किसानों का अल्टीमेटम- 2 दिन में मांगें माने सरकार

 रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में रविवार को हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और UP के कई खाप संगठन समेत किसान नेता पहुंचे। इन संगठनों के प्रमुखों ने धरनास्थल पर महापंचायत कर आगे की रणनीति बनाई। इसके तहत सरकार को 21 मई तक का अल्टीमेटम दिया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'संयुक्त किसान मोर्चा और खापों की मांग है कि बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाए। हम इसके लिए सरकार को 21 मई तक का समय देते हैं। अगर तब तक गिरफ्तारी नहीं हुई, तो फिर हम कोई बड़ा फैसला लेंगे। तब तक पहलवान यहीं रहेंगे और यहीं प्रैक्टिस करेंगे। यह आंदोलन लंबा चलेगा और हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। हम पूरे देश में आंदोलन चलाने के लिए तैयार हैं। खापों को हर दिन ड्यूटी दी जाए, रोस्टर बनाया जाए। आंदोलन जारी रखने के लिए पहलवान द्वारा गठित समितियां और खाप-किसान अपना समर्थन देंगे।' पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, 'इस प्रदर्शन को किसी ने हाईजैक नहीं किया है। यह सिर्फ अन्याय के खिलाफ लड़ाई है। लड़ाई कितनी भी लंबी हो हम लड़ने को तैयार हैं। हम अपनी ट्रेनिंग का भी ख्याल रखेंगे। FIR हो गई है मगर अभी बयान नहीं हुए हैं। हमारी मांग यही है कि पहले गिरफ्तारी हो।'इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों ने देश को गौरवान्वित किया, उन्हें बाहरी महसूस कराया जा रहा है। पहलवानों ने हमें शांतिपूर्ण आंदोलन के लिए समर्थन और स्वयं सेवकों की तैनाती के लिए कहा है।

बॉर्डर पर सुबह से पुलिस रही तैनात

दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर रविवार सुबह से ही पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। सिंघु बॉर्डर पर पुलिस की तरफ से करीब 5 कंपनियां लगाई गई थीं। पुलिस को आशंका थी कि किसान ट्रैक्टरों का जत्था लेकर दिल्ली पहुंच सकते हैं। दिल्ली आने वाले लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेताओं को नहीं रोका गया। सीधे उन्हें वहां से जंतर-मंतर जाने दिया गया।

किसी पर बुरी नजर नहीं डाली: बृजभूषण

पहलवानों के आरोपों के बीच बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार देर रात एक विडियो जारी किया। उन्होंने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताते हुए खाप और किसान नेताओं से कहा कि बच्चे गलती करते हैं, आप ना करो। उन्होंने बजरंग, साक्षी और विनेश पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लड़ाई इन बीत चुके पहलवानों से है। मैं यह आपके जूनियर बच्चों के लिए लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैंने अपने 12 साल के कार्यकाल में कभी किसी पर बुरी नजर नहीं डाली।

'पैदल ही दिल्ली में घुसेंगे'

इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया कि 11 से 18 मई तक पूरे देश में बृजभूषण शरण सिंह का पुतला दहन किया जाएगा। उधर, महम चौबीसी खाप ने कहा कि साक्षी मलिक इसी खाप से हैं। हम खाप वाले अपनी बहन बेटी का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करते हैं। हमने यहां आने से पहले एक बैठक की थी। हमें पता था कि सरकार हमें दिल्ली में प्रवेश करने से रोकेगी। हम बताना चाह रहे हैं कि हमारी बात राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश के खापों से हो गई है। हम सभी 16 मई को पैदल ही दिल्ली में घुसेंगे और पूरी दिल्ली को जाम कर देंगे।