आतंकवाद निरोधी दस्ते ने मुंबई ऑपरेशन में 6 को हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ा

मुंबई उपभोक्ता जनघोष: रविवार को महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मुंबई में छह लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से तीन बंदूकें, चार मैगजीन, 29 गोलियां, एक चाकू, एक कार और अन्य सामान मिला। माना जा रहा है कि ये लोग शहर में डकैती (डकैती) को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. अधिकारियों ने उन्हें कोई भी आपराधिक कृत्य करने से रोकने के लिए कार्रवाई की।

  इसमें शामिल लोगों में से एक, दिल्ली का शादत हुसैन, पहले हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और हाल ही में जेल से रिहा हुआ था। एक अन्य व्यक्ति, असलम शब्बीर अली खान, जो दिल्ली का ही है, का हत्या और चोरी के आरोप में गिरफ्तारियों का इतिहास रहा है। दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके के नदीम यूनुस अंसारी पर कई आपराधिक मामले थे। मुंबई में संभावित लक्ष्यों का सर्वेक्षण करने के लिए यूपी से नौशाद अनवर को बुलाया गया था। यूपी के ही रिजवान अब्दुल लतीफ का आपराधिक रिकॉर्ड था। यूपी के गाजियाबाद का आदिल खान अपराध करने के बाद भागने के इरादे से कार लेकर आया था। इन छह व्यक्तियों के खिलाफ मुंबई के एक स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।

edit By Priya Singh 

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वो हमारे कपड़े उतरवा रहे थे, पुलिस चुपचाप खड़ी थी

उपभोक्ता जनघोष नई दिल्ली: जाने आलम (Janu choudhary) :  हम पुलिस की गाड़ी में थे। लगा था, वो हमें बचा लेंगे। मैतेई लड़कों की भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया। हमें उतारकर इधर-उधर छूने लगे। उन्होंने कहा- जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, उन्होंने मुंह फेर लिया। फिर हमने कपड़े उतार दिए….’। ये कहना है 21 साल की पीड़िता का। वो ट्रॉमा में है, फोन पर नहीं आती, लेकिन उसकी साथी पूरी कहानी बताती है।

ये उस लड़की की कहानी है, जिसे आपने 19 जुलाई को मणिपुर से वायरल हुए वीडियो में देखा होगा। उस वीडियो में एक महिला और थी। उम्र 42 साल। उनके भी कपड़े उतरवाए गए। वे बताती हैं, ‘उन्होंने कहा- अगर कपड़े नहीं उतारोगी तो मरोगी। खुद को बचाने के लिए मैंने कपड़े उतार दिए। वो मुझे पीटने लगे, मेरे शरीर को छूते रहे। मेरे साथ रेप नहीं हुआ था।

52 साल की एक और महिला थी। वो वीडियो में नहीं हैं, लेकिन कपड़े उनके भी उतरवाए गए। 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़की और ये वीडियो 4 मई का है। वायरल हुए वीडियो की छानबीन के दौरान भास्कर ने पीड़ित महिलाओं के अलावा उस पुलिसवाले से भी बात की, जिसने 18 मई को सबसे पहले इन मामले में कम्प्लेंट दर्ज की थी।

भाई बचाने आया था, भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला…
साइकुल पुलिस स्टेशन में तैनात SHO लुंगथांग वो शख्स हैं, जिन्होंने इस मामले में पहली शिकायत दर्ज की थी। वे बताते हैं, ‘18 मई को बी फाइनोम गांव के मुखिया कांगपोकपी के साइकुल पुलिस स्टेशन आए थे। उनके साथ एक पीड़िता भी थी। मैंने पूरी घटना सुनी और जीरो FIR दर्ज की।

लुंगथांग आगे बताते हैं कि जब पीड़िता (21 साल की लड़की) उनसे मिली, तो वो काफी डरी हुई थी। वो बार-बार रो रही थी। उसने बताया कि वो 4 और लोगों के साथ अपने गांव से जंगल की तरफ भागी। रास्ते में पुलिस की गाड़ी दिखी। पुलिस ने उन्हें साथ ले लिया, पर रास्ते में भीड़ ने पांचों को उतार लिया। 

लुंगथांग के मुताबिक, 'सबसे पहले 56 साल के शख्स को मार दिया गया। फिर महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए कहा। 21 साल की पीड़िता से छेड़छाड़ की गई। उसके 19 साल के भाई ने बचाने की कोशिश की। भीड़ ने उस लड़के को पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद तीनों महिलाओं के कपड़े उतरवाए गए और 21 साल की पीड़िता से गैंगरेप भी किया गया।’

