'देश संविधान से चलेगा, शरीयत इससे बड़ी नहीं'

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले बयानबाजी तेज हो गई है. सीएम योगी ने कहा, 'शरियत संविधान से बड़ी नहीं है. ये देश संविधान से चलेगा. शरियत भारत से बड़ी नहीं हो सकती है. मुस्लिमों को घर-मकान सब मिल रहा है लेकिन वो भारत के क़ानून को भी तो मानें.'  

घोषणा पत्र में मुसलमानों की चिंता की सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि, 'मुस्लिमों की कौन चिंता नहीं करता.. उसे मकान मिल रहा है.. खाने को मिल रहा है लेकिन, वो भारत का कानून भी तो माने.. कानून भारत के अनुसार माने..भारत के संविधान का सम्मान करे.

शरियत से ये देश नहीं चलेगा

सीएम योगी ने आगे कहा, 'संविधान के अनुसार ये देश चलेगा... शरियत हमारा व्यक्तिगत विषय होगा. लेकिन, शरियत संविधान से बड़ा तो नहीं हो सकता. वो इस बात को माने.. तो भारत की जनता उन्हें सिर आंखों पर बिठाएगी. 

सीएम योगी ने कहा कि हम तो उस मंत्र को साथ लेकर चल रहे हैं जिसमें किसी के साथ भेदभाव न हो, योजनाओं का लाभ सबको हो. सबकी आस्था का सम्मान किया जाएगा लेकिन कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं होगी. मदरसों के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि हमने मदरसों के आधुनिकीकरण की ही बात की है. हमें स्किल्ड मैन पॉवर चाहिए...हमें इसके लिए अपने शिक्षण संस्थानों को बनाना होगा. इसी पर सरकार काम कर रही है. 

आस्था का सम्मान भी करते हैं- मुख्यमंत्री

सीएम योगी ने कहा, 'हम ध्रुवीकरण की राजनीति नहीं करते हैं. हम केवल विकास की राजनीति कर रहे हैं. लेकिन लोक आस्था का सम्मान भी करते हैं. हम उसके साथ खिलवाड़ नहीं करते हैं. वो कर्फ्यू लगाते थे हम लोक आस्था का सम्मान करके कांवड़ यात्रा निकालते हैं. यह यात्रा निकलनी चाहिए क्योंकि वह आस्था है.'

वह दंगा करते थे हम प्रदेश को कानून के राज के साथ दंगा मुक्त राज्य के रुप में स्थापित करते हैं. उन्होंने प्रदेश को अराजतका के भट्ठी में झोंकने का प्रयास किया था. हमने उत्तर प्रदेश को देश के विकास का अड्डा बनाकर रखा है. लोग जिस भाव से उत्तर प्रदेश को देखते थे उस भाव को हमने प्रस्तुत किया है. यह हमारे लिए एक अवसर है.