होली पर अयोध्या-मथुरा से अमेरिका तक उड़े रंग

देशभर में आज होली मनाई जा रही है। वाराणसी और मथुरा-वृंदावन में सड़कें रंग से सराबोर लोगों से भरी हुई हैं। उज्जैन के महाकाल मंदिर में शाम को होलिका दहन के साथ होली की शुरुआत हुई। हालांकि भद्रा के कारण ज्यादातर जगह रात 11 बजे के बाद ही होलिका दहन किया गया।

इधर अयोध्या के राम मंदिर में विराजे बालक राम की पहली होली है। यहां कचनार के फूलों से खास गुलाल बनाया गया है। रामलला को कचौड़ी, गुजिया, खीर, पूड़ी समेत कई व्यंजनों का भोग लगाया गया।

राज्यों में होली की धूम...

राजस्थान में देसी-विदेशी लोग मिलकर खेल रहे होली

यहां गली-मोहल्लों में चंग की थाप पर फाग के गीतों पर लोग झूम रहे हैं। पुष्कर (अजमेर) में विदेशी पर्यटक रंग-गुलाल खेल रहे हैं। डूंगरपुर में 100 साल पुरानी परंपरा के तहत बच्चे, युवा और बुजुर्ग रंग-गुलाल व ढोल कुंडी के साथ होली के अंगारों पर चले।

मध्य प्रदेश के महाकाल मंदिर में भक्तों ने होली खेली

मध्यप्रदेश में होली का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल के साथ भक्तों ने होली खेली। भोपाल में चल समारोह होगा, इसमें ट्रकों से रंग-गुलाल उड़ाया जाएगा। पूरा शहर इसमें शामिल होगा। 

उत्तर प्रदेश में मथुरा में विदेशी पर्यटकों का डांस

यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में रुद्र अभिषेक किया। वाराणसी के अस्सी घाट पर पीएम मोदी के मुखौटे में लोग होली खेलते नजर आए। मथुरा में सड़कों से लेकर मंदिरों तक रंग-गुलाल उड़ रहे हैं। होली खेलने के लिए विदेश से लोग आए हैं। 

हरियाणा-पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल में होली

पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल में भी लोग रंगों के त्योहार पर एक दूसरे को रंग लगाकर शुभकामनाएं दे रहे हैं। 

बिहार में कल खेली जाएगी होली

बिहार में होली कल 26 मार्च मंगलवार को मनाई जाएगी। फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा 2 दिन होने से ऐसी स्थिति बनी है। 24 को होलिका दहन के एक दिन बाद 26 को होली मनाई जाएगी।

महाकाल मंदिर परिसर में हुआ होलिका दहन

होली की पूर्व संध्या पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में जमकर रंग-गुलाल उड़े। पंडे-पुजारियों और श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के संग फूलों की होली भी खेली। एक-दूसरे को रंग लगाया और होली पर्व की बधाई दी।

रविवार शाम को संध्या आरती के बाद महाकाल मंदिर परिसर में ही होलिका दहन किया गया। इससे पहले पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा और अन्य पंडे-पुजारियों ने होलिका का विधि-विधान से पूजन किया। फिर होलिका की परिक्रमा की गई।