गांव के लोग बोले- मैतेई लिपुन के लोगों ने हमला किया
ये वारदात मणिपुर के थोउबाल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन से चंद किमी दूर हुई। पीड़ित के एक रिश्तेदार ने बताया, ‘मैतेई भीड़ बदला लेना चाहती थी। वे लोग कह रहे थे कि कुकी लोगों ने हमारी महिलाओं से रेप किया, अब तुम्हारे साथ भी ऐसा ही होगा।’

वे आगे बताते हैं, ‘4 मई को सुबह के करीब 11 बजे का वक्त था। सैकड़ों लड़कों की भीड़ हमारे गांव में घुस आई। सब जान बचाने के लिए जंगल की तरफ भाग गए थे। इन 5 लोगों ने पुलिस से मदद मांगी थी। फिर इन्हें मैतेई भीड़ ने घेर लिया।

वे आरोप लगाते हैं कि आरामबाई टेंगोल, मैतेई युवा संगठन, मैतेई लिपुन और कांगलेइपाक कनबा लुप, विश्व मैतेई परिषद और अनुसूचित जनजाति मांग समिति से जुड़े लड़कों ने हमला किया था।

प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस अधिकारियों से बात करने के बाद हमने इस वायरल वीडियो की घटना की टाइमलाइन तैयार की है:

3 मई, 2023: रात करीब 12 बजे
3 मई की रात से मणिपुर में हिंसा, बवाल, आगजनी का दौर शुरू हो चुका था। मैतेई और कुकी दोनों समुदाय एक-दूसरे के इलाकों में घुसकर मारपीट और आगजनी कर रहे थे। बी फाइनोम गांव में कुकी आबादी अच्छी तादाद में थी।

प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, रात में करीब 3 बजे मैतेई भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ में ज्यादातर लोग काली टीशर्ट पहने हुए थे। लोगों के हाथ में चाकू, लाठियां, राइफल और दूसरे हथियार थे। हालांकि, मैतेई भीड़ में कम लोग थे, कुकी लोगों ने उनका डटकर सामना किया। मैतेई भीड़ शोर करते हुए उस रात लौट गई।

4 मई, 2023: सुबह के करीब 11 बजे 
4 मई की सुबह मैतेई भीड़ ने फिर से बी फाइनोम गांव पर हमला कर दिया। FIR के मुताबिक ‘करीब 800 से 1000 लोग थे। सभी मैतेई युवा संगठनों जैसे मैतेई लिपुन, कांगलेईपाक कन्बा लप, अराम्बाइ तेंगोल, वर्ल्ड मैतेई काउंसिल से जुड़े थे। वे हथियार लेकर आए थे, गांव में घुसकर मारपीट और हिंसा करने लगे। उनके पास कई ऑटोमैटिक राइफल जैसे एके 47, इनसास वगैरह भी थीं।’

साइकुल पुलिस स्टेशन में तब SHO के पद पर तैनात लुंगथांग ने भास्कर को बताया कि 4 मई को सुबह करीब 11 बजे ये घटना नांगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन के पास घटी, मुझे उसी दिन घटना की जानकारी लग गई थी।

बी फाइनोम कांगपोकपी जिले साइकुल सब डिवीजन से करीब 42 किमी दूर है। उग्र मैतेई भीड़ ने गांव के ज्यादातर घरों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। सामान चुरा लिया। बी फाइनोम गांव के 5 लोग, जिनमें 3 महिलाएं और दो पुरुष थे, जान बचाते हुए जंगल की तरफ भागे।

भाग रहे इन कुकी लोगों को नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन की टीम ने बचाया। नोंगपोक सेकमाइ पुलिस स्टेशन से करीब 2 किमी मीटर पहले ही मैतेई भीड़ ने पुलिस की गाड़ी से उन लोगों को बाहर निकाल लिया।

घटना की एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘पहले हमें लगा कि पुलिस हमें बचाएगी, लेकिन पुलिस ने भीड़ का साथ दिया, जो हमारे गांव पर हमला करने आई थी।

53 साल की पीड़िता ने बताया, ‘हम रात से ही डरे हुए थे क्योंकि रात में मैतेई भीड़ ने हमला करने की कोशिश की थी। सुबह फिर से मैतेई भीड़ ने हमला किया। इस बार वे ज्यादा तादाद में आए थे। जान बचाने के लिए हम लोग जंगल की तरफ भागे।’

इसके बाद वो हुआ, जो मणिपुर से आए वीडियो में पूरी दुनिया ने देखा। दो महिलाओं के भीड़ के सामने कपड़े उतरवाए गए, सेक्शुअल हैरेसमेंट और रेप किया गया।

