दिल्ली हाईकोर्ट में सोमवार को एक जनहित याचिका के जरिए OTT सीरीज 'IC 814: द कंधार हाईजैक' को बैन करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने फिल्म मेकर पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया गया।
यह याचिका हिंदू सेना के अध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव ने दायर की है। उन्होंने कहा कि कि सीरीज में आतंकवादियों के हिंदू नाम दिखाए गए हैं, जिनमें भगवान शिव के अन्य नाम 'भोला' और 'शंकर' शामिल हैं, जबकि उनके असली नाम कुछ और थे। याचिका में कहा गया है कि इससे हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।
उधर, 1999 के कंधार हाईजैक पर बनी OTT सीरीज IC 814 पर विवाद के बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को नेटफ्लिक्स से जवाब मांगा है। मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल को समन भेजा है और मंगलवार यानी 3 सितंबर को मौजूद होने को कहा है।
मंत्रालय ने कहा कि इंडिया कंटेंट हेड सीरीज के विवादित पहलुओं पर जवाब दें। 29 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर IC 814 सीरीज रिलीज हुई है जो कि कंधार विमान हाईजैक पर बेस्ड है।
क्या है पूरा मामला?
इस विमान को हाईजैक करने वाले आंतकियों के नाम इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे, लेकिन वेबसीरीज में इनके नाम बदल भोला, शंकर, चीफ, डॉक्टर और बर्गर
किए गए हैं। इनमें से भोला और शंकर के नाम पर आपत्ति है। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसे बॉयकॉट करने की मांग उठ रही है।
BJP ने कहा था- गलत काम छिपाने का वामपंथी एजेंडा
सीरीज रिलीज होने के बाद पिछले दिनों भाजपा IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसके कंटेंट पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीरीज के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा को आड़े हाथों लिया था।
उन्होंने कहा था कि अनुभव ने गलत काम को छिपाने के लिए वामपंथियों के एजेंडे का सहारा लिया। IC 814 के हाईजैकर्स खूंखार आतंकी थे। उन्होंने अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए काल्पनिक नाम अपनाए थे।
सीरीज की कहानी क्या है?
इस सीरीज की कहानी 24 दिसंबर 1999 की सत्य घटना पर आधारित है। जब पांच आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान IC 814 को काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरते वक्त हाईजैक कर लिया था। जिसमें 176 यात्री सफर कर रहे थे।
आतंकवादी प्लेन को अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार में ले जाते हैं। यात्रियों को सात दिन तक बंधक बना कर रखा गया था। इस दौरान प्लेन के अंदर यात्रियों का क्या हाल होता है। उनके परिवार वालों पर क्या बीतती है। सरकार के सामने इन यात्रियों को छुड़ाने के लिए क्या शर्त रखी जाती है। यह सब इस सीरीज में दिखाया गया है।
किताब फ्लाइट इन टु फियर से ली गई सीरीज की कहानी
इस सीरीज की कहानी सीनियर जर्नलिस्ट श्रींजॉय चौधरी और देवी शरण की किताब 'फ्लाइट इन टु फियर- द कैप्टंस स्टोरी' से ली गई है। सीरीज के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा हैं। 6 एपिसोड की इस सीरीज में नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, विजय वर्मा, दीया मिर्जा, पत्रलेखा,अरविंद स्वामी और कुमुद मिश्रा ने मुख्य भूमिका निभाई है।