अमेरिका के कैंसस में फायरिंग, 21 लोगों को गोलियां लगीं

अमेरिका के कैंसस शहर में गुरुवार सुबह एक रैली के दौरान गोलीबारी हुई। एक व्यक्ति की मौत हो गई। 21 लोग घायल हुए। इसमें कई बच्चे हैं। सभी को गोलियां लगी हैं। मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया है। गोलीबारी की वजह सामने नहीं आई है। हालांकि, पुलिस तीनों संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। घटना का एक वीडियो सामने आया है। इसमें दो लोग एक हमलावर को पकड़ते नजर आ रहे हैं।

हमलावर को धक्का देकर गिराया फिर पकड़ा

 गोलीबारी से भगदड़ मच जाती है। इस बीच एक आदमी और महिला तेजी से दौड़ते हुए हमलावर को पकड़ते हैं। उसे धक्का देकर गिरा देते हैं और उसे पकड़ लेते हैं। इस दौरान उसकी गन गिर जाती है। इसके बाद एक महिला हमलावर के पास पड़ी बंदूक को उठा लेती है।

ली 3 किलोमीटर लंबी थी

हमलावर को पकड़ने वाले आदमी ने बताया- 'रैली करीब 3 किलोमीटर लंबी थी। हजारों लोग इसमें शामिल थे। मैं हमलावर के पीछे ही था। जैसे ही गोलीबारी हुई लोग यहां-वहां भागने लगे। भीड़ के बीच मुझे हमलावर दिखा। मैंने पीछे से उसे पकड़ने की कोशिश की,लेकिन उस तक नहीं पहुंच पाया। कुछ सेकेंड बाद मैंने उसे धक्का दे दिया। जैसी ही वो गिरा मैंने अपना पूरा बल लगा दिया उसे पकड़ने के लिए। इतने में एक महिला आई और उसने हमलावर के पास पड़ी बंदूक उठा ली।'

2022 में फ्रीडम डे परेड में फायरिंग हुई थी

अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस (4 जुलाई) पर शिकागो में फ्रीडम डे परेड के दौरान गोलीबारी हुई थी। इस मामले में 22 साल के संदिग्ध रॉबर्ट ई क्रीमो III को गिरफ्तार किया गया है। क्रीमो एक रैपर है, वह हमला करने के बाद भागने की फिराक में था।

पुलिस ने शिकागो हाईवे पर लंबी दूरी तक पीछाकर रॉबर्ट को गिरफ्तार किया। इसके बाद उसने खुद को म्यूजिशियन बताया। कल इलेनॉय राज्य के हाईलैंड पार्क की घटना में 6 लोगों की मारे गए थे, जबकि 31 घायल हो गए थे। परेड सुबह 10 बजे शुरू हुई थी, लेकिन फायरिंग होने के 10 मिनट बाद ही रोक दी गई। इसे देखने के लिए सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे।

अमेरिका की आबादी 33 करोड़ और यहां 40 करोड़ गन

नागरिकों के बंदूक रखने के मामले में अमेरिका दुनिया में सबसे आगे है। स्विट्जरलैंड के स्मॉल आर्म्स सर्वे यानी SAS की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में मौजूद कुल 85.7 करोड़ सिविलियन गन्स में से अकेले अमेरिका में ही 39.3 करोड़ सिविलयन गन्स मौजूद हैं। दुनिया की आबादी में अमेरिका का हिस्सा 5% है, लेकिन दुनिया की कुल सिविलियन गन्स में से 46% अकेले अमेरिका में हैं।

अक्टूबर 2020 के गैलप सर्वे के मुताबिक, 44% अमेरिकी वयस्क उस घर में रहते हैं, जहां बंदूकें हैं। इनमें से एक तिहाई वयस्कों के पास बंदूकें हैं। 2019 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 63 हजार लाइसेंस्ड गन डीलर थे, जिन्होंने उस साल अमेरिकी नागरिकों को 83 हजार करोड़ रुपए की बंदूकें बेची थीं।

अमेरिका 231 साल बाद भी अपने गन कल्चर को खत्म नहीं कर पाया है। इसकी दो वजहें हैं। पहली- कई अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर वहां के राज्यों के गवर्नर तक इस कल्चर को बनाए रखने की वकालत करते रहे हैं। दूसरी- गन बनाने वाली कंपनियां, यानी गन लॉबी भी इस कल्चर के बने रहने की प्रमुख वजह है।

1791 में संविधान के दूसरे संशोधन के तहत अमेरिका नागरिकों को हथियार रखने और खरीदने का अधिकार दिया गया। अमेरिका में इस कल्चर की शुरुआत तब हुई थी, जब वहां अंग्रेजों का शासन था। उस वक्त वहां परमानेंट सिक्योरिटी फोर्स नहीं थी, इसीलिए लोगों को अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए हथियार रखने का अधिकार दिया गया, लेकिन ये कानून आज भी जारी है।