18 मई, 2023: घटना की पहली शिकायत दर्ज हुई
पीड़ित घटना के कई दिन बाद तक दंगे की वजह से पुलिस स्टेशन नहीं गए। साइकुल के SHO लुंगथांग ने बताया कि वारदात के करीब 2 हफ्ते बाद 18 मई को बी फाइनोम गांव के मुखिया पुलिस स्टेशन आए। हमने उनकी तहरीर के आधार पर जीरो FIR दर्ज की। FIR में बताया गया कि दंगे और तनाव के हालात की वजह से केस को तुरंत रिपोर्ट नहीं किया जा सका।

लुनथांग ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले जीरो FIR दर्ज की और फिर वारदात वाले पुलिस स्टेशन नांगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन को केस ट्रांसफर कर दिया। इस मामले में IPC की धारा 302 (हत्या), 354 (महिला से छेड़छाड़ और अभद्रता), 376 (बलात्कार), 326 (गहरी चोट पहुंचाना) के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। ये FIR मैतेई युवा संगठनों के खिलाफ दर्ज की गई।

19 जुलाई, 2023: VIDEO वायरल हुआ
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें हिंसक भीड़ दो महिलाओं को ले जाते दिख रही है। महिलाओं के शरीर पर कपड़े नहीं हैं। ये वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद से बवाल मच गया।

रात करीब 10 बजे मणिपुर पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि वायरल वीडियो के मामले में किडनैपिंग, बलात्कार और हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में नोंगपोक सेकमाई थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। राज्य की पुलिस आरोपियों को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है।

वीडियो में दिख रहे 4 लोग अरेस्ट, इनमें मुख्य आरोपी भी
वीडियो में लड़की को पकड़े हुए दिख रहा हुइरेम हेरोदास मैतेई को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। पेची अवांग लीकाई के रहने वाले 32 साल के हुइरेम को पुलिस ने मुख्य आरोपी माना है। पहचान होने के बाद पुलिस ने उसे गुरुवार सुबह थाऊबेल जिले से अरेस्ट किया है। इस बीच गांव वालों ने हेरोदास के घर में आग लगा दी और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। गुरुवार शाम को तीन और आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया। 

भीड़ मैतेई समुदाय की थी। समुदाय के बड़े ऑर्गेनाइजेशन में शामिल मणिपुर अखंडता पर समन्वय समिति (COCOMI) ने कहा कि इस क्लिप से पूरा मैतेई समुदाय गहरी शर्म और पीड़ा में है। हमें भरोसा है कि इसमें शामिल सभी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

चुराचांदपुर में प्रदर्शन, बारिश के बावजूद पहुंचे लोग
वायरल वीडियो सामने आने के बाद कुकी बहुल इलाके के सबसे बड़े जिले चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड में इंडिजिनस ट्राइब लीडर्स फोरम यानी ITLF ने गुरुवार को प्रोटेस्ट किया। बारिश के बावजूद हजारों लोग इस प्रदर्शन में पहुंचे।

ITLF के प्रवक्ता गुबजा ने बताया कि ‘सिर्फ इन लड़कियों से रेप नहीं हुआ, ऐसे कई मामले हैं। जिन लड़कियों के साथ ऐसे अपराध हुए, वे ट्रॉमा में हैं, इसलिए बाहर नहीं आ रहीं। हम इन मामलों की जानकारी इकट्ठी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री बोले- मेरा दिल पीड़ा और क्रोध से भरा है
PM मोदी ने कहा, 'मेरा दिल आज पीड़ा और क्रोध से भरा है। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं। हिंदुस्तान के किसी भी कोने या किसी भी राज्य में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून-व्यवस्था और बहनों का सम्मान प्राथमिकता है। 

सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार से मांगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से पूछा है कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं। CJI ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी। 

इंफाल वैली के 5 जिलों में कर्फ्यू, CRPF ने दो सीनियर अफसर तैनात किए
राज्य सरकार ने इंफाल वैली के 5 जिलों में बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया है। ये जिले इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, बिष्णुपुर, काकचिंग और थोऊबुल हैं। CRPF ने नगालैंड और असम से दो सीनियर अफसरों को मणिपुर में तैनात किया है।

साथ ही कांगपोकपी और जिरबम जिले में दो टैक्टिकल हेडक्वार्टर बनाए जाएंगे। CRPF का एक हेडक्वार्टर इंफाल में पहले से है। इस समय मणिपुर में राज्य पुलिस के साथ CRPF की 124 कंपनियां और सेना के 184 कॉलम तैनात हैं। एक कॉलम में 80 से 100 सैनिक होते हैं।

