उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बड़े स्तर पर निकली कॉन्स्टेबल पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में अभ्यर्थियों के जोरदार हंगामे के बाद योगी सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी है। इसको लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव समेत तमाम विपक्षी दलों ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला था।
वहीं लोकसभा चुनाव से पहले इस विरोध को देखते हुए सरकार ने परीक्षा को निरस्त कर दिया है। वहीं रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों को खुली चुनौती दे दी है। सीएम योगी ने कहा कि अब वे ना घर के रहेंगे ना घाट के। उनके खिलाफ नजीर पेश करने वाली कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि हम लोगों ने पहले दिन से संकल्प लिया है की नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी पूर्वक आगे नहीं बढ़ पा रही है तो यह युवाओं के लिए खिलवाड़ है और अपनी प्रतिभा को पलायन करने के लिए मजबूर करता है। अगर युवा के साथ अन्याय होता है तो एक राष्ट्रीय पाप है।
विवार को लोकभवन में विभिन्न विभागों में करीब 18 सौ पदों पर निष्पक्ष और परदर्शी ढंग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के दौरान सीएम योगी ने कहा कि हम लोगों ने पहले दिन से तय किया है कि युवाओं के जीवन और भविष्य के साथ जो खिलवाड़ करेगा, हम उसके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना कर उन तत्वों से उतनी ही सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने का काम करेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने जो कार्रवाई शुरू की है वो कार्रवाई शुरुआत में भी की थी अब फिर एक बार हम लोग उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम लोग तकनीक का प्रयोग करते हैं, वैसे ही वे तत्व भी तकनीक का प्रयोग गलत काम में करने लगते हैं। अगर वो लोग सकारात्मक सोच रखते तो संभवता कभी गलत काम नहीं करते, अच्छी दिशा में आगे बढ़ते और खुशहाल का जीवन व्यतीत करते। लेकिन अब वे तत्व ना घर के रहेंगे ना घाट के रहेंगे।