बदलापुर यौन शोषण केस, स्कूल की कई खामियां सामने आईं

महाराष्ट्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के यौन उत्पीड़न मामले राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी है। इनमें कई गंभीर मुद्दों को उठाया गया। इस रिपोर्ट की एक कॉपी सीएम शिंदे, डिप्टी सीएम फडणवीस और अजित पवार को भी दी जाएगी।

रिपोर्ट में बताया गया है कि एक बच्ची के माता-पिता ने यौन शोषण के बारे में प्रिंसिपल को जानकारी दी थी। 14 अगस्त को प्रिंसिपल ने स्कूल मैनेजमेंट को घटना के बारे में बताया था। फिर भी दो दिनों तक अभिभावकों से कोई बातचीत नहीं की।

एचटी की खबर के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया कि मैनेजमेंट को दूसरी बच्ची के साथ हुए यौन शोषण की जानकारी भी 16 अगस्त मिल गई थी। बच्चियों के अभिभावकों ने पुलिस और पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों के साथ स्कूल से संपर्क किया था। लेकिन मैनेजमेंट ने खुद से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।

वहीं, बदलापुर की घटना की समय पर रिपोर्ट न करने के लिए ठाणे के जिला शिक्षा अधिकारी बालासाहेब रक्षे को निलंबित किया गया। बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के यौन शोषण की घटना 12-13 अगस्त की है। स्कूल के सफाई कर्मी ने बच्चियों संग गलत हरकत की थी। वो पुलिस की गिरफ्त में है।

इधर, बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को बदलापुर की घटना को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) की तरफ से 24 अगस्त को बुलाए गए बंद पर रोक लगा दी। जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस अमित बोरकर की बेंच ने दो जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए फैसला दिया।

राज्य ने एक और समिति गठित की

राज्य सरकार ने 23 अगस्त को महिला एवं बाल विकास कमिश्नर डॉ. प्रशांत नारनवरे की अध्यक्षता में कमेटी गठित की। इसे स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा में सुधार के लिए अतिरिक्त उपाय सुझाने का काम सौंपा गया है।

महाराष्ट्र के स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि इस समिति को नागरिक अधिकारों, शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले NGO और छात्राओं के सुझावों को तुरंत सुनना चाहिए। इसके आधार पर कमेटी को अतिरिक्त उपायों का प्रस्ताव करना चाहिए।

उन्होंने ये भी कहा कि सभी स्कूलों को कमिश्नरेट से जोड़ा जाना चाहिए। हर स्कूल को कम से कम एक इंटरैक्टिव टीवी उपलब्ध कराया जाना चाहि। इसके जरिए छात्रों को ट्रेंड किया जाना चाहिए। इस ट्रेनिंग को हर शनिवार को स्कूलों की एक्टिविटी में शामिल करना चाहिए। इससे छात्रों को गुड टच और बैड टच की पहचान करना सिखाया जाए।

महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि सरकार पाठ्यक्रम में अच्छे स्पर्श-बुरे स्पर्श का पाठ शामिल करने की योजना बना रही है। इसे एनिमेटेड फिल्मों के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।

ठाणे के DEO का हटाया गया

केसरकर ने बताया कि उनके विभाग ने बदलापुर की घटना की समय पर रिपोर्ट न करने के लिए ठाणे के जिला शिक्षा अधिकारी बालासाहेब रक्षे को निलंबित कर दिया है। बृहन्मुंबई नगर निगम के शिक्षा अधिकारी राजेश कनकल को भी शहर के सरकारी स्कूलों में CCTV कैमरे न लगाने के लिए निलंबित कर दिया गया है।

केसरकर ने कहा कि 'मैं पिछले दो सालों से इस मुद्दे पर काम कर रहा हूं। अभी भी काम चल रहा है और कैमरे अभी तक नहीं लगाए गए हैं। बीएमसी की योजना 123 स्कूलों में 2,832 सीसीटीवी कैमरे लगाने की है।

घटना 12 और 13 अगस्त की, पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की

घटना 12 और 13 अगस्त की है। आदर्श स्कूल में 23 साल के स्वीपर अक्षय शिंदे ने दोनों बच्चियों का यौन शोषण किया। इसके बाद दोनों लड़कियां स्कूल जाने से डर रही थीं। माता-पिता को संदेह हुआ। उन्होंने लड़की को भरोसे में लेकर पूछताछ की तो बात सामने आई।

एक पेरेंट ने उसी कक्षा की दूसरी लड़की के माता-पिता से संपर्क किया। जब डॉक्टर ने जांच की तो असल घटना सामने आई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभदा शितोले ने पॉक्सो का मामला होने के बावजूद FIR दर्ज करने में टालमटोल की।

बच्ची के माता-पिता ने सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से बदलापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। दो दिन बाद 16 अगस्त शुक्रवार देर रात केस दर्ज किया। 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी अक्षय 1 अगस्त को ही स्कूल में कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त हुआ था।

बच्चियों के परिवार ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने FIR दर्ज करने में 12 घंटे से ज्यादा का वक्त लगाया था। पहले तो पुलिस शिकायत भी नहीं सुन रही थी।