दंगाइयों के पास सुरक्षाबलों से लूटे 3 हजार हथियार
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, आपस में लड़ रहे मैतेई और कुकी समुदायों के पास 3 हजार हथियार हैं। ये हथियार सुरक्षाबलों से लूटे गए थे। इनमें .303 राइफलें, मीडियम मशीन गन , AK असॉल्ट राइफलें, कार्बाइन, इंसास, लाइट मशीन गन, एम-16 और एमपी-5 राइफलें शामिल हैं। इसके अलावा 6 लाख से ज्यादा गोलियां भी हैं।

अफसरों के मुताबिक, मई में पुलिस के लगभग 4,537 हथियार और 6.32 लाख गोलियां लूटी गई थीं। इन्हें ईस्ट इंफाल के पांगेई के मणिपुर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर, खाबेइसोई के 7वीं इंडिया रिजर्व बटालियन और 8वीं मणिपुर राइफल्स से लूटा गया था। इनमें 2,900 हथियार काफी घातक हैं।

इनके अलावा, आंसू गैस और मिनी फ्लेयर बंदूकें भी लूटी गई हैं। ज्यादातर हथियार और गोला-बारूद घाटी के दंगाइयों के पास हैं। पहाड़ी इलाकों में दंगाइयों के पास सिर्फ 5% हथियार है।

गांवों में हमले से बचने के लिए लोगों ने पुंपी गन्स तैयार की हैं। पुंपी गन मतलब लोहे के मजबूत पाइप से जुगाड़ करके बनाई हुई राइफल या ऑटोमैटिक गन। ऐसे ही रॉकेट लॉन्चर भी बनाए गए हैं।

भीड़ ने IG के काफिले पर हमला किया, कार जलाई
इंफाल वेस्ट में 17 जुलाई की रात भीड़ ने IG रैंक के अधिकारी के काफिले पर हमला किया। लोगों ने उनकी कार जला दी। 2005 बैच के IPS अधिकारी कबीब के. अपने एस्कॉर्ट के साथ क्वाकीथेल इलाके में थे, तभी उन्हें भीड़ ने घेर लिया। हमले में एस्कॉर्ट टीम में शामिल जवान भी घायल हुआ है। 

160 लोगों की मौत, 60 हजार विस्थापित
3 मई से शुरू हुई हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा की शुरुआत मैतेई कम्युनिटी को ST दर्जा देने की मांग के विरोध से हुई थी। इसके खिलाफ पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' बुलाया गया था।

इसी मार्च के बाद हिंसा भड़क गई। मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53% है। वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं। शेड्यूल ट्राइब में शामिल नगा और कुकी 40% हैं। ये पहाड़ी जिलों में रहते हैं।

हिंसा के बाद मणिपुर राज्य एक तरह से बंट गया है। हिंसा का सबसे ज्यादा शिकार वे लोग हुए, जो अपने इलाके में अल्पसंख्यक थे। घाटी वाले मैतेई बहुल इलाकों में रहने वाले कुकी, दूसरी तरफ पहाड़ी इलाकों में रहने वाले मैतेई।

करीब 60 हजार लोग अपना घर छोड़ राहत शिविरों में विस्थापित हो चुके हैं। उनके लिए बने रिफ्यूजी कैंप भी उसी तरह बने हुए हैं। पूरी इंफाल घाटी में एक भी कुकी राहत कैंप नहीं है, वहीं पहाड़ी इलाकों में एक भी मैतेई कैंप नहीं है। फिलहाल मणिपुर में करीब 350 रिफ्यूजी कैंप हैं।

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गीता कॉलोनी में मृत महिला के टुकड़े मिले

उपभोक्ता जनघोष नई दिल्ली ; जाने आलम (Janu choudhary) दिल्ली की गीता कॉलोनी में फ्लाईओवर के पास एक महिला के शव के टुकड़े मिले हैं। ये दो काले बैग में थे। एक में सिर और दूसरे बैग में बाकी अंग थे। पुलिस का कहना है कि कुछ अंग मिसिंग हैं जिनकी तलाश की जा रही है। अभी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। 

बाल बड़े, इससे महिला का शव होने का अनुमान
डिप्टी कमिश्नर सागर सिंह कलसी ने कहा, एक स्थानीय नागरिक ने पुलिस को सुबह सवा नौ बजे शव के टुकड़े मिलने की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इसे बरामद कर लिया। कटे हुए सिर पर बड़े बाल हैं इससे अनुमान लगाया गया कि यह महिला का शव है।

