ट करना होगा.