कुवैत के मंगाफ शहर की 6 मंजिला इमारत में आग लगने से 49 मजदूरों की मौत हो गई। 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरने वालों में 40 भारतीय हैं। हालांकि, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
कुवैत के समयानुसार ये हादसा आज सुबह करीब 6 बजे हुआ। विदेश मंत्रालय ने बस 30 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है। मरने वालों में कितने भारतीय हैं, इसे लेकर कुछ नहीं कहा है। हालांकि, केरल और तमिलनाडु के लोग होने की आशंका जताई जा रही है।
उधर, पीएम मोदी ने दिल्ली में रिव्यू मीटिंग बुलाई। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि वे जल्द कुवैत जा सकते हैं। वे आग लगने से घायल हुए लोगों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को जल्द वापस लाने के लिए जा रहे हैं। इस बीच पीएम मोदी ने पीड़ितों को मुआवजे के तौर पर प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
आग लगने की वजह से साफ नहीं, लेकिन किचन से शुरू हुई
सुबह ग्राउंड फ्लोर के किचन में लगी आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए। आग लगने की वजह का अब तक पता नहीं चला है। कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बिल्डिंग में 200 से ज्यादा मजदूर रह रहे थे।
मरने वालों की उम्र 20 से 50 साल के बीच
अरब टाइम्स के मुताबिक, मरने वालों की उम्र 20 से 50 साल के बीच है। इनमें ज्यादातर केरल, तमिलनाडु और नॉर्थ इंडियन हैं। सभी NBTC कंपनी में काम करते थे। कुवैत की कुल आबादी में 21%(10 लाख) भारतीय हैं। कुवैत के कुल वर्कफोर्स में भारतीयों की हिस्सेदारी 30% यानी 9 लाख है।
पीएम मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, ममता बनर्जी ने इस घटना पर दुख जताया। उधर, कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ ने कहा कि इमारत में कई देशों के लोग अवैध रूप से रह रहे थे। इसलिए अभी मरने वालों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं है।
भारतीय राजदूत ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में कहा, "कुवैत में हुए हादसे से स्तब्ध हूं। वहां करीब 40 लोगों की मौत हुई है। हम डीटेल्स सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।" भारतीय राजदूत आदर्श स्वाइका ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की है।
कुवैत सरकार ने बिल्डिंग के मालिक की गिरफ्तारी का आदेश दिया
कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबह ने बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से रियल एस्टेट मालिक के लालच की वजह से ऐसी घटनाएं होती हैं। ज्यादा किराए के लालच में बिल्डिंग ओनर्स एक ही कमरे में कई लोगों को ठहराते हैं और इमारत की सुरक्षा व्यवस्था नजरअंदाज कर देते हैं।
बिल्डिंग के मालिक हैं मलयाली बिजनेसमैन केजी अब्राहम
मलयाली मीडिया ऑनमनोरमा की रिपोर्ट के मुताबिक, बिल्डिंग में रहने वाले भारतीय केरल और तमिलनाडु के थे। यह बिल्डिंग NBTC ग्रुप ने किराए पर ली थी, जो कंस्ट्रक्शन सेक्टर की कंपनी है। NBTC ग्रुप के मलयाली व्यापारी केजी अब्राहम हैं।
केजी अब्राहम केरल के तिरुवल्ला के व्यवसायी हैं। केजी अब्राहम, जिन्हें केजीए के नाम से भी जाना जाता है, केजीए समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। यह कंपनी 1977 से कुवैत के ऑयल एंड इंडस्ट्रीज का हिस्सा है।