ड्रोन से बाकी अंग तलाशे जा रहे
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि महिला की उम्र 35-40 साल है, लेकिन ऑर्थो फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद इसकी पुष्टि होगी। कोतवाली थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच के लिए क्राइम और फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया है। हम और सबूत इकट्ठे करने के लिए ड्रोन की मदद से इलाके में तलाशी कर रहे हैं।

दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में 28 मई को 16 साल की साक्षी की सरेराह हत्या कर दी गई थी। आरोपी साहिल जब साक्षी पर हमला कर रहा था, तब यह घटना पास लगे CCTV में कैप्चर हो गई। जिसमें दिखाई दे रहा है कि साहिल ने साक्षी को 20 से ज्यादा बार चाकू मारा था, 6 बार उसके सिर पर पत्थर भी पटका था। पुलिस के मुताबिक, दोनों रिलेशनशिप में थे, लेकिन शनिवार को किसी बात पर दोनों का झगड़ा हो गया था, जिससे साहिल ने साक्षी की हत्या कर दी थी।  

इसी साल फरवरी में दिल्ली में निक्की यादव हत्याकांड सामने आया था। निक्की यादव नाम की एक लड़की की उसके लिव इन पार्टनर साहिल गहलोत ने हत्या कर दी थी। दोनों के बीच शादी को लेकर झगड़ा हुआ था। 10 फरवरी को हत्या वाले दिन साहिल ने निक्की को बुलाया और दोनों कार से घूमने निकल गए। दोनों ISBT कश्मीरी गेट के पास पहुंचे। यहां फिर से उनका झगड़ा हुआ और गुस्साए साहिल ने कार में ही मोबाइल केबल से निक्की का गला घोंट दिया। निक्की की हत्या के बाद साहिल ने अपने ढाबे के फ्रिज में निक्की का शव छिपा दिया था।


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लड़की पर गंडासे से हमला, बाल पकड़कर सड़क पर घसीटा

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक सिरफिरे शख्स ने नाबालिग लड़की के घर में घुसकर उस पर गंडासे से हमला कर दिया। खून से लथपथ लड़की जान बचाने के लिए भागी तो युवक ने उसका पीछा किया और सड़क पर उसके बाल पकड़कर घसीटने लगा। इस दौरान आरोपी ने अपने ऊपर भी हमला किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना गुढ़ियारी इलाके की है। परिजनों के मुताबिक उनकी लड़की आरोपी ओंकार तिवारी के मसाला सेंटर में काम करती थी। तिवारी ने लड़की की मां से कहा था- मुझे अपनी बेटी दे दो, मैं उसे पत्नी बनाकर रखूंगा। घर वालों ने इससे इनकार कर दिया था। इसी बात से नाराज होकर ओंकार तिवारी ने घटना को अंजाम दिया है। 

गर्दन और शरीर के कई हिस्सों पर आई चोट
परिजनों ने बताया कि शनिवार रात सनकी ओंकार तिवारी गंडासा लेकर उनके घर में घुसा। फिर परिवार के लोगों के साथ बदसलूकी की। लड़की को पीटा और फिर उसके गर्दन और शरीर के कई हिस्सों पर गंडासे से हमला कर दिया। इस दौरान खून से लथपथ लड़की बचने के लिए बाहर भागी, लेकिन वह दौड़ते ही सड़क पर गिर पड़ी। लड़की के परिजन भी उसे संभालने की कोशिश करते रहे। तब तक बदमाश ने फिर से लड़की पर हमला कर दिया। 

1 से डेढ़ घंटे तक सड़क पर खतरनाक मंजर
कई लोगों ने घटना का वीडियो भी बनाया है। इसमें नजर आता है कि खून से लथपथ लड़की दर्द से कराह रही है और आरोपी ओंकार उसके बाल पकड़कर खींचता हुआ सड़क पर बेधड़क आगे बढ़ रहा है। उसके हाथ में गंडासा भी है। इस दौरान आसपास लोग भी आते-जाते दिख रहे हैं, लेकिन कोई लड़की को बचाने की कोशिश नहीं कर रहा।

सड़क के बीचों-बीच यह वाकया एक से डेढ़ घंटे तक चलता रहा, लेकिन पुलिस को कुछ पता ही नहीं चला। जबकि घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर गुढ़ियारी थाना भी है। कुछ लोगों ने जब घटना की जानकारी दी, तब प्रशासन हरकत में आया और युवक को गिरफ्तार किया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल लड़की का इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

