'किसान आंदोलन को चुनाव तक टालना चाहती है सरकार'

 ट्रैक्टर मार्च से पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार और पंजाब सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने किसानों पर किए जा रहे शक्ति प्रदर्शन की भी आलोचना की. राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार की पॉलिसी है कि इस आंदोलन को चुनाव तक आगे ले जाओ, ताकि चुनाव के बहाने इसे दबा दिया जाए. पंजाब सरकार को किसान और भारत सरकार दोनों से डर है. किसान की हालत खराब है. किसान की जमीन को लूटा जा रहा है,

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि भूमि अघिग्रहण के नाम पर किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है. सबका विरोध करने का अपना तरीका है. हमलोग ट्रैक्टर मार्च निकालकर एक नए तरीके का विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं. चंडीगढ़ में हम लोगों की बैठक हुई है. जल्द आगे की रणनीति तय करेंगे.

 सदस्यीय कमेटी का किया गया है गठन

किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि हम संयुक्त मोर्चा की बैठक के लिए चंडीगढ़ गए थे. हमने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई है. इसका गठन उन सभी किसान संगठनों से बातचीत करने के लिए किया गया है जो संयुक्त मोर्चा से अलग हैं. अगर कोई भी संगठन संयुक्त मोर्चा में शामिल होना चाहता है तो वह समिति से बातचीत कर सकता है. जल्द ही आंदोलन को लेकर कोई बड़ा फैसला होगा.

यूपी गेट बॉर्डर पर जुटने का है प्लान

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के कई दलों ने आज हाइवे पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का आह्वान कर रखा है. इस प्रदर्शन के लिए भारतीय किसान यूनियन कई दिनों से तैयारी कर रहा है. किसान संगठन हरिद्वार से लेकर गाजीपुर बॉर्डर (यूपी गेट) तक ट्रैक्टरों की श्रृंखला बनाएंगे. यह ट्रैक्टर मार्च सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक निकलेगा. बीकेयू के राकेश टिकैत मुज्जफरनगर से आंदोलन की शुरुआत करेंगे. इसके बाद वह मेरठ होते हुए दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर पहुंचेंगे. इसके अलावा हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान WTO का पुतला जलाएंगे.