लड़की को जलाने की तैयारी में था आरोपी
परिजनों का कहना है कि आरोपी ओंकार तिवारी के पास केरोसिन भी मिला है। जब वह लड़की के घर पहुंचा तो इसके पास मिट्टी का तेल मौजूद था। लड़की पर यह तेल डालकर उसे जलाने की कोशिश भी आरोपी करने वाला था। फिलहाल पुलिस आरोपी और लड़की के परिजनों से पूछताछ कर रही है। लड़की की हालत ठीक होने पर पुलिस उसका भी बयान लेगी।

आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज

गुढ़ियारी थाना प्रभारी अलेक्जेंडर कीरो के मुताबिक आरोपी ओंकार तिवारी नाबालिग से विवाह करना चाहता था, जबकि नाबालिग लगातार इनकार कर रही थी। दोनों के बीच पिछले कुछ महीनों से इसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। आखिरकार आरोपी ने लड़की पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

47 साल का ओंकार तिवारी उर्फ मनोज गुढ़ियारी के दुर्गा चौक आंगनबाड़ी के पास बड़ा अशोक नगर इलाके में रहता है। गुढ़ियारी इलाके में ही तिवारी मसाला सेंटर नाम की दुकान चलाता है। लड़की 6 महीने पहले सितंबर 2022 में उसकी दुकान में काम करने पहुंची थी। वह वहां उसके साथ छेड़छाड़ करता था, जिसके चलते लड़की ने काम छोड़ दिया था।

मजदूरी करते हैं माता-पिता

नाबालिग लड़की के माता-पिता मजदूरी करते हैं। लड़की का एक भाई भी है। उसी ने थाने पहुंचकर इस मामले में FIR दर्ज करवाई है। जिस वक्त घटना हुई, लड़की अपनी मां के साथ घर पर मौजूद थी। पूरी घटना शनिवार रात 8 बजे की है।

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राखी सावंत के पति पर रेप केस

मुंबई: राखी सावंत के पति आदिल खान दुर्रानी की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। अब आदिल के खिलाफ एक ईरानी महिला ने रेप का केस दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि आदिल ने उसे शादी का झांसा देकर 5 महीने तक रेप किया।

महिला ने मैसूर के वीवी पुरम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आदिल के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 417,420, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले राखी सावंत ने भी आदिल पर धोखाधड़ी और मारपीट का आरोप लगाया था।

फ्लैट में साथ रहते थे, शादी से किया इनकार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरानी महिला फार्मेसी की पढ़ाई के लिए इंडिया आई थी। उसने मैसूर के कॉलेज में दाखिला ले लिया, वहीं पर उसकी मुलाकात आदिल से हुई। आदिल वहीं एक फूड आउटलेट का मालिक था, ईरानी महिला अक्सर वहां जाया करती थी।

धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं। दोनों एक साथ फ्लैट में शिफ्ट में हो गए, लेकिन जब महिला ने आदिल से शादी की बात कही तो उसने ये कहते हुए साफ मना कर दिया कि उसके कई लड़कियों से ऐसे ही संबंध रहे हैं।

जान से मारने की धमकी दी
ईरानी महिला ने आदिल से कहा कि अगर वह उससे शादी नहीं करेगा तो वह पुलिस में उसकी शिकायत कर देगी। आदिल ने तब उसे दो नंबरों से इंटिमेट फोटोज भेजे और कहा कि अगर वह पुलिस में गई तो ये फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर कर देगा। साथ ही उसके पेरेंट्स को भी भेज देगा। आदिल ने उसे जान से मारने की भी धमकी दी। पीड़ित महिला ने पुलिस को वो दोनों नंबर्स भी दिखाए।

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चेन्नई में अपमान से आहत होकर कॉलेज के छात्र ने की आत्महत्या

चेन्नई : चेन्नई के प्रेसीडेंसी कॉलेज में एमए के प्रथम वर्ष के छात्र एम. कुमार ने अपने दोस्तों और परिवार को एक ऑडियो संदेश भेजने के बाद डबल डेकर ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। संदेश में कहा गया कि वह पचियप्पा के कॉलेज के छात्रों द्वारा भिक्षा के रूप में दिया गया जीवन नहीं जीना चाहता था, जो उसका अपमान करते थे।


पुलिस ने कहा कि ट्रेन और बस से यात्रा के दौरान कॉलेजों के छात्रों के बीच नियमित रूप से झड़पें हुईं और हाल ही में, प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई के छात्रों ने अवादी और हिंदू कॉलेज रेलवे स्टेशनों के पास एक रेल रोको का मंचन किया, क्योंकि रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने एक छात्र को ट्रेन में केक काटकर उसका जन्मदिन मनाने के लिए एक यात्री द्वारा चेन खींचने के बाद हिरासत में ले लिया था।


पुलिस के अनुसार, 21 वर्षीय कुमार ने अपने परिवार और दोस्तों को एक ऑडियो संदेश भेजा था, जिसमें कहा गया था कि वह पचियप्पा कॉलेज, चेन्नई के छात्रों द्वारा किए गए अपमान को सहन करने में असमर्थ है और वह प्रतिद्वंद्वी छात्रों द्वारा भिक्षा के रूप में दिया गया जीवन नहीं जीना चाहता था।


उन्होंने अपनी मां और दोस्तों से माफी मांगी और ऑडियो क्लिप एक ट्रेन की गड़गड़ाहट के साथ खत्म हो गई।


मंगलवार दोपहर कक्षाओं में भाग लेकर घर लौटा कुमार ने अपनी मां से कहा कि उसे एक शादी में शामिल होना है और देर से घर वापस आएगा।


शुरूआत में कुमार के परिवार और दोस्तों ने ऑडियो क्लिप को खारिज कर दिया, लेकिन जब वह बुधवार सुबह तक घर नहीं लौटा और तलाशी ली गई, तो पुलिस को उसका शव रेलवे ट्रैक पर मिला।


मामले की जांच कर रही थिरुनिनरावुर पुलिस ने कहा कि कुमार ने थिरुनिनरावुर रेलवे स्टेशन से कुछ मीटर की दूरी पर रात करीब 8.40 बजे डबल डेकर ट्रेन के सामने छलांग लगा दी।


पुलिस ने पचियप्पा के कॉलेज के कुछ छात्रों को हिरासत में लिया है और कुमार की मौत के कारणों की जांच कर रही है। 





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पत्नी के प्रेमी ने साथियों संग की थी श्रीराम की हत्या, टेस्‍ट ड्राइव के बहाने लखनऊ से क‍िया था अपहरण

लखनऊ : लोहिया संस्थान से अगवा कर्मचारी श्रीराम की हत्या कर दी गई। हत्या की साजिश के आरोप में पुलिस ने श्रीराम की पत्नी संगीता व उसके प्रेमी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। एसीपी विभूतिखंड अनूप सिंह के मुताबिक संगीता ने अपने प्रेमी अवशिष्ट कुमार से पति को रास्ते से हटाने के लिए कहा था। इसके बाद अवशिष्ट ने अपने साथियों की मदद से घटना को अंजाम दिया।


पुलिस के मुताबिक संगीता का राजकीय पालीटेक्निक जहांगीराबाद में प्रोफेसर अवशिष्ट से पहले से प्रेम प्रसंग था। दोनों अक्सर छिपकर मिलते थे। इस बात की जानकारी श्रीराम को हो गई थी। श्रीराम ने संगीता को इसके लिए टोका था और आए दिन दोनों में विवाद होता था। पति के रोकटोक से परेशान संगीता ने अवशिष्ट से श्रीराम को रास्ते से हटाने के लिए कहा था। इसके बाद अवशिष्ट ने पालीटेक्निक कालेज के पास मछली पालन करने वाले दो परिचितों सुमैया नगर कोतवाली बाराबंकी निवासी सुशील और संतोष से संपर्क किया।


अवशिष्ट ने दोनों को श्रीराम की हत्या के लिए तैयार कर लिया। साजिश के तहत सुशील और संतोष श्रीराम के पास उनकी गाड़ी का खरीदार बनकर पहुंचे। दोनों ने टेस्ट ड्राइव की बात कही और साथ में निकल गए। बीबीडी के पास दोनों ने साजिश के तहत अपनी परिचित महिला कुंती को गाड़ी में बिठा लिया। आरोपितों ने उसे परिवार का सदस्य बताकर गाड़ी पसंद करने के लिए बुलाने की बात कही। श्रीराम को उनकी बातों पर यकीन हो गया। इसके बाद आरोपित उन्हें गाड़ी में घुमाते रहे। अंधेरा होने पर किसान पथ कुर्सी राेड लेकर गए।


पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि इस दौरान अवशिष्ट अपनी कार से पीछे पीछे चल रहा था। नहर के किनारे आरोपितों ने गाड़ी रोकी। तभी अवशिष्ट भी वहां आ गया। इससे पहले कि श्रीराम कुछ समझते सुशील ने तमंचे से उनके सीने में गोली मार दी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे इंदिरा नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने इंदिरा नहर में गोताखोरों की मदद से शव की खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस का कहना है कि शव की तलाश की जा रही है। हत्या में इस्तेमाल तमंचा पुलिस ने मटियारी से बरामद कर लिया है।




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तीन साल की मासूम की हत्या का मामला, मां ने सास और देवर पर जताया शक

नोएडा : थाना फेस-2 क्षेत्र में पुलिस ने तीन साल की बच्ची को अगवा कर हत्या करने का मामला दर्ज किया है। बच्ची की मां ने अपनी सास और देवर पर हत्या की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस में शिकायत दी है।


थाना फेस-2 अध्यक्ष सुजीत उपाध्याय ने बताया कि याकूबपुर निवासी नीरज ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 24 दिसंबर से उनकी तीन वर्षीय पोती माही लापता है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को बच्ची के परिजन ने पुलिस को सूचना दी कि उन्हें शक है कि बच्ची का शव इलाहाबास गांव में एक निर्माणाधीन भवन में हो सकता है।


मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पड़ताल की तो वहां पर बच्ची का शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि बच्ची की मौत चोट लगने से हुई है।


उन्होंने बताया कि इस मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की चार टीमें बनाई गई है। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार रात को बच्ची की मां सुमन ने पुलिस में शिकायत दी कि उसे शक है कि बच्ची की हत्या में उसकी सास नीरज और देवर का हाथ है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अपहरण के मामले को हत्या की धारा में जोड़ लिया है। थाना अध्यक्ष ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि मृतका का पिता सचिन हत्या के आरोप में जेल में बंद है। उसकी मां सुमन घर छोड़कर चली गई थी और वह जनपद बदायूं स्थित अपने मायके में रह रही है। माही अपनी दादी के पास रह रही थी। बच्ची को अपने पास रखने के लिए दादी और मां के बीच अदालत में मामला चल रहा है।


पुलिस को शक है कि बच्ची की हत्या में करीबियों का हाथ है।



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दिल्ली पुलिस ने सागरपुर इलाके में कार में महिला को लिफ्ट देकर सामूहिक दुष्कर्म करने के दो आरोपियों को दबोचा

नई दिल्ली : सागरपुर इलाके में लिफ्ट देने के बहाने महिला का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने के दो आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया है। वारदात में शामिल कार को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने दो दिन पहले ही पीड़िता की शिकायत पर हरि नगर थाने में मामला दर्ज कर जांच आरंभ की थी। पुलिस के अनुसार, 32 वर्षीय पीड़िता सागरपुर इलाके में अपने पति के साथ रहती है। पीड़िता का रविवार देररात अपने पति से किसी बात पर विवाद हो गया। इसपर पति से नाराज होकर वह घर से निकल गई। वह उत्तम नगर अपने एक रिश्तेदार के घर जाना चाह रही थी तभी रास्ते में एक कार उसके पास आकर रुकी। चालक ने उसे लिफ्ट की पेशकश की तो पीड़िता ने लिफ्ट ले ली। बाद में कार सवार दोनों आरोपियों ने उसे जबरन शराब पिलाई और सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद तड़के करीब साढ़े चार बजे निहाल विहार इलाके में निलोठी गांव के पास उतारकर फरार हो गए। पीड़िता ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर जांच आरंभ की गई थी।





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दिल्ली बिजली चोरी मामला : गेस्ट हाउस मालिकों को तीन साल की सजा

नई दिल्ली :  तीस हजारी की एक विशेष अदालत ने बिजली चोरी के एक मामले में दरियागंज के एक गेस्ट हाउस के दो मालिकों को तीन साल कठोर कारावास की सजा सुनाते हुए उन पर 33 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। बिजली आपूर्ति कंपनी बीएसईएस के एक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी।


बीएसईएस प्रवक्ता के मुताबिक, बिजली चोरी के ही एक अन्य मामले में अदालत ने दरियागंज के एक होटल मालिक पर 23.70 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। जुर्माना नहीं चुकाने पर उसे छह महीने कारावास की सजा हो सकती है।


प्रवक्ता के मुताबिक मध्य दिल्ली के दरियागंज में एक इमारत में बिना मीटर के 26 किलोवाट बिजली की सीधी चोरी हो रही थी। निरीक्षण में पता चला कि परिसर में 30 कमरों का गेस्ट हाउस चलाया जा रहा था।


इसके बाद, डीईआरसी (दिल्ली विद्युत नियामक आयोग) के दिशा-निर्देशों के अनुसार बिजली चोरी का बिल पेश किया गया। जब गेस्ट हाउस मालिकों ने तय समय सीमा के भीतर जुर्माने का भुगतान नहीं किया, तो इसको लेकर जामा मस्जिद पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी। इस महीने की शुरुआत में ही तीस हजारी की विशेष अदालत ने गेस्ट हाउस के दो मालिकों को दोषी करार देते हुए उन्हें तीन साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी और उन पर 33 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।





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